Astrology Tips
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Overview: सही दिशा में रखें लक्ष्मी-गणेश के प्रतीक सिक्के

क्या आप जानते हैं कि घर में रखे लक्ष्मी-गणेश के चांदी के सिक्के अगर सही तरीके से न रखे जाएं तो नुकसान भी हो सकता है, आइए जानें, किन छोटी-छोटी गलतियों से बचकर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि बनाए रख सकते हैं।

Astrology Tips: भारतीय परंपरा में देवी लक्ष्मी को धन, वैभव और समृद्धि की अधिष्ठात्री देवी माना गया है, वहीं भगवान गणेश बुद्धि, शुभता और विघ्नहर्ता के रूप में पूजे जाते हैं। इन दोनों देवताओं की कृपा पाने के लिए लोग अनेक उपाय करते हैं, जिनमें चांदी के सिक्कों को घर में रखना एक खास धार्मिक परंपरा मानी जाती है। विशेष रूप से दीपावली जैसे पर्वों पर लक्ष्मी-गणेश के चित्र वाले चांदी के सिक्के खरीदने का प्रचलन बहुत आम है।

हालांकि, केवल इन्हें खरीदकर या तिजोरी में रख देने से ही लाभ नहीं होता। इनके साथ जुड़ी कुछ विशेष आचार-संहिताओं का पालन करना भी अत्यंत आवश्यक होता है, ताकि उनका सकारात्मक प्रभाव बना रहे।

सिक्कों को पवित्र और स्वच्छ स्थान पर ही रखें

लक्ष्मी और गणेश का प्रतीक होने के कारण इन सिक्कों को अत्यंत पवित्र माना जाता है। इन्हें कहीं भी, जैसे सामान्य दराज, गंदी अलमारी, या जूते-चप्पलों के पास रखना देवी-देवताओं का अपमान माना जाता है। यदि इन्हें गंदे स्थान पर रखा जाए, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर सकती है, जिससे धन-संपत्ति की हानि संभव है। इन्हें हमेशा एक साफ-सुथरे, स्वच्छ स्थान पर रखना चाहिए, जैसे पूजा स्थल या तिजोरी में लाल कपड़े में लपेटकर।

अन्य धातुओं से दूर रखें चांदी के ये पवित्र सिक्के

चांदी एक शुद्ध और ऊर्जावान धातु मानी जाती है, जो शुक्र और चंद्रमा से संबंधित होती है। इसे लोहे, स्टील, या एल्युमीनियम जैसी अन्य धातुओं के सीधे संपर्क में रखने से इसकी ऊर्जात्मक शक्ति प्रभावित हो सकती है। विशेष रूप से लोहा शनि ग्रह से जुड़ा होता है, जो विपरीत प्रभाव डाल सकता है। इसलिए चांदी के लक्ष्मी-गणेश सिक्कों को हमेशा किसी लाल या पीले कपड़े में लपेटकर, किसी पवित्र स्थान पर रखा जाना चाहिए।

सिक्कों की नियमित सफाई और पूजन है आवश्यक

समय के साथ चांदी काली पड़ जाती है या उस पर धूल जम जाती है। कई बार लोग इन सिक्कों को वर्षों तक तिजोरी में रखे रहने देते हैं, बिना सफाई या पूजन के। यह आदत लाभ की जगह हानि का कारण बन सकती है। लक्ष्मी जी को स्वच्छता अत्यंत प्रिय है, और गंदे सिक्के उनकी कृपा से दूर कर सकते हैं। साल में कम से कम एक बार इन सिक्कों को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल) से स्नान कराकर, शुद्ध जल से धोकर, साफ कपड़े से पोंछकर पूजा अवश्य करनी चाहिए।

सही दिशा में रखें लक्ष्मी-गणेश के प्रतीक सिक्के

वास्तु शास्त्र के अनुसार दिशाओं का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। चांदी के ये पवित्र सिक्के हमेशा उत्तर दिशा या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में रखने चाहिए। यह दिशा धन, समृद्धि और शुभ ऊर्जा के लिए अत्यंत अनुकूल मानी जाती है। दक्षिण या पश्चिम दिशा में इन्हें रखने से धन हानि, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ और घर में अस्थिरता आ सकती है। साथ ही, इन्हें कभी भी बाथरूम या शौचालय से सटी दीवार के पास न रखें।

सिक्कों के साथ लापरवाही न करें

इन पवित्र सिक्कों को सामान्य धातु का टुकड़ा समझना एक गंभीर भूल हो सकती है। इन्हें गिनते समय या संभालते समय पूर्ण श्रद्धा और आदर का भाव होना चाहिए। कई लोग इन्हें इधर-उधर फेंक देते हैं या मज़ाक में गिनते हैं, जिससे लक्ष्मी जी अप्रसन्न हो सकती हैं। यह धन की हानि, खर्चों की बढ़ोतरी और मानसिक अस्थिरता का कारण बन सकता है। इन्हें हमेशा सहेज कर रखें और पूजा के समय विशेष श्रद्धा से उनका पूजन करें।

मैं आयुषी जैन हूं, एक अनुभवी कंटेंट राइटर, जिसने बीते 6 वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री के हर पहलू को करीब से जाना और लिखा है। मैंने एम.ए. इन एडवर्टाइजिंग और पब्लिक रिलेशन्स में मास्टर्स किया है, और तभी से मेरी कलम ने वेब स्टोरीज़, ब्रांड...