भारत के पांच चुनिंदा पर्यटन स्थल पंचकर्म के लिए
पंचकर्म एक चिकित्सा पद्धति है जिसका शाब्दिक अर्थ पांच कार्य अथवा उपाय है। इस चिकित्सा पद्धति के तहत प्राकृतिक तरीक़े से शरीर और मन के शुद्धिकरण का काम किया जाता है।
Panchakarma Places: देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति पंचकर्म अब महज चिकित्सा तक सीमित नहीं रहकर आधुनिक जीवन शैली का हिस्सा बन गई है। पिछले कुछ सालों में यह एक ऐसी जगह के रूप में उभरकर सामने आयी है, जहां पर हर कोई जाना और कुछ दिन रहकर पर्यटन और चिकित्सा के लाभ उठाना चाहता है। आइये जानते हैं कि पंचकर्म है क्या और देश की उन पांच चुनिंदा जगहों के बारे में जहां पर पंचकर्म के लिए सबसे ज्यादा लोग जा रहे हैं।
Panchakarma: क्या है पंचकर्म
पंचकर्म एक चिकित्सा पद्धति है जिसका शाब्दिक अर्थ पांच कार्य अथवा उपाय है। इस चिकित्सा पद्धति के तहत प्राकृतिक तरीक़े से शरीर और मन के शुद्धिकरण का काम किया जाता है। इस चिकित्सा पद्धति का कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है, जिसकी वजह से इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है और अब तो यह भारत में एक तरह से मेडिकल टूरिज्म जैसी चीज़ को बढ़ावा और विस्तार देने का काम कर रहा है।
कोवलम, केरल

राजधानी तिरुवनंतपुरम नगर से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित कोवलम देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शुमार किया जाता है। तीन समुद्र तटों से घिरी हुई यह जगह इतनी ख़ूबसूरत है कि हर कोई आना और घूमना चाहता है। जड़ी-बूटियों पर आधारित शरीर की मालिश और पंचकर्म के लिए इस जगह पर लोग ख़ूब आते हैं। आर्य आयुर्वेदिक पंचकर्म केन्द्र, धन्वन्तरि आयुर्वेद क्लिनिक एंड पंचकर्म, ओम् अयूर शांति आयुर्वेदिक पंचकर्म जैसे तमाम संस्थान पंचकर्म की सेवा प्रदान कर रहे हैं।
ऋषिकेश, उत्तराखंड

हिमालय की तलहटी में स्थित ऋषिकेश देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। यह राजधानी देहरादून से कुछ ही दूरी पर स्थित है। जिसे ‘योग कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड’ के रूप में जाना जाता है। इस जगह पर लोग धर्म और अध्यात्म के साथ-साथ मन की शांति और पंचकर्म के लिए आते हैं। पंचकर्म रिज़ॉर्ट ऋषिकेश, हरिठा आयुर्वेद अकादमी और ऋषिकेश आयुर्वेद जैसे कुछ संस्थान पंचकर्म कराते हैं।
मदुरै, तमिलनाडु

लोटस सिटी के नाम से मशहूर मदुरै को तमिलनाडु की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। यह देश के सबसे प्राचीन और पवित्र शहरों में शुमार किया जाता है, जिसकी वजह से इस जगह पर पूरे साल सैलानियों का आना जाना लगा रहता है। पंचकर्म आयुर्वेद सेंटर, हरिद्रा होलिस्टिक रॉयल और कोट्टाकल आर्य वैद्य शाला जैसे संस्थान इस दिशा में अच्छा काम कर रहे हैं।
दिल्ली और एनसीआर

देश की राजधानी दिल्ली वैसे तो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक बहुलता के लिए जानी जाती है, लेकिन इसके विस्तार से गुरुग्राम और ग़ाज़ियाबाद जैसे जगहों की सूरत बदली है। यह जगहें अब अपने वर्क कल्चर के साथ-साथ हेल्थ और वेलनेस के लिए भी काम कर रही हैं, जिसकी वजह से पंचकर्म के लिए भी नए द्वार खुले हैं। संजीवनी आयुर्वेद, चंद्रप्रभा आयुर्वेदिक क्लीनिक और जिया आयुर्वेद क्लीनिक जैसे संस्थान इस तरह की सेवाएं देते हैं।
धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन राजधानी धर्मशाला एक बेहद ही शांत और प्राचीन हिल स्टेशन है। कांगड़ा जिले में स्थित इस जगह को अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इस जगह पर लोग पर्यटन के साथ-साथ विपाशयना और नैचरल थरेपी के लिए भी आते और स्वास्थ्य लाभ उठाते हैं। अथर्व आयुर्धर्मो, आयुष्कर्मा आयुर्वेद और हिमवेद जैसे संस्थान इस दिशा में अच्छा काम कर रहे हैं। यह जगह पंचकर्म जैसी क्रिया के लिए काफ़ी अच्छी और अनुकूल मानी जाती है।
इस समय अगर आपको भी सुख शांति के साथ और देह और आत्मा की तनिक भी शुद्धीकरण की आवश्यकता महसूस हो रही हो, या फिर आप दैनिक क्रियाकलाप से ऊब चुके हैं तो यह पांच क्रिया (पंचकर्म) एक बार ज़रूर आइमाइए। आपके लिए यह एक अलग और अनोखा अनुभव होगा।