मेघालय की संस्कृति, खानपान और पर्यटन
इस जगह पर बारिश और बादल की जो छटा देखने को मिलती है वह शायद ही कहीं और देखने को मिलेगी। साथ ही साथ इस जगह के पर्यटन स्थल, खानपान, संस्कृति और विभिन्न प्रकार के त्योहार भी पर्यटकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करते हैं।
Meghalaya Tourist Place: पूर्वोत्तर भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों की बात करें तो उसमें एक नाम मेघालय का भी आता है। यह एक ऐसा राज्य है जो पूरी दुनिया में अपने ख़ूबसूरत और मनभावन मौसम की वजह से जाना जाता है। इस जगह पर बारिश और बादल की जो छटा देखने को मिलती है वह शायद ही कहीं और देखने को मिलेगी। साथ ही साथ इस जगह के पर्यटन स्थल, खानपान, संस्कृति और विभिन्न प्रकार के त्योहार भी पर्यटकों को अपनी तरफ़ आकर्षित करते हैं। यही कारण है कि ब्रिटिश शासन के दौरान इसे “पूर्व का स्कॉटलैंड” कहा जाता था। चेरापूंजी इसी राज्य में स्थित है जोकि दुनिया में अधिकतम वर्षा वाली जगहों में से एक है। यही वजह है कि मेघालय को बादलों की भूमि कहा जाता है। इस समय अगर मेघालय घूमने का विचार बन रहा है तो यहाँ पर स्थित इन पर्यटन स्थलों पर ज़रूर जाना चाहिए।
1.शिलांग (Shillong)

शिलांग भारत के उत्तरपूर्वी भाग का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है और मेघालय की राजधानी है। इस जगह का मौसम और वातावरण ऐसा होता है कि इसे “बादल का निवास” कहकर पुकारा जाता है। यह हिल स्टेशन अपने ख़ूबसूरत पर्यटन स्थलों, संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। इस जगह पर आकर आप मौसम को एंजोय करने के साथ साथ इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता को भी अच्छी तरह से एंजोय कर सकते हैं। शिलांग राजधानी होने के साथ साथ मेघालय के प्रवेश द्वार के रूप में भी काम करता है। यह जगह भारी वर्षा, ऊंचे झरने, मनोरम परिदृश्य और अपनी अलहदा संस्कृति के लिए प्रसिद्ध हैं। इस जगह पर रहकर यहाँ की नाइटलाइफ़, कैफ़े कल्चर का लुत्फ़ लेने के अलावा उमियाम झील, पुलिस ने बाजार, शिलांग पीक, डॉन बॉस्को केंद्र देख सकते हैं।
2.चेरापूंजी (Cherrapunji)

चेरापूंजी को सोहरा के नाम से भी जाना जाता है। यह मेघालय में स्थित पूर्वी खासी हिल्स जनपद का एक बहुत ही ख़ूबसूरत उप विभागीय शहर है। इस जगह को अपने यहाँ होने वाली सबसे ज़्यादा बारिश के लिए जाना जाता है। चेरापूंजी में सबसे ज़्यादा बारिश होती है। इस जगह के नाम एक वर्ष में अधिकतम वर्षा प्राप्त करने का विश्व रिकॉर्ड है। यह जगह मौसम और प्रकृति के लिहाज़ से अच्छी है, उतनी ही ख़ूबसूरत इसकी संस्कृति है। चेरापूंजी और उसके आसपास रहने वाले लोग बहुत ही अच्छे होते हैं, इन स्थानीय लोगों को खासी के नाम से जाना जाता है। इस पूरे क्षेत्र में मिस्टी घाटियों और झरनो की भरमार है जो एक लंबी ड्राइव का निर्माण करते हैं जोकि सड़क यात्राओं के लिए चेरापूंजी को एक आदर्श जगह बना देती है। मावलिननॉंग गांव भी इसी जिले में स्थित हैं जिसे सबसे साफ गांव ख़िताब हासिल है जिसकी वजह से इस जगह पर यहाँ की संस्कृति और यहाँ के स्थानीय भोजन के स्वाद के लिए सैलानी ख़ूब आते हैं।
3.डॉकी (Dawki)

मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जनपद में स्थित डॉकी मेघालय ही नहीं बल्कि देश का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जिसकी वजह से इस जगह पर देश भर से पर्यटक आते हैं। साथ ही साथ भारत और बांग्लादेश की सीमा पर स्थित डॉकी दोनों देशों के बीच व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है। इसलिए यह हमेशा लोगों से भरा रहने वाला शहर है, वसंत महीनों के दौरान यह पर्यटकों से भरा रहता है और इस जगह पर होने वाली पर्यटन से सम्बंधित गतिविधियों का एक बहुत ही ख़ूबसूरत स्थल बन जाता है। यह शहर मेघालय के साथ साथ खासी और जयंतिया हिल्स के बहुत ही ख़ूबसूरत और अद्भुत परिदृश्य दिखता है, यह पहाड़ और प्रकृति को निहारने के लिहाज़ से एक अच्छा स्थान है। इस जगह पर इस दौरान उमंगोट नदी पर नाव की सवारी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिसमें देश भर से लोग आते और इस रोमांचक खेल को ख़ूब एंजोय करते हैं।
4.तुरा (Tura)
पश्चिम मेघालय राज्य के गारो हिल्स जिले में स्थित तुरा मेघालय का एक लोकप्रिय पहाड़ी शहर है। भौगोलिक रूप से देखा जाए तो यह राजधानी शिलोंग से दूर तुरा हिल्स की तलहटी में स्थित तुरा एक बेहद ख़ूबसूरत घाटी है। यह प्राकृतिक रूप से काफ़ी ख़ूबसूरत और समृद्ध जगह है। इस जगह पर लोग इस जगह के पहाड़, नदी, घाटियाँ और मौसम देखने के लिए आते हैं। तुरा में घूमने के लिए कई ख़ूबसूरत पर्यटन स्थलों के अलावा ख़ूबसूरत और प्रसिद्ध झरने भी हैं। इस जगह पर आने वाले लोग रोंगबैंगदरे और पेलेगदारे झरने के साथ-साथ गंडक जलप्रपात को देखना काफ़ी पसंद करते हैं। तुरा से तक़रीबन 12 किमी की दूरी पर स्थित नोकरेक नेशनल पार्क को इस जगह के सबसे प्रमुख आकर्षणों में गिना जा सकता है। इस जगह पर आकर तेंदुआ, बिल्ली, जंगली भैंस और तीतर जैसे विभिन्न प्रकार के जानवर देखे जा सकते हैं। इस जगह पर आकर पक्षी प्रेमी हरे रंग के कबूतर, ग्रे हेडेड मैना, लाल पंखों वाले क्रेकड कोयल और रेड जंगल फाउल आदि देख सकते हैं।
5.जोवाई (Jowai)

मेघालय राज्य के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले में स्थित जोवाई मेघालय का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जिसकी वजह से इस जगह पर देश भर से लोग आते हैं। यह पूरे जनपद के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल होने के साथ साथ व्यवसाय और शिक्षा का केंद्र भी है इसलिए यह राज्य के लिए और भी ख़ास बन जाता है। यह सड़क मार्ग से शिलांग और देश की सभी महत्वपूर्ण जगहों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। चेरापूंजी की तरह, जवाई का भी मौसम और वातावरण हर किसी का मन मोहता है। यह एक पर्यटन स्थल के साथ साथ अपनी ख़ूबसूरत रोड ट्रिप, सुंदर झीलों और खुली हुई घाटियों के लिए जाना जाता है। इस जगह पर लोग प्रकृति और मौसम का मज़ा लेने के साथ साथ झरनों के पास समय बिताना पसंद करते हैं। जोवाई में स्थित थाडलास्केन झील और लालोंग पार्क यहाँ के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक और हॉट स्पॉट हैं जिसे देखना तो बिल्कुल भी नहीं भूलना चाहिए।
6.एलिफेंट फॉल (Elephant Falls)

अपर खासी हिल्स जिले के मुख्य शहर शिलांग के बाहरी इलाके में स्थित एलिफेंट फॉल्स मेघालय की लोकप्रिय जगहों में शुमार किया जाता है। जिसकी वजह से इस जगह पर हर साल हज़ारों सैलानी आते हैं। एलिफेंट फॉल प्राकृतिक रूप से इतना आकर्षक और सुंदर है कि इसे पर्यटकों का स्वर्ग कहा जाता है ब्रिटिश शासन के दौरान एक्सप्लोर किया गया था, जब अंग्रेजों ने एक विशाल चट्टान को देखा था जो कि एक हाथी की तरह दिखती थी। बताया जाता है कि यह चट्टान 1987 में आए एक भूकंप के कारण नष्ट हो गई थी।
7.बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान (Balphakram National Park)

मेघालय के गारो हिल्स के दक्षिण में स्थित बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान देश का एक लोकप्रिय स्थल है। यह तुरा से लगभग 167 किमी की दूरी पर बांग्लादेश की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के करीब पड़ता है। बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान में आप तरह तरह के जीव जंतुओं को देखने के साथ साथ इसमें स्थित गुफाओं को भी देख सकते हैं, यह राष्ट्रीय उद्यान अपनी गुफ़ाओं के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। इस जगह पर ही सिजू-डोबखखोल गुफा है जोकि सिमसु नदी के किनारे पर स्थित है। इस राष्ट्रीय उद्यान में एक विशाल चुंबकीय चट्टान भी है, जिसे देखने के लिए लोग आते हैं। इससे भी ख़ास बात यह कि मेघालय की दक्षिण और पश्चिम गारो हिल्स जिले की सीमा पर गारो हिल्स कंजर्वेशन एरिया को केंद्र सरकार ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया है, जिसमें बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान शामिल है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर अस्थायी सूची में सूचीबद्ध है।
