20+ पटना में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
गंगा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित बिहार राज्य की राजधानी पटना का इतिहास 2500 साल पहले का है। इस शहर का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था जो लगभग हजार वर्षों तक कई राजवंशों के अधीन मगध की राजधानी के रूप में रहा। अगर आप भी पटना घूमने जाने का मन बना रहे हैं तो इन जगहों पर जाना नहीं भूलें।
Patna me Ghoomne ki Best Jagah: गंगा नदी के दक्षिणी तट पर स्थित बिहार राज्य की राजधानी पटना का इतिहास 2500 साल पहले का है। इस शहर का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था जो लगभग हजार वर्षों तक कई राजवंशों के अधीन मगध की राजधानी के रूप में रहा। यानी यह शहर ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक हर तरह से अपना अलग महत्व रखता है। तो, अगर आप भी पटना घूमने जाने का मन बना रहे हैं तो इन जगहों पर जाना नहीं भूलें।
| जगह | दूरी/किलोमीटर |
| बिहार संग्रहालय (Bihar Sangrahalay) | 5.2 |
| हरमंदिर तख़्त (Harmindar Takht) | 12.7 |
| सभ्यता द्वार (Sabhyata Dwaar) | 5 |
| महावीर मंदिर (Mahavir Mandir) | 2.3 |
| गोल घर (Gol Ghar) | 5 |
| गांधी घाट (Gandhi Ghaat) | 5.9 |
| कंगन घाट (Kangan Ghaat) | 13.1 |
| पटना संग्रहालय (Patna Sangrahalay) | 3.4 |
| शेर शाह सूरी मस्जिद (Shershah Suri Mosque) | 12.2 |
| दरभंगा हाउस (Darbhanga House) | 5.5 |
| तारामंडल (Taramandal) | 3.0 |
| संजय गांधी जैविक उद्यान (Sanjay Gandhi Botanical Park) | 6.6 |
| गाँधी संग्रहालय (Gandhi Sangrahalay) | 5.0 |
| श्री कृष्णा विज्ञान केंद्र (Shri Krishna Vigyan Kendra) | 5.5 |
| अशोका कन्वेंशन केंद्र (Ashoka Convention Centre) | 4.9 |
| कुम्हरार (Kumhrar) | 7.1 |
| पादरी की हवेली (Padri Ki Haveli) | 9.6 |
| पत्थर की मस्जिद (Patthar ki Masjid) | 7.3 |
| मनेर शरीफ (Maner Sharif) | 31.4 |
| खुदाबक़्श लाइब्रेरी (Khudabakshh Library) | 4.7 |
बिहार संग्रहालय (Bihar Sangrahalay)

बेली रोड में स्थित बिहार संग्रहालय पटना का प्रमुख पर्यटन स्थल और ऐतिहासिक महत्व का केंद्र है। यह लगभग 17 एकड़ से अधिक के क्षेत्र में फैला हुआ है। एक तरफ़ जहां बड़े यहाँ इतिहास को बेहतर तरीक़े से जान सकते हैं वहीं बच्चो के मनोरंजन के लिए भी यहाँ कॉरिडोर है जहाँ बच्चे डायनासर, मगरमच्छ, अजगर आदि प्रतिमा के साथ फोटो खिंचवा सकते हैं। यह कोरिडोर काफी आकर्षक है।
प्रवेश शुल्क
- इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए वयस्कों को 100 रुपए और बच्चों को 50 रुपए देने होते हैं।इस संग्रहालय में आप सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक कभी भी जा सकते हैं।
हरमंदिर तख़्त (Harmindar Takht)

पुराने पटना के चौक क्षेत्र में स्थित यह गुरुद्वारा पांच तख्तों में से सबसे पवित्र माना जाता है। पटना के इस प्रमुख पर्यटन स्थल को देखने लगभग सभी धर्मो के लोग आते है। पराक्रम और निडरता का प्रतीक, यह तीर्थस्थान तीर्थयात्रियों के अंदर महान धर्मपरायणता को प्रेरित करता है।
प्रवेश शुल्क
इसमें प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। इसको आप किसी भी समय विज़िट कर सकते हैं।
सभ्यता द्वार (Sabhyata Dwaar)

दिल्ली के इंडिया गेट और मुंबई के गेट वे ऑफ़ इंडिया की तरह सभ्यता द्वार गंगा नदी के तट पर स्थित और बलुआ पत्थर से बना एक विजय स्मारक है।इस विजय स्मारक को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। खासतौर पर शाम को आराम करने के लिए लोग यहां इकट्ठा होते हैं। इसके ऊपर आप एक छोटा सा स्तूप देख सकते हैं। इस द्वार पर महात्मा बुद्ध, भगवान महावीर, सम्राट अशोक और मैगस्थनीज़ के संदेश लिखे हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। सुबह 11 से शाम के 6 बजे तक आप इस द्वार में कभी भी जा सकते हैं।
महावीर मंदिर (Mahavir Mandir)

पटना स्टेशन के बाहर स्थित महावीर मंदिर पटना का लोकप्रिय मंदिर है। यह मंदिर हिंदू धर्मो के लोगों का ख़ास मंदिर है जहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। यहाँ के नवेधम लड्डू बहुत प्रसिद्ध हैं। मंदिर की खास बात है कि यहां बजरंग बली की युग्म मूर्तियां यानि दो मूर्तियां एक साथ हैं। माना जाता है कि इस मंदिर से मिलने वाले प्रसाद को खाने से हर तरह की बीमारी ठीक हो जाती है।
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में प्रवेश के लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना होता है। सभी दिन सुबह 05:30 बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक खुला रहता है।
गोल घर (Gol Ghar)

236 साल पुराना गोल घर आज भी पटना आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। यह पटना का एतेहासिक स्थल है जिसे 1786 में ब्रिटिश सेना के लिए कैप्टन जॉन गार्स्टिन द्वारा एक विशाल अन्न भंडार के रूप में बनाया गया था। इस स्मारक के चारों ओर घुमावदार 147 सीढ़ियां हैं। इन्हें पार कर ऊपर चढ़ने पर आपको पूरे पटना शहर का एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा |यहाँ पर एक बढ़िया पार्क भी है और शाम के समय लेजर शो होता है जिसका दृश्य काफी मनोरम होता है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। गोलघर सप्ताह के सभी दिन प्रातः
गांधी घाट (Gandhi Ghaat)

पटना के गांधी घाट की यात्रा के बिना आपका पटना घूमना अधूरा ही माना जाएगा। यह काफी साफ सुथरा है और यहाँ पर्यटकों के लिए बोटिंग की भी सुविधा उपलब्ध है। यहाँ आपको घाट के किनारे बने कई एतेहासिक स्मारक – जैसे दरभंगा महाराज का महल, किला हाउस, शेर शाह सूरी का किला और टेकरी हाउस भी दिखायी देंगे। यहाँ हर शनिवार और रविवार को सरकार द्वारा आरती का आयोजन किया जाता है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ जाने के लिए आपको किसी तरह का कोई शुल्क नहीं देना है। यहाँ आप सप्ताह के सातों दिन किसी भी समय जा सकते हैं।
कंगन घाट (Kangan Ghaat)

यह पटना के प्रमुख घाटो में से सबसे प्रसिद्ध है। यह तख्त श्री हरमंदिर साहिब से थोड़ी दूरी पर गंगा नदी के तट पर स्थित है। अगर आप गुरुद्वारा तख्त श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन करने आते हैं तो कंगन घाट जरूर जाएं।यहाँ आप शांति से समय गुज़ार सकते हैं। यहां अक्सर शाम को भीड़ देखी जाती है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। इस घाट पर किसी भी समय जा सकते हैं।
पटना संग्रहालय (Patna Sangrahalay)

पटना संग्रहालय का निर्माण अंग्रेजों द्वारा राज्य की राजधानी के आसपास पाए जाने वाली ऐतिहासिक कलाकृतियों को संरक्षित और प्रदर्शित करने के लिए किया गया था। संग्रहालय में चीनी कला का भी नमूना है। दूसरी मंजिल कुछ शानदार तिब्बती ‘थंगका’ को समर्पित है। संग्रहालय में प्रथम विश्व युद्ध की तोप, मौर्य और गुप्त काल की धातु और पत्थर की मूर्तियां, बौद्ध मूर्तियां और विचित्र टेराकोटा की मूर्तियां हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए वयस्कों को 100 रुपए और बच्चों को 50 रुपए का टिकट देना होता है। यह संग्रहालय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक और दोपहर 01:30 बजे से शाम 05:30 बजे तक खुला रहता है।
शेर शाह सूरी मस्जिद (Shershah Suri Mosque)

शेर शाह के शासन काल में बनी शेर शाह सूरी मस्जिद पटना के धवलपुरा के पश्चिम में पूरब दरवाजा के दक्षिण-पश्चिम कोने में स्थित है। यह अफगान स्थापत्य शैली का खूबसूरत नमूना प्रस्तुत करती है। यह पटना की सबसे बड़ी मस्जिद है। छत के केंद्र में एक बड़ा गुंबद है जिसके चारों ओर चार छोटे गुंबद हैं। गुंबदों को इस तरह रखा गया है कि आप जिस भी कोण से देखें, उनमें से केवल तीन ही देखे जा सकते हैं, आप केवल तीन को बाहर से देख सकते हैं, हालाँकि छत पर पाँच हैं।
प्रवेश शुल्क
शेर शाह सूरी मस्जिद में प्रवेश निःशुल्क है।
दरभंगा हाउस (Darbhanga House)

गंगा नदी के किनारे स्थित दरभंगा हाउस दरभंगा राज काल के दौरान बनाए गए महलों में से एक है। ब्रिटिश वास्तुकार चार्ल्स मंट ने इस महल को डिजाइन किया था। दरभंगा हाउस की मुख्य विशेषता यहां का देवी काली मंदिर है जो दो ब्लॉकों के बीच में बनाया गया था। दरभंगा हाउस हमेशा से पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक रहा है |
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश हेतु कोई शुल्क नहीं देना होता है।
तारामंडल (Taramandal)

तारामंडल पटना के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इसको इंदिरा गांधी तारामंडल के नाम से भी जाना जाता है। इस तारामंडल में आपको खगोल विज्ञान और ग्रहों के बारे में जानने का मौका मिलता है। बच्चों दिखाने के लिए यह बहुत ही बढ़िया जगह है।
प्रवेश शुल्क
तारामंडल में 4 वर्ष तक के बच्चों के लिए टूडी शो का टिकट मूल्य 50 रुपये और थ्रीडी शो के लिए 60 रुपये है। 14 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टूडी शो का टिकट 80 रुपये और थ्रीडी शो के लिए 100 रुपये शुल्क लिया जायेगा। सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक आप तारामंडल विजिट कर सकते हैं।
संजय गांधी जैविक उद्यान (Sanjay Gandhi Botanical Park)

पटना जू यहां की सबसे ज्यादा घुमे जाने वाली जगह है।यहाँ तरह-तरह के पक्षी और जानवर देखे जा सकते हैं। यह चिड़ियाघर बच्चों को बहुत आकर्षित करता है। इसमें एक कृत्रिम झील भी है जहाँ नौका विहार का आनंद लिया जा सकता है। पेड़ पर बना लकड़ी का घर भी यहां का विशेष आकर्षण का केन्द्र है।ख़ासतौर पर छुट्टियों के दिन यहां बहुत भीड़ रहती है।
प्रवेश शुल्क
पटना जू घूमने के लिए वयस्कों को 30 रुपये और बच्चों को 10 रुपये देना होता है। यह पार्क मार्च से अक्टूबर तक सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक और नवंबर से फरवरी तक सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। यह सोमवार को बंद रहता है।
गाँधी संग्रहालय (Gandhi Sangrahalay)

यह संग्रहालय महात्मा गांधी के जीवन और सिद्धांतों और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बिहार में उनकी भूमिका को प्रदर्शित करता है। महात्मा गांधी के जीवन के विभिन्न चरणों में से एक उनके बचपन की तस्वीरों वाला एक खंड भी है। इमारत में एक पुस्तकालय भी है जिसमें “राष्ट्र पिता” के जीवन से संबंधित पुस्तकों, पत्रिकाओं, साहित्य और ऑडियो-वीडियो सामग्री का एक समृद्ध संग्रह है।
प्रवेश शुल्क
गांधी संग्रहालय में प्रवेश शुल्क 10 रुपए है। इस संग्रहालय के खुलने का समय: प्रातः 10:00 बजे और बंद होने का समय शाम 05:45 बजे है।
श्री कृष्णा विज्ञान केंद्र (Shri Krishna Vigyan Kendra)

अगर आपको विज्ञान में रुचि है तो पटना टूर के दौरान श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र ज़रूर विजिट करें। यहां कई मॉडल हैं जो विज्ञान की कई अलग-अलग शाखाओं के कामकाज को दर्शाते हैं। सभी मॉडल विद्युत से संचालित होते हैं। इसमें डायनासोर का एक कामकाजी मॉडल और एक मिनी-प्लैनेटोरियम भी है जो बच्चों के बीच मुख्य आकर्षण है।
प्रवेश शुल्क
इसमें प्रवेश के लिए प्रवेश शुल्क 40 रुपए है। बाक़ी गतिविधियों के लिए अलग से शुल्क देना होता है।
अशोका कन्वेंशन केंद्र (Ashoka Convention Centre)

अपनी पटना यात्रा के दौरान थोड़ा समय निकालकर अशोक कन्वेंशन सेंटर ज़रूर देखें। इसे बनाने में लगभग 3 साल लगे और इसमें तीन प्रमुख हस्ताक्षर भवन शामिल हैं जो बापू सभागार, ज्ञान भवन, सब्यता द्वार हैं। अशोक कन्वेंशन सेंटर के अंदर आप प्रदर्शनी हॉल, एक सभागार, फूड कोर्ट और कई अलग-अलग चीजें देख सकते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। इस कन्वेंशन सेंटर में आप सुबह 10 बजे से रात के 9 बजे तक जा सकते हैं।
कुम्हरार (Kumhrar)

कुम्हरार में पाटलिपुत्र की पुरातात्विक खुदाई शामिल है और यह अजातशत्रु, चंद्रगुप्त और अशोक की प्राचीन राजधानी को प्रदर्शित करता है। यह रेलवे स्टेशन से छह किलोमीटर दूर कंकड़बाग रोड पर है। यहां की खुदाई से 600 ईसा पूर्व से 600 ईस्वी तक के चार निरंतर काल के अवशेष मिले हैं। पटना के दक्षिण में कुम्हरार में प्राचीन शहर पाटिलपुत्र के अवशेष मिले हैं।
प्रवेश शुल्क
यहां बच्चों के लिए 10 रुपये और बड़ों के लिए 20 रुपये प्रवेश शुल्क है। यहाँ सुबह 10 बजे से 4 बजे तक किसी भी समय जा सकते हैं।
पादरी की हवेली (Padri Ki Haveli)

इसे सेंट मैरी चर्च के नाम से भी जाना जाता है जिसका निर्माण 1772 में किया गया था। 70 फीट लंबे, 40 फीट चौड़े और 50 फीट ऊंचे इस स्मारक की आधारशिला कलकत्ता के विनीशियन आर्किटेक्ट तिरेटो द्वारा रखी गई थी। । क्रिसमस की पूर्व संध्या के दौरान ईसाई और गैर-ईसाई दोनों ही लोग चर्च में आते हैं। मदर टेरेसा ने इसी चर्च में प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
प्रवेश शुल्क
चर्च में प्रवेश निःशुल्क है। चर्च सभी सार्वजनिक छुट्टियों सहित, सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक सभी दिन खुला रहता है।
पत्थर की मस्जिद (Patthar ki Masjid)

यह पटना का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक विरासत स्थल है और तख्त श्री हरमंदिर साहब के पास गंगा नदी के तट पर स्थित है। इसका निर्माण वर्ष 1621 में सम्राट जहांगीर के बेटे परवेज़ शाह ने करवाया था। मस्जिद पत्थर से बनी है, इसलिए इसका नाम पत्थर की मस्जिद है। पत्थर की मस्जिद को सैफ खान की मस्जिद, संगी मस्जिद और चिम्मी घाट मस्जिद के नाम से भी जाना जाता है।
प्रवेश शुल्क
मस्जिद में कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। सार्वजनिक छुट्टियों सहित सप्ताह के सभी दिनों में समय सुबह 6.00 बजे से रात 8.00 बजे तक है।
मनेर शरीफ (Maner Sharif)

मनेर शरीफ पटना से लगभग 30 किलोमीटर दूर है। यहाँ का नुकदी का लड्डू बहुत मशहूर है। यह किसी समय मुस्लिम संस्कृति का बिहार में सबसे पुराना केंद्र था| ग्यारहवीं शताब्दी में और उसके बाद भी यह सूफी फकीरों का आध्यात्मिक केंद्र बना रहा। मनेर में इस समय दो दरगाह हैं, बड़ी और छोटी। बड़ी दरगाह बिहार के मुसलमानी धर्म स्थानों में सबसे ज्यादा पवित्र गिनी जाती है।
प्रवेश शुल्क
यहां कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
खुदाबक़्श लाइब्रेरी (Khudabakshh Library)

अगर आप पढ़ने के शौक़ीन हैं तो पटना विजिट के दौरान खुदाबक़्श ओरियेन्टल लाइब्रेरी जाना नहीं भूलें। यह भारत के सबसे प्राचीन पुस्तकालयों में से एक है। मौलवी ख़ुदाबख्श ख़ान द्वारा पुस्तकों के निज़ी दान से शुरू हुआ यह पुस्तकालय देश की बौद्धिक सम्पदाओं में काफी प्रमुख है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश निःशुल्क है। शुक्रवार को छोड़कर आप यहाँ सुबह 9.30 से शाम के 5 बजे तक किसी भी समय जा सकते हैं।
पटना घूमने का सही समय – Best time to visit Patna
यहां गर्मी बहुत ज्यादा होती है इसलिए गर्मियों में पटना घूमने का प्लान बनाना सही नहीं रहेगा। पटना जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक सर्दियों के महीनों के दौरान है।
पटना कैसे पहुँचें -How to reach
हवाई जहाज़ से- अगर आप हवाई यात्रा करके पटना पहुँचना चाहते हैं तो यहाँ के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकता जैसे कई बड़े शहरों से सीधे फ्लाइट है।
ट्रेन से- पटना गया लाइन, फतुहा इस्लामपुर लाइन और बख्तियारपुर राजगीर लाइन पटना जंक्शन शहर के मध्य स्थित रेलवे स्टेशन हैं जहाँ से सभी मुख्य शहरों तक एक्सप्रेस और सुपर फ़ास्ट रेल का जाल बिछा है| पटना से दिल्ली, मुंबई, गुवाहाटी, वारानसी, अमृतसर, बंगलोर, लखनऊ और चेनई से सीधे ट्रेन है।
सड़क मार्ग- पटना शहर सड़क नेटवर्क से भली भांति जुडा है। बोद्ध गया, राजगीर, रांची और सिलीगुड़ी पटना से सड़क मार्ग से जुड़े हैं। यहाँ से कई जगहों के लिए बस सुविधा उपलब्ध है। आप अपनी गाड़ी से भी यहां पहुँच सकते हैं।
पटना में ठहरने के लिए टॉप होटल- Top Hotels in Patna
होटल मौर्य
मज़हरूल्हक पथ, साउथ गांधी मैदान, राजाजी सलाई, पटना
होटल चाणक्य
बीर चंद पटेल मार्ग, पटना
होटल पाटलिपुत्र अशोक
बीर चंद पटेल मार्ग, किदवईपुरी, पटना
FAQ | क्या आप जानते हैं
अच्छे से पटना शहर घूमने में आपको चार से पाँच दिन का समय लग सकता है।
यह आपके बजट पर निर्भर करता है। अगर आप पटना की ख़ास-ख़ास जगह घूमते हैं तो आप 15 से 20 हज़ार में घूम सकते हैं। लेकिन, अगर आप किसी अच्छे होटल में रहकर पूरा पटना घूमते हैं तो आपको अपना बजट 20 से 25 हज़ार के बीच रखना होगा।
पटना में 1000 रुपए से 9-10 हज़ार रुपए के अंदर छोटे-बड़े कई तरह के होटल हैं। आप अपने बजट और पसंद के अनुसार किसी भी होटल का चयन कर सकते हैं।
रात में पटना में घूमने के ज्यादा विकल्प नहीं हैं। हाँ, हमुमान मंदिर और पटना का मार्केट आप रात के समय घूम सकते हैं।
पटना में आप रात के समय आप लिट्टी चोखा, गोल गप्प, झालमुड़ी, आलू चॉप, सिंघाड़ा या समोसे जैसी स्ट्रीट फ़ूड का आनंद ले सकते हैं।
