अनोखे नजारों और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर मेघालय को तीन दिन में करें एक्सप्लोर: Meghalaya Itinerary for 3 Day
Meghalaya Itinerary for 3 Day

मेघालय पूर्वोत्तर भारत का प्यारा सा राज्य

ख़ूबसूरत झीलों से लेकर मनोरम घाटियों तक के दर्शन हो सकते हैं। इस जगह पर आप गुफाओं और झरनों के साथ ही साथ प्रकृति के अद्भुत नजारा भी देख सकते हैं।

Meghalaya Itinerary for 3 Day: मेघालय पूर्वोत्तर भारत का बहुत ही प्यारा सा राज्य है। यह हमारे देश के सबसे ख़ूबसूरत राज्यों में गिना जाता है। इस जगह पर तरह-तरह के पर्यटन स्थल और ख़ूबसूरत नज़ारे मौजूद हैं जिसकी वजह से हर कोई जाना चाहता है। इस जगह पर आपको ख़ूबसूरत झीलों से लेकर मनोरम घाटियों तक के दर्शन हो सकते हैं। इस जगह पर आप गुफाओं और झरनों के साथ ही साथ प्रकृति के अद्भुत नजारा भी देख सकते हैं। इस जगह पर तरह तरह की साहसिक और पर्यटक गतिविधियाँ होती हैं जिन्हें आप एंजोय कर सकते हैं। 

इस राज्य की कुछ जगहों को विश्व स्तर पर भी जाना जाता है। चेरापूंजी मेघालय का एक ऐसा स्थान है। इस जगह को  दुनिया में सबसे अधिक वर्षा के लिए जाना जाता है। इसी तरह से इस राज्य की राजधानी जोकि शिलांग है को पूरी दुनिया में अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है और पूर्व का स्कॉटलैंड के रूप में जानी जाती है। इस जगह पर आकर आप एशिया के सबसे स्वच्छ गांव के साथ साथ देश की सबसे स्वच्छ नदी देख सकते हैं। 

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Meghalaya Itinerary for 3 Day
Meghalaya Itinerary for First Day

उमियम झील के आसपास कैम्पिंग : उमियम झील मेघालय के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिनी जाती है। यह दुनिया भर से आए सैलानियों के लिए किसी अजूबे की तरह है। यह जगह बहुत ही शांत और ख़ूबसूरत है जिसकी वजह से इसके आसपास के क्षेत्र में लोग कैम्पिंग लगाना पसंद करते हैं। इस जगह पर कैम्पिंग के दौरान आपको जो शांति और सकून का अनुभव होगा वह कहीं और नहीं मिलेगा। इस जगह पर आप कैम्पिंग के साथ साथ जूमरिंग, रैपलिंग, रॉक क्लाइंबिंग, जिप लाइनिंग आदि का भी भरपूर मज़ा ले सकते हैं। यह साहसिक खेल आपको उन्माद से भर देंगे और आपकी यात्रा को बहुत ही लाजवाब बना देंगे। 

लेटलम कैनियन में ट्रेकिंग करें : मेघालय की पहाड़ियों में स्थित लेटलम घाटी का एक अलग ही चार्म है। यह जगह बहुत ही शांत और ख़ूबसूरत है तथा अपने ख़ूबसूरत पहाड़ी रास्तों की वजह से जानी जाती है। जिसकी वजह से लोग इस जगह पर आकर ट्रेकिंग करना पसंद करते हैं। लेटलम घाटी का यह ट्रेक पूरे उत्तर पूर्व में जाना जाता है। यह एक छोटा मगर चुनौतिपूर्ण ट्रेक है। सबसे अच्छी बात यह कि यदि आप पूरी तरह से स्वास्थ्य हैं तो इस ट्रेक को महज़ 4 – 5 घंटे में पूरा कर सकते हैं। इसलिए जो लोग इस घाटी में एक दो दिन के लिए भी आते हैं वह ट्रेकिंग करना नहीं भूलते हैं। 

शिलांग के बड़ा बाजार में खरीदारी करें : शिलांग मेघालय की राजधानी है और अपने बाजार के लिए जानी जाती है। ऐसे में यदि आप मेघालय आते हैं तो इन बाज़ारों को देखना और ख़रीददारी करना बिल्कुल भी नहीं भूलना चाहिए। इस जगह पर वैसे तो कई बाज़ार हैं लेकिन जो सबसे ज़्यादा प्रसिद्ध है वह है बड़ा बाजार। यह सभी बाज़ार शिलांग की ख़ूबसूरत पहाड़ियों के बीच में स्थित हैं जो यहाँ की ख़ूबसूरती को और भी बढ़ा देते हैं। इस बाजार में आकर आप इस जगह की स्थानीयता का भरपूर मज़ा ले सकते हैं। यहाँ की कलाकृतियां, वस्त्र निर्माण, हस्तशिल्प देख सकते हैं।

Day 2 – Visit Don Bosco Museum

डॉन बॉस्को म्यूजियम देखने जाएं : डॉन बॉस्को म्यूजियमन मेघालय का ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर पूर्व का एक बहुत ही महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र है। इस जगह पर आकर आप इस जगह के ऐतिहासिक महत्व को अच्छी तरह से जान और समझ सकते हैं। हैक्सागॉन आकर में बने इस म्यूजियम को उत्तर पूर्व के सबसे सर्वश्रेष्ठ म्यूजियम में गिना जाता है। यह म्यूजियम काफ़ी ख़ूबसूरत और भव्य है जिसमें 7 मंजिलें हैं। इससे भी ख़ूबसूरत बात यह कि यह सबी उत्तर पूर्व के सात राज्यों का प्रतिनिधित्व करती हैं। इस जगह पर आकर आप सभी 7 उत्तर पूर्व राज्यों की समृद्ध संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। 

सिजू गुफा में जाएं : मेघालय में स्थित सिजू गुफाएं वैसे तो कई कारणों से जानी जाती हैं लेकिन सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात यह कि इन गुफ़ाओं को भारत की पहली प्राकृतिक लाइमलाइट गुफा होने का श्रेय प्राप्त है। यह कई शताब्दी पुरानी चूने से बनी संरचनाएं किसी प्राकृतिक चमत्कार से कम नहीं हैं। कई लोग इन गुफ़ाओं को बैट केव्स के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इन गुफाओं में चमगादड़ों की भरमार है। यही कारण है कि इस जगह पर देश के कोने कोने से इस विस्मयकारी गुफ़ाओं को देखने के लिए आते हैं। यदि आप साहसिक पर्यटन के शौक़ीन हैं तो यह आपको और भी ज़्यादा पसंद आएँगी। 

मावनफ्लूर गांव घूमने जाएं : मेघालय के गांव भी बहुत ही ख़ूबसूरत हैं। इस जगह पर स्थित ऐसा ही एक गांव है मावनफ्लूर गाँव जोकि देश भर में अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि इस गांव में दुनिया भर के सैलानी पहुंचते हैं और गांव के लोग बहुत ही ख़ुशी से उनका स्वागत करते हैं। इस जगह पर आकर आप भी इस गांव की ख़ूबसूरती और यहाँ के हरे भरे दृश्यों का मज़ा ले सकते हैं। इस जगह के स्थानीय बाज़ार में शामिल हो सकते हैं। इस जगह की संस्कृति और खानपान को देख और समझ सकते हैं। 

Day 3 – Visit Masawdong Waterfall
Day 3 – Visit Masawdong Waterfall

मासावडोंग जलप्रपात : मेघालय में स्थित मावसावडोंग वाटरफॉल को कुछ लोग डेंगदोह वाटरफॉल्स के नाम से भी जानते हैं। यह जलप्रपात इतना ख़ूबसूरत है कि इसे देखकर आप ख़ुशी से झूम उठेंगे। यह मेघायल की सबसे खूबसूरत जगहों में आदि है बावजूद इसके इस जगह पर आपको काफ़ी कम भीड़भाड़ देखने को मिलेगी। इसलिए आप यहाँ आकर शांति और सकून के साथ कुछ समय व्यतीत कर सकते हैं। यह झरना आपको बहुत ही रास आएगा और इसके मिले अनुभव को आप यात्रा पूरा होने के बाद भी नहीं भूल पायेंगे। 

कोंगथोंग गांव : कोंगथोंग गांव मेघालय के सबसे अनोखी जगह कही जाती है। यह इस राज्य के सबसे गुप्त और रहस्यमय स्थलों में से एक है। इस जगह के बारे में कहा जाता है कि इस पर प्रकृति की नेमत है। जिसका सबसे ज़्यादा लाभ इस जगह पर आने वाले पर्यटकों को मिलता है। इस जगह पर देश के कोने कोने से आकर सैलानी यहाँ की ख़ूबसूरती और प्राकृतिक सुंदरता का मज़ा लेते हैं। आप भी यदि कभी मेघालय आते हैं तो इस जगह पर जाना बिल्कुल भी नहीं भूलें। यह मेघालय की राजधानी शिलांग से महज़ 60 किलोमीटर दूर है।

मावलिंगबना : मेघालय में यदि आप पहली बार आ रहे हैं और कुछ नया एक्सप्लोर करने का मन है तो मावलिंगबना से बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है। इस जगह पर प्रकृति के साथ साथ वाटर ट्रैकिंग का भी भरपूर मजा ले सकते हैं। इसके अलावा इस जगह पर प्रकृति का जो सम्मोहन है वह मन मोह लेगा। इस जगह पर रहते हुए आप कई तरह के झरनों और गुआफों को देखने का भी आनंद ले सकते हैं। 

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...