दरअसल, हमे प्लास्टिक के उपयोग की जो लत लगी है, उससे बदलना ही इस समस्या से निपटने का सबसे कारगर उपाय है। असल में, प्लास्टिक का इस्तेमाल हम अपनी स्वेच्छा से कर रहे हैं, ऐसा नहीं है कि हमारे पास इसका कोई दूसरा विकल्प मौजूद नहीं है। क्योंकि प्लास्टिक की चीजें बाजार में आने से पहले भी हमारा काम चल रहा था, प्लास्टिक के बजाए दूसरी धातुओं की चीजें उपयोग में लाई जाती थीं, पर जब प्लास्टिक का विकल्प हमारे सामने आया तो हमने प्लास्टिक को अपना लिया और वो भी अधिकता के साथ। ऐसे में प्लास्टिक की इस बुरी लत से निजात पाना है तो आपको अपनी आदत बदलनी होगी। इसलिए आज से और अभी से अपनी आदतों पर गौर कीजिए और प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम से कम करने की कोशिश कीजिए। जैसे…
  • घर-ऑफिस हर जगह से सिंगल यूज वाले प्लास्टिक को निकाल बाहर कीजिए।
  • बाहर निकलते वक्त हमेशा अपने साथ एक कपड़े का थैला साथ रखें, ताकी अगर आप बाहर से कुछ भी खरीदते हैं तो आपको उसे रखने के लिए प्लास्टिक का बैग ना लेना पड़ें।
  • घर के कुड़े को भी जहां तक हो सके खराब पेपर में पैक करें।
  • पुराने प्लास्टिक के बॉटल को फेंकने के बजाए उन्हें प्लांट लगाने के लिए या घर के दूसरे काम में दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • पीने का पानी हमेशा तांबे या दूसरी धातुओं के बॉटल में रखें।
  • ऑफिस के लंच स्टील या दूसरे धातुओं के बतर्नों में ही रखें। 

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