जी हां, इस वक्त देश में हर तरफ प्लास्टिक बैन की चर्चाएं हैं, जैसा कि बीते 2 अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन लगाया जा चुका है। इसके चलते हमारी लाइफ स्टाइल भी काफी प्रभावित हुई और काफी हद तक कुछ व्यवहारिक दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। क्योंकि प्लास्टिक बीते एक दो दशकों में हमारी आदतों में भी शुमार हो चुका था। ऐसे में अचानक से प्लास्टिक बैन के कारण लोग काफी परेशान हो रहे हैं और उनके मन ये सवाल जरूर है कि आखिर ये सिंगल यूज प्लास्टिक है क्या, जिसे लेकर सरकार को ये शख्त कदम लेना पड़ा ? अगर आपके मन में भी ऐसा ही कुछ सवाल है तो चलिए आपके इस सवाल का जवाब देते हैं। 

क्या है सिंग यूज प्लास्टिक

दरअसल, सिंगल यूज प्लास्टिक से मतलब प्लास्टिक से बनी उन चीजों से है जो सिर्फ एक बार ही उपयोग में लायी जाती हैं और फिर फेंक दी जाती हैं। जैसे कि सब्जी या फल रखने के लिए इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की पन्नी, या प्लास्टिक की डिस्पोजल कप, ग्लास, प्लेट, चम्मच या पानी बोतलें। यानि कि प्लास्टिक से बनी ऐसी कोई भी चीज जो सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल की जाती है, उसके बाद फेंक दी जाती है। 

सिंग यूज प्लास्टिक क्यों है ये नुकसानदेह

दरअसल, जिन सिंगयूज प्लास्टिक की चीजों को इस्तेमाल के बाद हम कूड़ा समझ कर फेंक देते हैं, असल में वो हमारा पीछा लंबे समय तक नहीं छोड़ता। क्योंकि इसे विघटित होने में सालों लग जाते हैं और तब तक ये जहां पड़ा होता है… मिट्टी या पानी, उस जगह को दूषित करता है। इसमें मौजूद प्लास्टिक के कण आस पास के मिट्टी और पानी में घुलते हैं और उन्हें प्रदूषित करते हैं। यानि कि सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने का विकल्प हमारे पास मौजूद ही नहीं है, ऐसे में हमारे पास एक ही विकल्प है कि हम इसका उत्पादन और इस्तेमाल ही बंद कर दें। 
भारत सरकार ने भी ऐसा ही साहसिक और उल्लेखनीय कदम उठाया है, तो चलिए हम और आप मिलकर सरकार के इस अभियान को सफल बनाएं। इसलिए आज से और अभी से अपने घर-बाहर, अपनी जिंदगी से सिंगल यूज प्लास्टि को निकाल बाहर करें।

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