हर परिवार की सुख-शांति-समृद्धि की नींव होती हैं उस परिवार की महिलाएं। ये और बात है कि सब को खिलाने के बाद बचे कौर की बात हो या सबका ख़्याल रख लेने के बाद अपना ख़्याल आने की, ये महिलाएं हर लाइन के अंत में ही खड़ी नज़र आती हैं। गृहलक्ष्मी दोपहर, जो हर बार अलग-अलग जगह, अलग-अलग ग्रुप्स में कुछ पल सिर्फ़ और सिर्फ़ उन महिलाओं के लिए जुटाती है, ये दरअसल महिलाओं के हितों के प्रति अपनी उसी पुरानी प्रतिबद्धता को दोहराती है, जिसे बरसों से गृहलक्ष्मी मैगज़ीन निभाती आ रही थी। अब उसी विरासत को ये गृहलक्ष्मी दोपहर इवेंट के ज़रिये आगे ले जा रही है।

“हर क्लब को कितनी बेक़रारी से रहता है अपने यहां ये इवेंट कराने का इंतज़ार, ये साबित होता है गृहलक्ष्मी दोपहर सीज़न-5 की लगातार कामयाबी से। इसके बारे में इतनी तारीफ़ें सुनी हैं, जो इस हर दूसरे इवेंट से अलग पहचान देती हैं। सो हमें तो बहुत समय से था अपने यहां इस इवेंट को कराने का इंतज़ार, जो आज जाकर ख़त्म हुआ है।” ये ख़ूबसूरत से भावभीने शब्द हमारे नहीं, बल्कि फ्रेंड्स क्लब, जनकपुरी, नई दिल्ली की प्रेज़ीडेंट इंदू अग्रवाल के हैं। जी हां, यही क्लब था इस बार हमारे इस इवेंट का नया पड़ाव।

कहीं मौज-मस्ती और धमाल थमने का नाम नहीं ले रहा था तो कोई अपने हुनर का कमाल दिखाने को बेताब था। कहीं किसी को अपने जज़्बात बयां करने थे तो कहीं किसी को लज़ीज़ ज़ायके चखने थे। किसी के लिए ये भरपूर सेल्फी टाइम था तो कई दिलों में बार-बार उठ रहा था ये सवाल कि किसके हाथों तक पहुंचेगी ढेरों गिफ्ट की सौग़ात और किसके सिर पर सजेगा गृहलक्ष्मी क्वीन का ताज। ये सब उस नज़ारे की सिर्फ़ कुछ झलकियां हैं, जो गृहलक्ष्मी दोपहर इवेंट की हैं ख़ासियतें।

फ्रेंड्स क्लब, जनकपुरी की वाइस प्रेज़ीडेंट देवकी अग्रवाल तो ये कहते-कहते ख़ुशी से छलकी जा रही थीं कि गृहलक्ष्मी दोपहर हमें ख़ुद अपने बारे में भी सोचना सिखाती है, क्योंकि जब हम अपने-आप को ख़ुश रखेंगी, तभी सही मायनों में दिल से अपने परिवार की ख़ुशी के बारे में सोच पाएंगी। “जिस तरह से आप गृहलक्ष्मी दोपहर के ज़रिये हमारे लिए इतने गिफ़्ट, इतनी एक्टिविटी और इतनी मस्ती लेकर आए हैं तो हमने भी बड़े मन से आपके लिए अपने द्वार सजाए हैं।” ये कहना था क्लब की सीनियर मैंबर और इस इवेंट की कोऑर्डिनेटर सरिता अग्रवाल का। बार इस इवेंट की ख़ूबसूरती में तीज की तैयारियों ने भी चार चांद लगा दिए थे। इस बार की स्पेशल थीम भी यही थी।

हमेशा की तरह इस बार भी गृहलक्ष्मी दोपहर इवेंट की शुरुआत हुई सामाजिक सरोकारो को सबसे पहले अहमियत देते हुए, यानी स्वच्छ भारत अभियान की शपथ लेने से।

जो वक़्त की अहमियत जानते हैं, वक़्त भी उन्हें ख़ास बना देता है। इस बात का सबूत है हमारा मिस अर्ली बर्ड टाइटल, जिसकी विजेता रहीं अनीता गुलाटी। फर्स्ट लकी डिप विनर रहीं सुनीता चौहान और दूसरी विनर थीं कुसुम।

लेडीज़-पर्स को जादू का पिटारा ऐसे ही नहीं कहा जाता। ऑन द स्पॉट हुई एक्टिविटिज़ में किसी की रेड लिपस्टिक, ब्लैक गॉगल्स या फिर फाइव ब्लैक थिंग्स ने उन्हें प्राइज़ का हकदार बनाया तो किसी की पहनी हुई सबसे ज़्यादा अंगुठियों से बड़ी बिंदी ने। हर एक्टिविटी के बाद क्लब मैंबर्स का जोश और बढ़ता गया।

अपनी ख़ूबसूरती को संवारना हर महिला की चाहत होती है, जिसे पूरा करने के लिए मौजूद थीं वी.एल.सी.सी की ब्यूटी कंसल्टेंट रजनी और डाइट काउंसलर नवजोत अपनी क़ीमती एजवाइज़ के ज़रिये।

फैशन रैंप वॉक गृहलक्ष्मी दोपहर इवेंट का इतना ख़ास आकर्षण है, जिसका इंतज़ार क्लब मैंबर्स को इवेंट की शुरुआत से ही शुरू हो जाता है। रैंप पर व़ॉक करती इन महिलाओं के जज़्बे और आत्मविश्वास को देखकर ये अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है कि ये सामान्य घरेलू महिलाएं हैं।

इसके बाद बारी थी बंपर प्राइज़ की, जिस पर इस बार रहा विनर अनीता गोयल का अधिकार। और आख़िरकार वह पल, जब फ्रेंड्स क्लब की मैंबर वृद्धि ने सिर पर सजा गृहलक्ष्मी दोपहर सीज़न-5 की विनर का ताज।

सभी को नाचते-गाते, मुस्कुराते छोड़कर जब गृहलक्ष्मी टीम ने विदा ली तो एक संतुष्टि थी उस वायदे को निभाने की, जिसका वायदा करता है गृहलक्ष्मी दोपहर इवेंट, हर महिला के चेहरे पर मुस्कान लाने की और मौज-मस्ती भरे लम्हे जुटाने की।
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