Ramayan Facts: रामायण में कई ऐसे किस्से हैं, जो हैरान कर देते हैं। वहीं रामायण में कई ऐसे भी किस्से हैं, जो आपको भावुक कर सकते हैं। ऐसे ही एक किस्सा भगवान राम और किन्नरों से जुड़ा है। आज समाज में किन्नरों को बहुत ही नीची नजर से देखा जाता है। हालांकि पिछले कुछ वक्त में कुछ प्रतिशत लोगों की सोच में बदलाव भी देखने को मिला है।
किन्नरों की दुआ को बहुत ही प्रभावी माना जाता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि किन्नरों जो भी आशीर्वाद देते हैं, वो पूरा होता है। उनके मुंह से निकली बात बहुत जल्द सच हो जाती है। पौराणिक कथाओं की मानें तो किन्नरों ने भगवान राम की भक्ति की थी, जिसके बाद वनवास से लौटकर भगवान श्रीराम ने किन्नरों को आशीर्वाद दिया था।
उस आशीर्वाद का असर आज भी दिखता है। आइए आज हम आपको किन्नरों को मिले उस खास आशीर्वाद और भगवान रांम से जुड़े किन्नरों के संबंध के बारे में बताएंगे।
क्या है रामायण से जुड़ा किस्सा

ये किस्सा उस वक्त का है, जब रामायण में भगवान राम, माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ वनवास के लिए जा रहे थे। उस वक्त अयोध्या वासी भगवान राम के पीछे वनवास के रास्ते में आने लगे थे। सभी लोग भगवान राम से बहुत प्यार करते थे। जब श्री राम ने देखा कि लोग उनके पीछे आ रहे हैं, तो उन्होंने सभी को वापस लौट जाने को कहा।
उस वक्त अयोध्या वासी श्री राम के बिना अयोध्या में नहीं रहना चाहते थे। उस वक्त भगवान राम ने सभी को कसम देकर वापस लौट जाने के लिए कहा। भगवान राम ने सभी नारी और पुरुषों को वापस लौट जाने की कसम दी थी। इस सौगंध के बाद सभी अयोध्या वासी वापस लौट गए और इसके बाद नगर वासी प्रभु राम की याद में दिन काटने लगे।
किन्नरों ने किया 14 साल इंतजार

श्री राम के कहने पर उस वक्त सभी अयोध्या वासी तो लौट गए, लेकिन उस वक्त अयोध्या वासियों में 4 किन्नर भी थे, जो अयोध्या वापिस नहीं लौटे थे। तभी जब राम वनवास के बाद वापिस लौटे, तो उन्होंने उस स्थान पर किन्नरों को उनका इंतजार करते देखा। तब भगवान राम ने उन किन्नरों से पूछा कि आप लोग राज्य की सीमा पर क्यों हैं।
उन किन्नरों ने बताया कि आपने स्त्री और पुरुष को जाने कहा था। जबकि किन्नर तो ना ही स्त्री की श्रेणी में आते हैं ना ही पुरुषों की। वे दोनों का समागम रूप हैं। इसी वजह से उन 4 किन्नरों ने भगवान राम के इंतजार में 14 साल उनका अयोध्या की सीमा पर ही बिता दिए।
मिला भगवान राम का आशीर्वाद

इसी भक्ति और प्यार को देखते हुए प्रभु राम उन किन्नरों से बहुत ही प्रसन्न हुए और उन्हें आशीर्वाद दिया। जिसका असर आज भी दिखता है। भगवान राम ने उन्हें यह वरदान दिया कि उनका दिया हर आशीर्वाद पूरा होगा। उन्हें वरदान मिला कि उनका आशीर्वाद कभी भी खाली नहीं जाएगा। यही वजह है कि आज भी किन्नरों के आशीर्वाद का आज भी इतना महत्व है। किन्नरों के आशीर्वाद को किसी चमत्कार से कम नहीं माना जाता।