पता लगाइए कि वित्तीय रूप से स्वतंत्र हैं कि नहीं
आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने से ना सिर्फ आपका आत्म-सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि आप अपने परिवार की भी बेहतर वित्तीय सम्रद्धि सुनिश्चित कर सकेंगी।
Money Management Tips: आज महिलाएं मुश्किल से मुश्किल क्षेत्रों में भी काम करते हुए ख़ुद को सशक्त बना रही हैं। हालांकि, जब बात वित्तीय फैसले लेने की होती है, तो उन्हें यह शब्द काफी जटिल लगता है। इसलिए सक्षम महिलाएं भी वित्तीय मामलों से दूर रहना ही पसंद करती हैं और इनसे जुड़े फैसलों के लिए पति या अन्य किसी पुरुष सदस्य पर निर्भर रहती हैं, लेकिन आपका यही तरीका आपकी आर्थिक तरक्की और स्वतंत्रता के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा बन जाता है। अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम और स्वतंत्र रहना चाहती हैं, तो चाहें सिंगल हो या मैरिड, अपने आर्थिक निर्णय हर हाल में स्वयं लें। आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने से ना सिर्फ आपका आत्मसम्मान और आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आप अपने परिवार की भी बेहतर वित्तीय समृद्धि सुनिश्चित कर सकेंगी। जानें कैसे रखें अपने वित्तीय मामलों पर नियंत्रण।

अपनी कमाई का पूरा हिसाब रखें
आप जितना भी कमाती हैं, उसका हिसाब जरूर रखें। अगर आप वर्किंग नहीं हैं, तो भी आपको एक जिम्मेदार पत्नी के रूप में पति की कमाई के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। घर के पूरे पैसे के हिसाब की जिम्मेदारी लें क्योंकि कई पुरुष पैसों के मामले में ज्यादा जागरूक नहीं रहते हैं।

घर का बजट स्वयं बनाएं
बजट बनाना एक अच्छी वित्तीय रणनीति का शुरुआती बिंदु है। आपके परिवार का खर्चा कितना है, इसका बजट आपको स्वयं बनाना चाहिए। अगर आपके पति बनाते हैं, तो भी आपको उनके साथ बैठकर पूरी जानकारी रखनी चाहिए। इसमें छोटे-बड़े हर तरह के खर्चे को शामिल करें और यह सुनिश्चित करना भी आपका ही काम है कि महीने भर का खर्च आपके बनाए हुए बजट से ज्यादा ना हो।

बचत जरूर करें
महिलाएं शुरू से ही बचत के मामले में पुरुषों से बेहतर साबित हुई हैं। इसलिए अगर आप अच्छा कमाती हैं तो यह भी देखें कि आप बचत किस तरह कर सकती हैं। समय आने पर यह बचत ही आपके काम आएगी। अपनी आय का कम से कम 20 से 25 फीसदी बचत करने की कोशिश करें।

कहाँ निवेश करना है खुद तय करें
अगर बचत किए हुए पैसे को सही जगह निवेश नहीं किया तो लंबे समय में इससे आपको नुकसान ही होने वाला है, इसलिए बचत के साथ ही निवेश के बारे में भी जागरूक रहें। अपने पैसे को कहाँ निवेश करना है, कितना निवेश करना है, इसके लिए फैसला लेने का अधिकार आप स्वयं के पास ही रखें। हो सकता है आपको लोग शेयर मार्केट में या और कहीं निवेश करने की सलाह दें, लेकिन अगर आप गोल्ड या पीपीएफ या और कहीं निवेश करना चाहती हैं, तो खुद निर्णय लें। स्वयं ही ऑनलाइन रिसर्च करके जानें कि कहाँ निवेश करना उचित होगा। चाहें तो बेहतर फाइनेंशियल प्लानर की मदद ले सकती हैं, जो पैसों और निवेश से जुड़े सभी सवालों के जवाब दे सके।

लक्ष्य निर्धारित करें
आप सही फाइनेंसियल प्लानिंग करके अपने शार्ट टर्म और लांग टर्म गोल तय करें और उसके हिसाब से ही आगे बढ़ें। अगर आप लक्ष्य तय कर लेंगी तो आपके लिए निर्णय लेने आसान हो जाएंगे। सही प्लानिंग करके आमदनी, ख़र्च और निवेश को व्यवस्थित करती हैं तो आप सही तरीके से पैसों का प्रबंधन करते हुए धन संचय, धन की बढ़त और सम्पत्ति के लक्ष्य को हासिल कर सकेंगी।

तो देखें कि आप भी वित्तीय रूप से स्वतंत्र हैं या नहीं और भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में आगे बढ़ें।
