Places for Ganga Aarti: मन को शांत करने के लिए आप कितनी चीजें भी क्यों ना कर लें, लेकिन जो शांति गंगा आरती से मिलती है, शायद ही ऐसी शांति किसी और चीज़ से मिले। भारत में ऐसे कई गंगा घाट हैं, जहाँ होने वाली गंगा आरती सुकून भरी होती है। गंगा तट पर शाम के समय होने वाली आरती का माहौल काफी भक्तिमय होता है, जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। गंगा आरती का मनोरम दृश्य देखने से ही व्यक्ति भक्ति के रस में डूब जाता है। घाटों की गंगा आरती देखने के लिए केवल देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग यहाँ आते हैं। आइए जानते हैं कि भारत के किन-किन घाटों पर होने वाली गंगा आरती सबसे ज्यादा मशहूर है।
ऋषिकेश

गंगा नदी का उद्गम उत्तराखंड में ही हुआ है। यहाँ की गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है, जिसे देखने के लिए लोग यहाँ दूर-दूर से आते हैं। यहां की गंगा आरती परमार्थ निकेतन आश्रम में नदी के तट पर की जाती है। यहाँ की आरती की सबसे खास बात यह है कि यहां के घाटों पर जो आरती की जाती है, इसका आयोजन कोई पंडित नहीं करते, बल्कि आश्रम के लोग ही करते हैं। आरती की शुरूआत से पहले यहाँ भजन गाया जाता है। इसके बाद गंगाजी की आरती की जाती है। आप उत्तराखंड घूमने जाएँ तो ऋषिकेश की गंगा आरती जरूर देखें। यहाँ की आरती देखने के बाद आप अपने अन्दर सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करेंगे।
हरिद्वार

हरिद्वार से निकलने वाली गंगा नदी सबसे पवित्र नदी मानी जाती है। यहां पर गंगा आरती हर की पौड़ी पर की जाती है। इस आरती देखकर आपके मन को शांति का अनुभव होगा और आप एक बार आने के बाद बार-बार आना चाहेंगे।
वाराणसी

वाराणसी में वैसे तो दुनियाभर से लाखों लोग शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए आते हैं। लेकिन इसके अलावा लोग यहाँ की मशहूर गंगा आरती देखने के लिए भी आते हैं। यहाँ की आरती की शुरुआत शंख बजाने के साथ शुरू होती है, ताकि आस-पास जो भी नकारात्मक ऊर्जा हो वह समाप्त हो जाए। यहां की आरती सूर्यास्त के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर के पास दशाश्वमेध घाट पर होती है। आप अपने जीवन में एक बार यहाँ की आरती जरूर देखें, यहाँ का अद्भुत नजारा देख कर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
प्रयागराज

प्रयागराज तीन पवित्र नदियों के संगम का स्थान है, यहाँ की आरती का अपना एक अलग ही महत्व है। यहां की आरती साधारण नहीं होती है, बल्कि किसी बड़े त्योहार जैसी होती है। आरती से पहले यहाँ साफ-सफाई की जाती है और खास तरह की लाइटिंग से सजावट भी की जाती है। आरती से पहले यहाँ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान गणपति का आह्वान भी किया जाता है, इसके बाद पूरी विधि-विधान के साथ आरती की जाती है।
कोलकाता
कोलकाता के रामकृष्णपुर घाट पर शाम के समय की जाने वाली आरती का भी बहुत खास महत्व है। यहाँ की आरती में भी वाराणसी की घाट पर की जाने वाली आरती की ऊर्जा महसूस की जा सकती है। यहाँ की आरती मन को शांति देने के साथ-साथ आनंद भरी भी होती है।
