Haldi Ganth Mala: कभी भी किसी भी व्यक्ति का समय एक जैसा नहीं रहता है। तभी अच्छा, तो कभी बहुत ही बुरा होता है। कई बार अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं होती है। कड़ी मेहनत करने के बावजूद इच्छा के अनुसार फल नहीं मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, कई बार ऐसा कुंडली में ग्रहों की स्थिति खराब होने के कारण हो सकता है। ऐसे ही जब व्यक्ति की कुंडली में गुरु बृहस्पति की स्थिति खराब होती है, तो हल्दी की गांठ बांधना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। हल्दी की गांठ की माला पहनने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। तो आइये जानते हैं हल्दी की गांठ की माला गले में पहनने से क्या लाभ होते हैं-
हल्दी की गांठ की माला पहनने के लाभ
अगर आपको शरीर से जुड़ी कोई बिमारी है, तब भी हल्दी की गांठ की माला धारण करना लाभकारी साबित हो सकता है। हल्दी की गांठ बांधने से व्यक्ति को कई तरह के रोगों से मुक्ति मिल जाती है। इसके साथ ही देवी-देवताओं का आशीर्वाद भी मिलता है।
अगर आपको तनाव रहता है तो हल्दी की गांठ की माला पहनने से आप को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही बुद्धि का विकास होता है और मन भी शांत रहता है।
हल्दी का संबंध देवताओं के गुरु बृहस्पति से है। इसलिए हल्दी की गांठ की माला पहनने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है, जिसके कारण भाग्य का पूरा साथ मिलता है।
जिन लोगों के विवाह में किसी न किसी तरह की अड़चन आ रही है, तो हल्दी की गांठ की माला धारण कर लें। ऐसा करने से व्यक्ति के विवाह में आ रही अड़चन दूर हो सकती है। साथ ही, इससे जल्दी शादी होने के योग बन सकते हैं।
अगर अधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता हासिल नहीं हो रही है, तो गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के चरणों में हल्दी की गांठ का माला अर्पित करें। इसके बाद इसे पहन लें। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी।
हल्दी की गांठ की माला पहने से स्मरण शक्ति बढ़ने के साथ एकाग्रता तेजी से बढ़ती है। हल्दी की गांठ की माला पहनने समय गणेश जी के मंत्रों का जाप करें।
लंबे समय से नौकरी ढूंढ रहे हैं, लेकिन मिल नहीं रही है या नौकरी में सफलता नहीं मिल रही है, तो हल्दी की गांठ की माला पहन लें। इससे जल्द नई नौकरी मिल जाएगी। इसके साथ ही कार्यस्थल में होने वाली हर एक समस्या से छुटकारा मिलेगा।
हल्दी की गांठ की माला को पहनने से भविष्य में आने वाले कई तरह के संकटों से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही दुर्घटना होने का खतरा काफी हद तक टल जाता है।
