होली, रंगों और उल्लास का त्योहार, भारत में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह न केवल रंगों से खेलने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत और वसंत के आगमन का प्रतीक भी है। भारत में कई ऐसे स्थान हैं, जहां होली का उत्सव अनोखे अंदाज में मनाया जाता है। यदि आप इस होली को खास और यादगार बनाना चाहते हैं, तो इन 5 जगहों की यात्रा ज़रूर करें, जहां होली का जश्न बेहद खास और आकर्षक तरीके से मनाया जाता है।

बरसाना और नंदगाँव

बरसाना और नंदगाँव की लठमार होली अपनी अनोखी परंपरा और भव्यता के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इस खास उत्सव में, महिलाएँ पुरुषों पर लाठियाँ बरसाती हैं, जबकि पुरुष ढालों से अपना बचाव करते हैं। यह अनूठी परंपरा राधा और कृष्ण की प्रेम कथाओं से प्रेरित है। बरसाना में नंदगाँव के पुरुष महिलाओं के साथ होली खेलने आते हैं, जबकि नंदगाँव में बरसाना के पुरुष यहाँ की महिलाओं के साथ रंगों का उत्सव मनाते हैं। पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य इस आयोजन को और भी जीवंत बना देते हैं। यदि आप इस होली में भाग लेते हैं, तो यह आपको भारतीय संस्कृति और परंपराओं की गहराई से जुड़ने का एक अविस्मरणीय अवसर देगा।

वृंदावन और मथुरा

वृंदावन और मथुरा, भगवान कृष्ण की जन्मस्थली और लीलाभूमि, होली के दौरान रंगों की अनोखी छटा में डूब जाते हैं। यहाँ का उत्सव धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक परंपराओं का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।
मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और कीर्तन आयोजित किए जाते हैं, जबकि गलियों में रंगों की धूम मचती है। बांके बिहारी मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर और इस्कॉन मंदिर जैसे प्रमुख स्थलों पर होली का उल्लास देखने लायक होता है। इसके अलावा, यहाँ खेली जाने वाली फूलों की होली एक अनोखा और दिव्य अनुभव प्रदान करती है।
इस उत्सव में शामिल होकर आप भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति और प्रेम को गहराई से महसूस कर सकते हैं।

पुष्कर और जयपुर

पुष्कर और जयपुर, राजस्थान के दो प्रमुख शहर हैं, जहाँ होली का उत्सव राजस्थानी संस्कृति और रंगों की भव्यता के साथ मनाया जाता है। पुष्कर में, होली के दौरान संगीत और नृत्य के विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, और स्थानीय लोग पारंपरिक वेशभूषा में रंगों से खेलते हैं। पुष्कर झील के किनारे मनाया जाने वाला यह उत्सव एक अनोखा और यादगार अनुभव प्रदान करता है। वहीं, जयपुर में होली के मौके पर हाथी महोत्सव विशेष आकर्षण होता है। इस दौरान शहर के बाजार रंगों और मिठाइयों से भर जाते हैं, और गलियों में पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य का आयोजन होता है। जयपुर के सिटी पैलेस में शाही अंदाज में मनाई जाने वाली होली भी देखने लायक होती है। यहाँ की होली में शामिल होकर आप राजस्थानी संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि को करीब से महसूस कर सकते हैं।

बनारस

बनारस, जिसे वाराणसी के नाम से भी जाना जाता है, होली के दौरान एक अनोखी और रंगीन छटा बिखेरता है। यहाँ रंगों के साथ-साथ भस्म की होली खेली जाती है, जो एक विशेष परंपरा है। मणिकर्णिका घाट और दशाश्वमेध घाट पर होली का उत्सव देखने लायक होता है, जहाँ पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य इस उत्सव को और भी जीवंत बना देते हैं। बनारस की होली में शामिल होकर आप न केवल रंगों का आनंद ले सकते हैं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।

मुंबई और पुणे

मुंबई और पुणे, भारत के दो ऐसे शहर हैं जहाँ होली का उत्सव आधुनिक और जोशपूर्ण अंदाज़ में मनाया जाता है। यहाँ लोग डीजे की धुन पर थिरकते हैं, पूल पार्टियों का आनंद लेते हैं और रंगों से सराबोर हो जाते हैं।
मुंबई में, समुद्र तटों पर होली का जश्न बेहद खास होता है, जहाँ लोग रेत में खेलते हैं और समुद्र में डुबकी लगाकर उत्सव का आनंद लेते हैं। वहीं, पुणे में, पहाड़ी इलाकों में होली का रोमांच अलग ही होता है, जहाँ लोग ट्रेकिंग और कैंपिंग के साथ इस त्योहार को खास बनाते हैं। इसके अलावा, मुंबई और पुणे के कई क्लब और रिसॉर्ट्स में आयोजित होली पार्टियाँ युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं, जो इस त्योहार को और भी उत्साहपूर्ण बना देती हैं।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...