मैं 30 वर्षीय महिला हूं और मुझे पिछले एक साल से स्तनों में दर्द महसूस हो रहा है। क्या मुझे स्तनों से संबंधित कोई गंभीर बीमारी है, जैसे स्तन कैंसर? इसकी जल्दी जांच के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
– ग्रीष्मा शर्मा, सतना
आपके द्वारा दी गई जानकारी से लगता है कि आप मैस्टलगिया (हॉर्मोनल बदलाव के कारण होने वाले स्तन दर्द) की शिकार हैं। करीब 60 से 70 फीसदी महिलाओं को अपने जीवन में कभी न कभी स्तनों में दर्द की समस्या रही है। मासिक धर्म समाप्त होने यानी मीनोपॉज के बाद यह समस्या आमतौर पर समाप्त हो जाती है। उचित सपोर्ट और अच्छी फिटिंग वाली ब्रा (प्रमुख तौर पर स्पोर्ट्स ब्रा) पहनने और लोकल एनलजेसिक्स से आपको दर्द कम करने में मदद मिलेगी। कई बार थाइरॉयड समस्याओं से पीड़ित महिलाओं को भी यह मुश्किल होती है जो थाइरॉयड डिस्ऑर्डर सुधरने के बाद सही हो जाती है। जहां तक आपको स्तन कैंसर होने की बात है तो दर्द होना स्तन कैंसर का लक्षण नहीं है। स्तनों में हाल में आए कुछ बदलाव जैसे गांठ होना, निप्पल से डिस्चार्ज निकलना, अल्सरेशन, स्तन की त्वचा पर लालपन होना स्तन कैंसर के कुछ शुरूआती लक्षण होते हैं। रोगी के तौर पर आपको अपने स्तनों की जांच हर महीने मासिक धर्म समाप्त होने पर खड़े होकर और लेटकर करनी चाहिए और देखना चाहिए कि उपर्युक्त में से कोई लक्षण दिख तो नहीं रहा है। इसके अतिरिक्त आपको किसी स्तन विषेशज्ञ से मिलना चाहिए जो कुछ टेस्ट (अल्ट्रासाउंड/मैमोग्राफी) के साथ स्तनों की जांच भी कर सके, जिससे किसी भी प्रकार की आशंका को दूर किया जा सके। स्तन कैंसर को रोकने के लिए मुख्य कदम हैं जीवनशैली में बदलाव जैसे स्वस्थ खानपान, वज़न घटाना, नियमित तौर पर व्यायाम करना इत्यादि। नियमित तौर पर क्लीनिकल चेकअप और 45 वर्ष की आयु के बाद हर साल मैमोग्राफी करने से स्तन कैंसर की शुरूआती चरण में ही जांच हो सकती है। परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास रखने वाली महिलाओं में इसके होने का जोखिम अधिक रहता है और उन्हें कम उम्र से ही इसके लिए टेस्ट शुरू कर देने चाहिए। कम उम्र में स्तन कैंसर की जांच होने से इलाज के बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। इसलिए अपनी समस्या को नजरअंदाज नहीं करें और अपनी परेशानी के लिए स्तन विशेषज्ञ से संपर्क करें, जो आपकी समस्या की जांच कर इलाज के लिए गाइड करेगा।
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