पौधों की देखभाल और चुनौती
एक हरी-भरी बगिया का सपना हर किसी का होता है लेकिन इसे हकीकत में बदलने के लिए समर्पण और सही देखभाल की आवश्यकता होती है। यदि पौधों को उचित जल, पोषण, धूप और समय-समय पर देखभाल न मिले तो वे जल्द ही मुरझा जाते हैं।
Gardening Tips: प्रकृति सदा से ही मानव को सुख और शांति प्रदान करती आयी है। फूलों की सुगंध से भरी हुई एक सुंदर बगिया केवल घर की शोभा नहीं बढ़ाती बल्कि मन और आत्मा को भी सुकून देती है। एक हरी-भरी बगिया का सपना हर किसी का होता है लेकिन इसे हकीकत में बदलने के लिए समर्पण और सही देखभाल की आवश्यकता होती है। यदि पौधों को उचित जल, पोषण, धूप और समय-समय पर देखभाल न मिले तो वे जल्द ही मुरझा जाते हैं और उनकी सुंदरता फीकी पड़ने लगती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पौधों की सही देखभाल कैसे की जाए?
पौधों को पानी देने की कला

पानी किसी भी पौधे के जीवन का आधार होता है लेकिन यह समझना जरूरी है कि हर पौधे की जल आवश्यकता अलग-अलग होती है। जरूरत से ज्यादा पानी देना उतना ही नुकसानदायक हो सकता है जितना कि कम पानी देना। सुबह और शाम के समय पानी देने से मिट्टी अधिक समय तक नमी बनाए रखती है और पौधों को जल की उचित मात्रा मिलती है। दोपहर में तेज धूप के दौरान पानी देने से नमी जल्दी उड़ जाती है और पौधों को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। अधिक पानी देने से जड़ों में सड़न हो सकती है जिससे पौधों की वृद्धि रुक सकती है। इसलिए, पानी देने से पहले यह देखना आवश्यक है कि पौधा कितनी नमी की आवश्यकता महसूस कर रहा है।
मिट्टी का सही चुनाव और देखभाल

मिट्टी ही वह माध्यम है जिससे पौधों को पोषण मिलता है। यदि मिट्टी की गुणवत्ता सही नहीं होगी तो पौधे कमजोर हो सकते हैं और फूल आने की प्रक्रिया भी बाधित हो सकती है। इसलिए, मिट्टी का सही चुनाव और उसकी देखभाल करना अति आवश्यक है। मिट्टी की देखभाल के लिए समय-समय पर जैविक खाद डालकर मिट्टी की उर्वरता बनाए रखना चाहिए। मिट्टी को नियमित रूप से खुरपी से हल्का ढीला करते रहना चाहिए ताकि उसमें हवा का संचार बना रहे। बारिश के मौसम में मिट्टी में अतिरिक्त नमी न बनी रहे इसलिए अतिरिक्त पानी को बाहर निकालने की व्यवस्था होना जरुरी है।
धूप और छाया का संतुलन बनाए रखें

प्रत्येक पौधे के लिए सूर्य की रोशनी आवश्यक होती है लेकिन यह समझना जरूरी है कि सभी पौधों को समान मात्रा में धूप की जरूरत नहीं होती। गुलाब, सूरजमुखी और गेंदा जैसे फूलों को 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए। मनी प्लांट, स्नेक प्लांट और फर्न जैसे पौधे छांव में भी अच्छी तरह पनप सकते हैं। गर्मी के मौसम में अत्यधिक धूप पौधों की पत्तियों को जला सकती है, इसलिए हल्की छांव की व्यवस्था करनी चाहिए। यदि पौधों को उनकी आवश्यकतानुसार धूप मिले, तो वे ज्यादा स्वस्थ और फूलों से भरे रहेंगे।
पौधों की नियमित कटाई-छंटाई करें
पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए नियमित रूप से उनकी कटाई-छंटाई करना आवश्यक होता है। इससे पौधों में नई शाखाओं का विकास होता है और वे अधिक घने एवं सुंदर दिखते हैं। सूखी और पीली पत्तियों को हटाने से पौधों में नई ऊर्जा का संचार होता है। अधिक बढ़ी हुई टहनियों को काटने से पौधों को सही आकार मिलता है। फूल झड़ने के बाद उनकी टहनियाँ काटने से नए फूल जल्दी आते हैं। छँटाई करने के बाद पौधों को हल्की खाद देना आवश्यक होता है, ताकि वे तेजी से विकसित हो सकें।
