Kerala Tourism: दक्षिण भारत में बसा केरल एक ऐसा राज्य है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक समृद्धि और शांतिपूर्ण माहौल के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। चाहे आप पारिवारिक यात्रा की योजना बना रहे हों या अकेले सोलो ट्रिप पर निकलना चाहते हों, केरल हर यात्री को कुछ खास अनुभव देने का वादा करता है। यहां तीन ऐसे प्रमुख स्थान हैं जो इस राज्य की विविधता और खूबसूरती को पूरी तरह दर्शाते हैं – एलेप्पी, थेक्कडी और कोवलम।
एलेप्पी

केरल का एलेप्पी, जिसे अलप्पुझा भी कहा जाता है, अपने रमणीय बैकवाटर्स और हाउसबोट्स के लिए मशहूर है। ‘पूर्व का वेनिस’ कहे जाने वाले इस शहर में जलमार्गों की एक विस्तृत श्रृंखला है, जिन पर तैरती हाउसबोट्स एक स्वप्निल अनुभव कराती हैं। इन नावों में आपको होटल जैसी सभी सुविधाएं मिलती हैं और चारों ओर फैली हरियाली तथा शांत पानी इस अनुभव को और भी खास बना देते हैं। एलेप्पी में मौजूद वेम्बनाड झील भारत की सबसे बड़ी झीलों में से एक है, जहां नौकायन और मछली पकड़ने जैसी गतिविधियां काफी लोकप्रिय हैं।
इसके अलावा, अगस्त के महीने में आयोजित होने वाली पारंपरिक स्नेक बोट रेस स्थानीय संस्कृति और उत्साह का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस अवसर पर सैकड़ों लोग नावों में सवार होकर प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं, और हजारों दर्शक इस नज़ारे का आनंद लेने के लिए उमड़ पड़ते हैं। वहीं, एलेप्पी के नजदीक स्थित कुमाराकोम पक्षी अभयारण्य पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं, जहां प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट और हरियाली वातावरण को संगीतमय बना देती है।
थेक्कडी
यदि आपको वन्य जीवन और प्रकृति से प्यार है तो थेक्कडी आपकी यात्रा का मुख्य आकर्षण बन सकता है। यह क्षेत्र प्रसिद्ध पेरियार टाइगर रिजर्व का घर है, जहां घने जंगल, जीव-जंतुओं की दुर्लभ प्रजातियां और दो महत्वपूर्ण नदियां – पेरियार और पंबा – मिलकर एक समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करती हैं। यहां आप हाथियों के झुंड, शेर की पूंछ वाले मकाक, तेंदुए, सांभर हिरण और कई रंग-बिरंगे पक्षियों को उनके प्राकृतिक परिवेश में देख सकते हैं।
वन्यजीव सफारी, बोटिंग और जंगल ट्रेकिंग जैसे रोमांचक अनुभव इस स्थान को और भी आकर्षक बना देते हैं। पेरियार झील में बोट राइड करते समय जब आप किनारे पर जानवरों को चरते हुए देखते हैं, तो वह पल हमेशा के लिए आपकी यादों में बस जाता है।
कोवलम

समुद्र तटों का शौक रखने वालों के लिए कोवलम एक आदर्श स्थान है, जिसे भारत का सबसे सुंदर बीच भी कहा जाता है। तिरुवनंतपुरम से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोवलम अपने स्वच्छ और सुनहरे रेत वाले तटों, अरब सागर के नीले पानी और ऊंची चट्टानों के कारण विशेष पहचान रखता है। यहां का लाइटहाउस तट और ईव तट दोनों ही सैलानियों को अलग-अलग अनुभव देते हैं। सूरज के डूबने का दृश्य देखने के लिए लोग चट्टानों पर बैठ जाते हैं और उस पल की सुंदरता को अपने कैमरों में कैद करते हैं।
कोवलम न केवल प्राकृतिक दृष्टि से आकर्षक है, बल्कि यहां की स्थानीय मछुआरा बस्ती भी पर्यटकों को एक नई सांस्कृतिक झलक देती है। सुबह के समय मछुआरों को बड़ी नावों के साथ समुद्र में जाते देखना और उनकी टीम भावना को महसूस करना बेहद प्रेरणादायक होता है। यहां के प्रसिद्ध मूर्तिकार कानाइ कुंजीरामन द्वारा निर्मित ‘सागर कन्या’ की मूर्ति भी पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है। इसके अलावा, पास ही स्थित वेली झील और टूरिस्ट विलेज भी कोवलम भ्रमण को पूर्णता प्रदान करते हैं।
