Do not pluck flowers and leaves
Do not pluck flowers and leaves

रात में क्यों नहीं तोड़ना चाहिए फूल

हम सभी बचपन से यह सुनते आ रहे हैं कि अंधेरा होने के बाद फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए, यहाँ तक कि पेड़ों को हाथ लगाने से भी मना किया जाता है।

Flowers plucking in night: रंग-बिरंगे फूल हर किसी को अच्छे लगते हैं। इन्हें देखकर ही तोड़ने का मन होने लगता है। लेकिन, हम सभी बचपन से यह सुनते आ रहे हैं कि अंधेरा होने के बाद फूलों को नहीं तोड़ना चाहिए, यहाँ तक कि पेड़ों को हाथ लगाने से भी मना किया जाता है। हालाँकि, कई लोग इन बातों को बेकार समझते हैं, उन्हें लगता है इससे क्या फ़र्क़ पड़ता कि फूल सुबह तोड़ो या शाम को, लेकिन अगर आप इनके पीछे के कारण जानेंगे तो आपको विश्वास हो जाएगा कि वाक़ई रात को फूल नहीं तोड़ना चाहिए। जानते हैं इन कारणों के बारे में-

पौधे भी सोते हैं

हम सभी जानते हैं कि पौधों में भी जान होती है। इसलिए जिस तरह हम रात को सोते हैं उसी तरह पौधे भी रात के समय सोते हैं। इसलिए उन्हें रात में छूकर परेशान नहीं करना चाहिए। दरअसल, दिन में पौधे प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया से खाना बनाते हैं, ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं। इस तरह दिन भर की एक्टिविटी के बाद शाम के समय में पौधों को भी रेस्ट की ज़रूरत होती है।  

Home Gardening in Monsoon
Flowers are considered as living things

रात में पौधों से निकलती है CO2

दिन में पौधे ऑक्सीजन छोड़ते हैं और रात को श्वसन की प्रक्रिया में CO2 छोड़ते हैं। रात को पौधों को छूने से उनकी साइकिल ख़राब हो सकती है और इसका पौधों की ग्रोथ पर नकारात्मक असर होता है। यहाँ तक कि यह भी कहा जाता है कि रात में पेड़-पौधों के पास सोना नहीं चाहिए।

कीड़े काट सकते हैं

कुछ पौधों में फूल रात को ही खिलते हैं। इनका रंग भले ही डल होता है लेकिन इनकी ख़ुशबू दूर-दूर तक जाती है। इस ख़ुशबू से आकर्षित होकर बहुत से कीट-पतंगे इनकी तरह आते हैं। इसलिए अगर हम रात को इन फूलों के पास जाते हैं तो कई बार हम इन कीड़ों को देख नहीं पाते हैं। फूल तोड़ने पर ये कीड़े हमें काट सकते हैं। कई बार यह और भी ज्यादा ख़तरनाक हो सकता है। इसलिए कभी भी रात में पौधों के पास जाने की कोशिश नहीं करें।

पवित्र माना गया है

फूलों को भगवान की मूर्तियों के ऊपर चढ़ाया जाता है। इसलिए उनको पवित्र माना जाता है। गुलाब, कमल, गुड़हल, गेंदे के फूलों का हर दिन मंदिरों में इस्तेमाल किया जाता है। काली को गुड़हल, लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाया जाता है। इन फूलों का भगवान का रूप ही समझा जाता है।

उम्मीद है इस लेख को पढ़ने के बाद आपको भी यह समझ आ गया होगा कि आख़िर क्यों फूलों को रात में तोड़ने से मना किया जाता है।

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अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...