जाखू मंदिर है खास, संजीवनी बूटी लाते समय यहाँ रुके थे भगवान हनुमान
शिमला का जाखू मंदिर बहुत खास है और इसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है। दरअसल जब रावण से युद्ध के दौरान लक्ष्मणजी मूर्छित हो गए थे, तब संजीवनी बूटी लाने के लिए लंका से हिमालय जाते समय हनुमानजी यहाँ पहुंचे थे।
Jakhu Temple Shimla: अक्सर लोग शिमला की खूबसूरती देखने के लिए यहाँ घूमने जाना पसंद करते हैं, लेकिन शिमला की प्राकृतिक खूबसूरती के अलावा भी यह स्थान अपने धार्मिक महत्व के कारण भी विश्व प्रसिद्ध है। दरअसल यहाँ की शिवालिक पहाड़ियों पर भगवान हनुमान का एक प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर का नाम जाखू मंदिर है और यहाँ दर्शन करने के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर बहुत खास है और इसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है। दरअसल जब रावण से युद्ध के दौरान लक्ष्मणजी मूर्छित हो गए थे, तब संजीवनी बूटी लाने के लिए लंका से हिमालय जाते समय हनुमानजी यहाँ पहुंचे थे। आइए शिमला के जाखू हनुमान मंदिर के बारे में विस्तार से जानते हैं।
रामायण काल से जुड़ा है जाखू मंदिर का इतिहास

जाखू मंदिर का इतिहास रामायण काल की एक रोचक घटना से जुड़ा हुआ है। दरअसल जब लक्ष्मणजी मूर्छित हो गए थे, तब उन्हें जीवित करने के लिए संजीवनी बूटी की तलाश में हनुमानजी हिमालय की ओर गए। रास्ते में हनुमानजी यक्ष ऋषि से मिले और उनसे जड़ी-बूटी के बारे में जानकारी ली। साथ ही हनुमानजी ने लौटकर मिलने का वादा भी किया, लेकिन जब कालनेमि राक्षस से लड़ाई के कारण वे नहीं लौट पाए तब यक्ष ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान हनुमान की स्वयंभू मूर्ति वहां प्रकट हुई और उसी समय इस मूर्ति को मंदिर में स्थापित किया गया।
यहाँ है हनुमानजी की 108 फीट ऊँची प्रतिमा

जाखू मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर में भगवान हनुमानजी की मूर्ति की ऊंचाई 108 फीट ऊंची है। यह मूर्ति शिमला के सभी कोने से दिखाई देती है। साथ ही मंदिर परिसर में रामायण काल की घटनाओं को दर्शाती कई पेंटिंग्स और संगमरमर पर भगवान हनुमान के पद चिह्न भी दिखाई देते हैं।
जाखू मंदिर के आस-पास हैं कई आकर्षण
- जाखू मंदिर के पास जाखू हिल स्थित है। यह स्थान देवदार के पेड़ों से घिरा हुआ है और यहाँ का वातावरण काफी शांत है। यह स्थान ट्रेकिंग और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है।
- हैंडमेड वस्तुएं और हिमाचली ऊनी गरम कपड़ों की खरीदने के लिए लक्कड़ बाजार काफी प्रसिद्ध है, यहाँ से आप अच्छी खरीदारी कर सकते हैं।
- द रिज शिमला का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल, यहाँ से आप बर्फीले पहाड़ों का खूबसूरत नज़ारा देख सकते हैं और यहाँ के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद भी चख सकते हैं।
- क्राइस्ट चर्च भी शिमला में काफी प्रसिद्ध है। यह एक ऐतिहासिक स्थान है और यह शिमला की औपनिवेशिक विरासत को प्रस्तुत करता है।
कैसे पहुंचे जाखू मंदिर?
जाखू मंदिर हर दिन सुबह 7 बजे से रात के 8 बजे तक खुला रहता है। इस मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता है, आप यहाँ निशुल्क दर्शन कर सकते हैं। आप जाखू मंदिर तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर का ट्रैक भी कर सकते हैं या फिर रोपवे के सहारे भी यहाँ आ सकते हैं। रोपवे की सहायता से आप 5 मिनट में ही रिज से इस मंदिर तक आसानी से पहुँच जाएंगे। लेकिन इसके लिए आपको भुगतान करना होगा। इसमें वयस्कों के लिए 500 और बच्चों के लिए लगभग 400 रुपए का शुल्क लगता है।
