इन मंदिरों में हो चुके हैं अविश्वसनीय घटनाएं
इस लेख में आपको भारत के ऐसे ही कुछ खास मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जहां कुछ अनोखी और रहस्यमयी घटनाएं हुई थी।
Mysterious Temples in India: आप दर्शन के लिए मंदिर में जाते हैं। ये मंदिर हमारी आस्था के प्रतीक होते हैं, लेकिन भारत में कुछ ऐसे मंदिर हैं जिन्हें रहस्यमयी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसकी वजह हैं यहां होने वाली अद्भुत और रहस्यमयी घटनाएं। इन मंदिरों को इन रहस्यमयी बातों के लिए ज़्यादा जाना जाता है और हर कोई जब इन मंदिरों में प्रवेश करता है, तो उसी जिज्ञासा के साथ करता है कि यहां कुछ रहस्यमयी घटा था।
चलिए इस लेख में आपको भारत के ऐसे ही कुछ खास मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जहां कुछ अनोखी और रहस्यमयी घटनाएं हुई थी।
Mysterious Temples: वीरभद्र मंदिर, आंध्र प्रदेश

वीरभद्र मंदिर भारत के सबसे रहस्यमयी मंदिरों में शामिल है। वीरभद्र मंदिर की एक रहस्यमयी बात यह है कि यहां 70 बड़े स्तम्भों में एक स्तम्भ मंदिर की छत को तो छूता है, लेकिन जमीन से उठा रहता है। इस पिलर को हैंगिंग पिलर भी कहते हैं। यहां अक्सर पर्यटक स्तम्भ के नीचे से कपड़ा निकालते हुए इस सच्चाई को परखते हुए दिखते हैं।
स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर, गुजरात

गुजरात में स्थित स्तम्भेश्वर महादेव मंदिर भी रहस्यमय मंदिरों में से एक है। कहा जाता है कि ये मंदिर दिन में कुछ समय के लिए पूरी तरह से गायब हो जाता है। गायब होने के बाद इस मंदिर का एक भी हिस्सा दिखाई नहीं देता। ये मंदिर गुजरात में अरब सागर और कैम्बे की खाड़ी के तट के बीच मौजूद है, जो हाई टाइड के दौरान रोजाना पानी में डूब जाता है। पानी हटने के बाद इसे फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है। माना जाता है इस मंदिर को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने बनवाया था।
महाकाल मंदिर, उज्जैन

उज्जैन के महाकालमंदिर को लेकर तमाम रहस्य आज भी मौजूद हैं। कहा जाता है कि उज्जैन आकाश और धरती का केंद्र है। यहां के एक ही राजा हैं और वो हैं कालों के काल महाकाल। यहां अनेक मंत्र-जप और अनुष्ठान होते हैं। तंत्र क्रियाओं के लिए भी ये जगह जानी जाती है। मान्यताओं के मुताबिक राजा भोज के काल से ही यहां कोई राजा नहीं रुकता है। यहां तक कि बड़े राजनीतिक पद पर बैठे जनप्रतिनिधि भी रात में यहां नहीं रुकते। इसका राज कोई नहीं जानता, लेकिन ऐसी घटनाएं राजनीतिज्ञों और पुराने राजपरिवार से जुड़े लोगों को विवश करती हैं कि वो उज्जैन की सीमा में रात को बिल्कुल भी न रुकें।
करणी माता मंदिर, बीकानेर

भारत के बीकानेर में करणी माता मंदिर का मशहूर मंदिर है। ये मंदिर भी किसी रहस्यमयी मंदिर से कम नहीं है। मंदिर में 20,000 से अधिक चूहे है, और चूहों का झूठा भोजन बेहद पवित्र माना जाता है। भोजन को वहां प्रसाद के रूप में भी बांटा जाता है।
कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी

गुवाहाटी के निलाचल पहाड़ी पर मौजूद कामाख्या देवी मंदिर मां दुर्गा के 51 शक्तिपीठों में आता है। इस मंदिर को अपने काले जादू के अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। हर साल मानसून के दौरान मंदिर 3 दिन के लिए बंद कर दिया जाता है। माना जाता है कि गर्भग्रह से बहने वाला झरना उन दिनों में लाल हो जाता है। साथ ही भक्तों को प्रसाद के रूप में पत्थर की मूर्ती को ढकने वाला लाल कपड़ा काटकर दिया जाता है।
असीरगढ़ शिव मंदिर, मध्य प्रदेश

ऐसा ही एक अद्भुत मंदिर मध्यप्रदेश के बुरहानपुर शहर से 20 किमी दूर असीरगढ़ किले में है। कहा जाता है कि इस किले में स्थित शिव मंदिर में अश्वत्थामा आज भी पूजा करने आते हैं। स्थानीय निवासी अश्वत्थामा से जुड़ी कई कहानियां सुनाते हैं। वे बताते हैं कि अश्वत्थामा को जिसने भी देखा, उसकी मानसिक स्थिति हमेशा के लिए खराब हो गई।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, राजस्थान

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में स्थित है, जो भारत के सबसे रहस्यमय मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यहां जाने पर आपको कई विचित्र दृश्य देखने को मिल जाएंगे, जिन्हें पहली बार देखकर आप डर भी सकते हैं क्योंकि माना जाता है कि यहां पर प्रेत बाधा से परेशान लोगों को मुक्त करवाया जाता है, जिनकी हरकतें यकीनन आपको विचलित कर सकती हैं।
वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश

वेंकटेश्वर मंदिर आंध्र प्रदेश में स्थित है। कहते हैं मंदिर में स्थापित तिरूपति बालाजी की दिव्य काली मूर्ति किसी ने बनाई नहीं बल्कि वह जमीन से प्रकट हुई है। यही नहीं, मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति पर लगे बाल असली हैं, जो कभी उलझते नहीं हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, भगवान की मूर्ति पर कान लगाकर सुनने पर समुद्र की लहरों की ध्वनि सुनाई देती है। शायद इसी वजह से मंदिर में स्थापित मूर्ति हमेशा नम रहती है।
ज्वाला जी मंदिर, हिमाचल

देवी से आशीर्वाद पाने के लिए सालभर लोग कांगड़ा के ज्वाला जी मंदिर में आते हैं। मंदिर के ठीक बीच में एक खोखले पत्थर में एक लौ है जो कि सैकड़ों वर्षों से जल रही है। पौराणिक कहानियों के अनुसार भगवान शिव की पत्नी सती ने तब दुख में अपने आप को भस्म कर लिया था जब उनके पिता ने शिव का अपमान किया था। कहते हैं कि जली हुई लाश को लेकर शिव ने तांडव किया था और उनके ऐसा करने के दौरान सती का शरीर 51 हिस्सों में धरती पर गिर गया था। इनमें से प्रत्येक स्थान हिंदुओं के लिए एक तीर्थ बन गया। कांगड़ा की ज्वाला जी को सती की जीभ के तौर पर माना जाता है।
कुत्ते का मंदिर, कर्नाटक

रामनगर जिले के चन्नापाटना में एक समुदाय है जिसने श्वान के सम्मान में एक असामान्य मंदिर बनाया है। श्वान देवता का आशीर्वाद पाने के लिए यहां लोग पूजा करते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुत्ते को स्वामीभक्त और अच्छे स्वभाव वाला माना जाता है, लेकिन समय-समय पर वह दुर्जेय भी साबित होते हैं। कहा जाता है कि श्वान देवता गांव के देवता के साथ मिलकर अपने काम करते हैं।
बालाजी मंदिर, चिल्कुर, हैदराबाद
कुछ देवता आपको समृद्धि् देते हैं, कुछ रक्षा करते हैं लेकिन हैदराबाद के चिल्कुर बालाजी मंदिर के देवता आपको अमेरिका का वीजा दिलाने की सामर्थ्य रखते हैं। यह मंदिर हैदराबाद के बाहरी इलाके में स्थित है। इसे वीजा वाला मंदिर भी कहते है। डॉलरों का सपना देखने वाले बहुत से लोग, जोकि किसी भी धर्म और जाति के हो सकते हैं, अपने वीजा इंटरव्यू से पहले मंदिर में आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। यहां आने वाले लोगों को अगर वीजा मिल जाता है, तो उन्हें अपनी प्रतिज्ञा पूरी करनी होती है और मंदिर के अंदर के हिस्से की 108 बार परिक्रमा करनी पड़ती है। आप भले इस बात पर हंस सकते हैं, लेकिन यह पुरानी दुनिया में नई मान्यताओं का एक प्रशंसनीय उदाहरण है।
