shubh labh sticker on door
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Mix Material in Exterior: कल्पना कीजिए एक पहाड़ी इलाके में स्थित एक घर, जिसकी बाहरी दीवारें ग्रे स्टोन से बनी हैं। लेकिन एक साइड पर वर्टिकल स्लैटेड वुड का इस्तेमाल हुआ है, जो गर्मजोशी और नेचुरल फील देता है। बीच-बीच में बड़े ग्लास पैनल्स हैं, जो अंदर और बाहर की दुनिया को जोड़ते हैं। ये घर न केवल सुंदर दिखता है, बल्कि इसके अलग-अलग मटेरियल्स हर मौसम में अलग-अलग रूप में चमकते हैं।

आज के दौर में घर सिर्फ रहने की जगह नहीं रह गए हैं, बल्कि व्यक्तित्व और रचनात्मकता का प्रतीक बन चुके हैं। खासतौर पर घर का बाहरी हिस्सा, यानी एक्सटीरियर, अब एक कैनवास की तरह बनता जा रहा है जहां आर्किटेक्ट्स और होमओनर्स अपनी स्टाइल, सोच और ट्रेंड्स को उकेरते हैं। और इस परिवर्तन के केंद्र में है मिक्स मैटेरियल्स का कमाल।

पहले जहां घर की बाहरी दीवारें केवल ईंट और प्लास्टर से बनी होती थीं, आज वहां लकड़ी, पत्थर, कांच, धातु और यहां तक कि कॉन्क्रीट के अलग-अलग फिनिश एक साथ उपयोग किए जा रहे हैं। ये सब मिलकर बनाते हैं एक ऐसा टेक्सचर और लुक, जो दूर से देखने पर भी ध्यान खींचता है।

विजुअल डाइवरसिटी

मिक्स मटेरियल्स से एक्सटीरियर में विविधता आती है। टेक्सचर, रंग और फॉर्म का खेल इसे एक आर्टवर्क जैसा बना देता है।

स्थायित्व

अलग-अलग सामग्री अलग-अलग प्राकृतिक चुनौतियों के लिए उपयुक्त होती हैं। जैसे पत्थर गर्मी में ठंडा रहता है, लकड़ी नेचुरल इंसुलेटर है।

पर्यावरण के प्रति सजगता

आजकल कई मटेरियल्स पर्यावरण के अनुकूल होते हैं, जैसे रिसायकल की गई लकड़ी या लोकल स्टोन।

भारत के हर राज्य की अपनी एक खास पहचान होती है  और ये पहचान अब घरों के डिज़ाइन में भी दिखने लगी है। अलग-अलग जगहों पर लोग मिक्स मटेरियल्स को अपने स्थानीय अंदाज़ में इस्तेमाल कर रहे हैं। जैसे राजस्थान में सैंडस्टोन , लाल ईंट और लोहे की जाली का इस्तेमाल घर को एक शाही और पारंपरिक लुक देता है। वहीं केरल में लकड़ी, नारियल के रेशे और खुली हवा देने वाले कांच के डिज़ाइन घर को प्राकृतिक और ठंडा बनाए रखते हैं।

Mix Material in Exterior
house exterior

गोवा में घरों में रंग-बिरंगे टाइल्स, स्टुको वॉल यानी चूने और सीमेंट का मिश्रण और पीतल की सजावट देखी जाती है, जो वहां के ट्रॉपिकल और हल्के-फुल्के माहौल को दर्शाती है। दूसरी तरफ, हिमाचल जैसे ठंडे और पहाड़ी इलाकों में पत्थर, लकड़ी की बीम और स्लेट की छतें घर को मजबूत, गर्म और सुंदर बनाती हैं। हर जगह अपने मौसम और संसाधनों के अनुसार एक अलग स्टाइल अपना रही है, जो दिखने में सुंदर होने के साथ-साथ उस जगह के लिए बिलकुल उपयुक्त भी होती है।

आर्किटेक्ट्स अब 3D प्रिंटेड मटेरियल्स, बायो-कॉन्क्रीट और यहां तक कि मेटल ग्रिड्स को भी एक्सटीरियर डिज़ाइन में शामिल कर रहे हैं। मकसद है ऐसा घर बनाना जो देखने में अलग हो, टिकाऊ हो और अपनी कहानी खुद कहे।

राधिका शर्मा को प्रिंट मीडिया, प्रूफ रीडिंग और अनुवाद कार्यों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा पर अच्छी पकड़ रखती हैं। लेखन और पेंटिंग में गहरी रुचि है। लाइफस्टाइल, हेल्थ, कुकिंग, धर्म और महिला विषयों पर काम...