National Vaccination Day: वैक्सीनेशन को सरल और आसान शब्दों में टीकाकरण कहा जाता है। बिमारियों से बचाने के लिए शरीर में इम्युम सिस्टम को एक्टिव करने के लिए टीकाकरण किया जाता है। नेशनल वैक्सीनेशन की शुरुआत साल 1995 में की गयी थी। इसी साल पहली बार ओरल पोलियो वैक्सीन भी दी गयी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक उस वक्त देश में पोलियो के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही थी। इसलिए पांच साल से कम की उम्र के सभी बच्चों को पोलियो की वैक्सीन दी गयी।
जिससे पोलियो के मामले लगभग पूरी तरह से खत्म हो गये। साथ ही साल 2014 में देश को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया गया था। इसके अलावा 16 मार्च को नेशल वैक्सीनेशन डे मानने के पीछे सभी उम्र के लोगों के अलावा खासकर बच्चों को बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। वैक्सीनेशन के जरिये हल साल लाखों लोगों की जान बचाई जाती है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक पूरी दुनिया में करोड़ों बच्चे ऐसे हैं, जो आज भी वैक्सीनेशन से दूर हैं। एस आंकड़े को देखते हुए या सवाल उठान लाजमी है कि, क्या आप अपने बच्चे का समय समय पर वैक्सीनेशन करवा रही हैं? कहीं आपका बच्चा भी वैक्सीनेशन से दूर तो नहीं? क्या आप बच्चे के लिए वैक्सीनेशन की जरूरत को जानती हैं? अगर नहीं, तो आपको इस बारे में जान लेना चाहिए।जानिए बच्चे के लिए वैक्सीनेशन की जरूरत
प्रेगनेंसी में जरूरी वैक्सीनेशन

प्रेगनेंसी के दौरान महिला और पेट में पल रहे बच्चे को टिटनेस की बीमारी से बचाने के लिए बूस्टर टीका लियेटिटेनसटाक्साइड का दूसरा टीका एक महीने के अंतर पर लगवाना जरूरी होता है। अगर आने पिछले तीन सालों में दो टीके लगवा चुकी हैं, तो केवल एक टीका लगवा लेने से काम चल जाएगा।
इन्फेक्शन से बचाने के लिए जरूरी वैक्सीनेशन
बच्चों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए उन्हें हिपेटाटिस बी का वैक्सीनेशन करवाना जरूरी होता है। इसके वायरस के संक्रमण से लीवर में सूजन होने लगती है, और बच्चे को पीलिया होने का खतरा रहता है। यह वैक्सीन बेहद जरूरी होती है।
खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए

बच्चों के समय समय पर वैक्सीनेशन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में डीटीपी वैक्सीन लगाई जाती है। जो शरीर में तीन तरह की इन्फेक्टेड बिमारी के साथ काली खांसी और टिटनेस से बचाव करने में मदद करता है।
पोलियो से बचाए वैक्सीनेशन

बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए पोलियो की वैक्सीन जरुर लगवानी चाहिए। अगर यह बिमारी बच्चे को हो जाए तो, इससे बच्चा अपंग हो जाता है। पोलियो का टीका ऐसे खतरे से बचाता है।
टीबी से बचाने के लिए वैक्सीनेशन

बच्चे को टीबी से बचाने के लिए बीसीजी का वैक्सीन लगाया जाता है। यह वैक्सीन बच्चे को टीबी जैसी खतरनाक बीमारी से बचाता है। ध्यान रखें कि . आपके बच्चे को यह वैक्सीन अनिवार्य रूप से लगी हो।
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दिमाग के बुखार से बचाने के लिए वैक्सीनेशन

बच्चों को हिब बैक्टीरिया के इंफेक्शन से बचाने के लिए हिब वैक्सीन लगवानी जरूरी होती है। यह वैक्सीन काली, खांसी, टिटनेस और रच इन्फ्लांजी बी जैसी बिमारियों से बचाने में मदद करता है।
इसके अलावा आय दिन देश दुनिया में नई नई तरह की बीमारियां दस्तक देती रहती हैं। जिनसे निपटने के लिए वैक्सीनेशन लगवाना बेहद जरूरी है। नेशनल वैक्सीनेशन डे न सिर्फ छोटे बच्चे बल्कि बसे और बूढों के लिए भी जरूरी है। डब्लूएचओ के मुताबिक कई बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीन किसी वरदान की तरह काम करता है। साथ ही हर साल वैक्सीनेशन के जरिये लगभग दो से तीन मिलियन लोगों की जान बचाई जाती है।
