Guru Mantra
Guru Mantra

Hindi Motivational Story: यह कहानी है शास्त्रों के पारंगत एक पंडित की जो काशी में विद्याध्ययन के बाद अपने गाँव लौटे थे। उस वक्त गाँव के एक किसान ने उनसे पूछा कि ‘आप का गुरु कौन है?’ पंडित जी अचंभे में पड़ गए क्योंकि उनके जीवन में अध्यात्म के अलावा कोई गुरु था ही नहीं। पंडित जी को लगा कि उनका अध्ययन अभी अधूरा है इसलिए वह वापस काशी लौट गए और किसान के सवाल का जवाब तलाशने लगे, लेकिन उनको जवाब नहीं मिला।

अचानक एक दिन उनकी मुलाकात एक वेश्या से हो गई। उसने पंडित जी से उनकी परेशानी की वजह पूछी। वेश्या ने कहा इसका जवाब तो बेहद आसान है, लेकिन इसके लिए आपको कुछ दिनों के लिए मेरे पड़ोस में रहना होगा। पंडित जी ने जवाब की ख़ातिर हाँ कर दी। वेश्या ने उनके रहने की व्यवस्था अलग से कर दी। पंडितजी कर्मकाण्ड में विश्वास रखने वाले थे इसलिए अपना खाना ख़ुद बनाते थे। कुछ समय बीत गया, लेकिन सवाल का जवाब नहीं मिला। एक दिन वेश्या ने कहा कि पंडितजी आपको खाना बनाने में बड़ी दिक्कत होती है इसलिए आपको एतराज़ नहीं हो तो मैं स्नान कर आपका खाना पका दूँ? साथ में मैं आपको भोजन के बाद एक स्वर्ण मुद्रा भी दूँगी।’ इतना सुनते ही पंडित जी ने अपने ख़ुद के बनाए नियमों को तिलांजलि दे दी और वेश्या के हाथ से बना खाना खाने के लिए हाँ कर दी और कहा कि इस बात का खास ख़्याल रहे कि इस बात की भनक किसी को नहीं होनी चाहिए।

वेश्या ने पहले ही दिन कई तरह के पकवान बनाए और पंडित जी के सामने परोसे। जैसे ही पंडित जी खाने के लिए अपने आसन पर विराजमान हुए वेश्या ने पकवानों से सजी थाली खींच ली। पंडित जी बेहद ख़फ़ा हो गए और तैश में आकर बोले कि यह क्या मज़ाक है?

वेश्या ने कहा-यह मज़ाक नहीं पंडित जी आपके प्रश्न का उत्तर है। यहाँ आने से पहले आप किसी के हाथ का पानी नहीं पीते थे, लेकिन स्वर्ण मुद्राओं के लोभ में आकर आपने मेरे हाथ का खाना खाना भी मंज़ूर कर लिया। इसलिए आपके सवाल का जवाब यह है कि लोभ ही पाप का गुरु है। पंडित जी को अपने प्रश्न का उत्तर तो मिला ही, साथ ही बेहद आत्मग्लानि के साथ जीवन का सार भी मिल गया कि जिस सवाल का जवाब उन्होंने बड़े-बड़े विद्वानों की संगति में ढूँढा, उसका जवाब एक वेश्या के कोठे पर मिला। इसलिए उन्होंने उस वेश्या को ही अपना गुरु स्वीकार किया।

ये कहानी ‘नए दौर की प्रेरक कहानियाँ’ किताब से ली गई है, इसकी और कहानी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएंNaye Dore ki Prerak Kahaniyan(नए दौर की प्रेरक कहानियाँ)