Summary: त्वचा की जलन और लाल दानों के लिए 5 कारगर घरेलू टोटके
बढ़ते प्रदूषण और खराब जीवनशैली के बीच स्किन इन्फेक्शन और लाल दानों से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 5 पुराने घरेलू टोटके। नीम, हल्दी, एलोवेरा और लहसुन जैसे प्राकृतिक नुस्खे आपकी त्वचा को अंदर से साफ और स्वस्थ बनाते हैं।
Old Secrets for Healthy Skin: बढ़ते प्रदूषण, बदलता मौसम और असंतुलित खान-पान के कारण स्किन इन्फेक्शन और लाल दाने जैसी समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। बाजार में मौजूद क्रीम और दवाइयाँ केवल थोड़ी देर के लिए राहत देती हैं, जबकि दादी-नानी के पुराने घरेलू नुस्खे त्वचा को अंदर से स्वस्थ बनाते हैं। ये प्राकृतिक टोटके त्वचा की सफाई, नमी और चमक को बरकरार रखते हैं। अगर आप त्वचा की जलन, खुजली या दानों से परेशान हैं, तो इन स्किन इन्फेक्शन के घरेलू उपायों को अपनाकर देखें।

ये सुरक्षित, असरदार और लंबे समय तक फायदा देने वाले हैं।
नीम के पत्तों का कमाल
नीम को पुराने समय से ही सबसे असरदार एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक माना गया है। इसके लिए 15-20 नीम के पत्तों को पानी में उबालें। इस पानी से दिन में दो बार अपना चेहरा या दानों वाली जगह धोएं। इसके लिए आप नीम के पत्तों का पेस्ट बनाकर दानों पर लगा सकते हैं। यह बैक्टीरिया को पूरी तरह खत्म कर देता है साथ ही खुजली और लालपन को भी कम करता है और त्वचा को ठंडक पहुँचाता है।
हल्दी और शहद का मिश्रण
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन त्वचा को इंफेक्शन से बचाने और सूजन कम करने में मदद करता है, वहीं शहद एक नैचुरल मॉइस्चराइज़र है। इन्फेक्शन खत्म करने के लिए आधा चम्मच हल्दी में एक चम्मच शहद मिलाएं। इस पेस्ट को लाल दानों या इन्फेक्शन वाली जगह पर 15 मिनट तक लगाकर रखें। इसके बाद गुनगुने पानी से इसे धो लें। यह मिश्रण त्वचा को बैक्टीरिया से राहत देकर इसे मुलायाम और साफ बनाता है।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा अपने कूलिंग और हीलिंग गुणों के लिए जाना जाता है। ताजे एलोवेरा के पत्ते से जेल निकालें। इसे सीधे संक्रमण वाली त्वचा पर लगाएं। दिन में कम से कम 2-3 बार यह प्रक्रिया दोहराएं। एलोवेरा जलन, खुजली, और सूजन को शांत करता है , साथ ही त्वचा में नमी बनाए रखता है और दाग-धब्बों को भी हल्का करता है।
लहसुन का रस
लहसुन में पाए जाने वाले सल्फर कम्पाउंड्स त्वचा के संक्रमण को दूर करने में बेहद कारगर होते हैं।3-4 लहसुन की कलियाँ पीसकर उसमें थोड़ा पानी मिलाएं और इस रस को रूई की मदद से लाल दानों पर लगाएं। 5-7 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें। लहसुन बैक्टीरिया और फंगल इंफेक्शन को पूरी तरह से खत्म करता है और त्वचा को साफ रखने में मदद करता है।
मुल्तानी मिट्टी और गुलाबजल का पैक

मुल्तानी मिट्टी त्वचा से अतिरिक्त तेल और गंदगी खींच लेती है, जबकि गुलाबजल त्वचा को ठंडक देता है। दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी में गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बनाएं और इसे संक्रमण वाली जगह पर लगाएं। इस पेस्ट के सूख जाने के बाद ठंडे पानी से धो लें। इस लेप से त्वचा के रोमछिद्र साफ होते हैं साथ ही त्वचा से जुड़े संक्रमण दूर होते हैं और लाल दाने भी जल्दी सूख जाते हैं।
जरुरी सुझाव
चेहरे या शरीर को बार-बार खरोंचें नहीं, इससे संक्रमण फैलता है।
दिन में दो बार चेहरा हल्के फेसवॉश से धोएं। चाहें तो सादे पानी से चेहरा धोए।
चेहरा या संक्रमित जगह पानी से धोने के बाद उस जगह को सूती कपडे से हलके हाथों से पोंछें।
ज्यादा तली-भुनी और मसालेदार चीजों से परहेज करें।
पर्याप्त नींद लें और पानी खूब पिएं।
आंवला का सेवन करें ये त्वचा को भरपूर सुरक्षा देता है।
