Shatavari Tea Benefits: एक महिला को अपने जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक महिला को पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज जैसी कई हेल्थ कंडीशन्स को अपनी लाइफ में एक्सपीरियंस करना पड़ता है। ऐसे में एक महिला के लिए अपनी हेल्थ का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी होता है। अगर सेहत का सही से ख्याल ना रखा जाए, तो महिलाओ को अनियमित पीरियड्स और फर्टाइल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं।
बहुत सी महिलाएं अपनी सेहत को हमेशा नजरअंदाज कर देती हैं। जिससे उन्हें आगे चलकर कई बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए आयुर्वेद में कई ऐसे हर्ब्स के बारे में बताया गया है, जो महिलाओं की सेहत पर पॉजिटिव असर करती है। ऐसे ही एक चाय के बारे में बताया गया है, जो सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
शतावरी क्यों है फायदेमंद
- शतावरी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है इसमें एसपारागमेन ए, एरोसॉल एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को बीमारियों से बचा सकते हैं।
- शतावरी की एंटीवायरल प्रॉपर्टीज किसी भी प्रकार के वायरल इन्फेक्शन से दूर रखती हैं।
- शतावरी के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
- शतावरी का सेवन किसी भी प्रकार के गैस्ट्रिक अल्सर को पनपने से रोक सकता है।
- सीमित मात्रा में शतावरी का सेवन ब्रेस्टफीडिंग मां के लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसके सेवन से दूर बनने की प्रक्रिया तेज होती है और ब्रेस्टफीडिंग के लिए सहायक हार्मोन बढ़ता है।
- हार्मोन संतुलन में सहायक है।
- मेनोपॉज में शतावरी का सेवन हॉट फ्लैशेस कम कर सकता है।
हेल्थ के लिए शतावरी की चाय

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी शतावरी को महिलाओं की हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ये महिलाओं की हेल्थ के लिए किसी सुपरफूड से कम नहीं है। शतावरी एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सा में वर्षों से किया जाता रहा है। इसे इसके गुणों की वजह से शरीर का टॉनिक भी कहा जाता है। इसके सेवन से शरीर के दोष जैसे कि वात और पित्त दोष को भी संतुलित करने में मदद मिलती है।
शतावरी की चाय कैसे बनाएं-
- शतावरी की चाय बनाने के लिए आपको एक चम्मच शतावरी पाउडर लेना है।
- इसे आपको एक गिलास गरम पानी में मिला लेना है।
- इस तरीके से आपकी शतावरी की चाय तैयार हो जाएगी।
- इसे आपको डिनर करने के बाद पीना है। इस वक्त पीने से ये आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है।
क्या है शतावरी की चाय के फायदे?

- शतावरी पाउडर या चूर्ण का सेवन सेहत के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसे पीरियड हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना गया है।
- जिन महिलाओं को कंसीव करने में दिक्कत आ रही है, उनके लिए इसका सेवन बेहतरीन है। इससे फर्टिलिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है।
- महिलाओं को हार्मोनल अंसतुलन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में आप हार्मोनल अंसतुलन को ठीक करने के लिए इस चाय का सेवन कर सकते हैं। इससे आपकी ये समस्या दूर हो जाएगी।
- इसके साथ ही शतावरी की चाय को इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए भी बहुत ही अच्छा माना गया है।
शतावरी के सेवन के अन्य फायदे
- अल्कोहल सेवन की इच्छा कम होती है
- एंजाइटी कम होती है
- ब्लैडर और किडनी स्टोंस कम होते हैं
- Bronchitis में फायदेमंद है
- डायबिटीज में फायदेमंद है
- सीने में जलन कम होती है
- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या में आराम मिलता है
- इन्फ्लेमेशन कम होती है
- शारीरिक दर्द में आराम मिलता है
- किसी भी प्रकार की याददाश्त संबंधी समस्या में आराम मिलता है
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- आजकल के भागदौड़ भरे लाइफस्टाइल में स्ट्रेस और एंग्जाइटी की समस्या भी काफी आम हो चुकी है। इस चाय के सेवन से आपको स्ट्रेस और एंग्जाइटी से मुक्ति मिल सकती है।
- ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं के लिए भी यह चाय बेमिसाल है। इससे ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिला को पोषण की प्राप्ति होती है।
- अगर आप भी उन महिलाओं में से हैं, जो अक्सर कमंजोरी महसूस करती है, तो आपको भी शतावरी की चाय बनाकर पीनी चाहिए।
कैसे बनाएं शतावरी चाय
- अमेरिकन जर्नल में छपे लेख के मुताबिक शतावरी चाय से किडनी स्टोंस दूर होते हैं। इसके लिए 4-5 मिली लीटर शतावरी रूट्स टिंकचर दिन में तीन बार लिया जा सकता है।
- एक चम्मच शतावरी रूट का पाउडर 8 चम्मच पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीने से भी फायदा हो सकता है बाजार में शतावरी टेबलेट या तरल के रूप में मिल सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक शतावरी की 30 बूंद दिन में दो बार लेना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन किसी भी तरह की डोज लेने से पहले एक बार एक्सपर्ट की सलाह लेना बहुत जरूरी है।
शतावरी के कुछ नुकसान
शतावरी के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। 2003 की एक रिसर्च के मुताबिक शतावरी का अधिक सेवन गर्भवती महिलाओं या दुग्ध पान कराने वाली मां के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके अन्य नुकसान इस प्रकार हैं-
रैश, दिल की धड़कन का बढ़ जाना, आंखों में खुजली, स्किन पर खुजली, सांस लेने में कठिनाई, जरूरत से ज्यादा थकान, लो ब्लड शुगर आदि।
नोट- इस चाय को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपनी हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। इसे अपनी हेल्थ कंडीशन के हिसाब से ही डाइट में शामिल करें।
