Uric Acid Remedy
Uric Acid Remedy

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खानपान की गलत आदतों और जीवनशैली में बदलाव के कारण यूरिक एसिड की समस्या आम होती जा रही है। यूरिक एसिड शरीर में तब बढ़ता है जब हमारी किडनी इसे ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती। इसके कारण जोड़ों में दर्द, सूजन, और चलने-फिरने में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर समय रहते इसे नियंत्रित न किया जाए, तो यह गठिया (गाउट) जैसी गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है।

अच्छी बात यह है कि आप कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर सिर्फ 30 दिनों में यूरिक एसिड के स्तर को कम कर सकते हैं। ये उपाय न केवल प्राकृतिक हैं, बल्कि साइड इफेक्ट से भी मुक्त हैं और रोज़मर्रा की जिंदगी में आसानी से अपनाए जा सकते हैं। इस लेख में हम आपको ऐसे 7 जबरदस्त घरेलू नुस्खों के बारे में बताएंगे, जिनकी मदद से आप यूरिक एसिड को काबू में रख सकते हैं।

नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत

नींबू में विटामिन C और साइट्रिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में यूरिक एसिड को घोलने और बाहर निकालने में मदद करता है। रोज़ सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़कर पीने से शरीर डिटॉक्स होता है और किडनी बेहतर काम करती है। यह उपाय न केवल यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है, बल्कि आपकी स्किन और पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद है। ध्यान रखें कि इसमें चीनी न मिलाएं। अगर चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा शहद डाल सकते हैं। नियमित रूप से इस उपाय को अपनाकर आप यूरिक एसिड को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

सेब का सिरका ,यूरिक एसिड का दुश्मन

सेब का सिरका यानी एप्पल साइडर विनेगर में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह शरीर के पीएच लेवल को बैलेंस करता है और यूरिक एसिड को घोलकर बाहर निकालने में सहायक होता है। एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पीना बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे न सिर्फ यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है, बल्कि डाइजैशन भी बेहतर होता है। हालांकि, इसे ज़रूरत से ज्यादा न लें क्योंकि अधिक सेवन से पेट में जलन हो सकती है। लगातार सेवन से कुछ ही हफ्तों में अच्छा असर दिखाई देता है।

पानी पीने की आदत में सुधार

पर्याप्त मात्रा में पानी पीना यूरिक एसिड को कम करने का सबसे आसान और असरदार तरीका है। जब आप ज्यादा पानी पीते हैं, तो आपकी किडनी यूरिक एसिड को मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकालने में सक्षम होती है। रोज़ाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। इसके अलावा नारियल पानी, नींबू पानी और हर्बल टी जैसे नैचुरल ड्रिंक्स भी लाभदायक हो सकते हैं। अगर आप पानी पीने में आलस करते हैं तो अलार्म लगाकर याद रख सकते हैं। यह आदत धीरे-धीरे आपके शरीर में जमा टॉक्सिन्स को बाहर करने में मदद करेगी।

हाई-प्रोटीन और फ्रक्टोज से दूरी बनाएं

यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने का एक मुख्य कारण हाई-प्रोटीन फूड्स जैसे रेड मीट, सीफूड और शराब का अत्यधिक सेवन है। इसके अलावा फ्रक्टोज युक्त ड्रिंक्स और फास्ट फूड भी यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं। इसलिए ऐसी चीज़ों से दूरी बनाना ज़रूरी है। इनके बजाय आप हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें। अगर आप मांसाहारी हैं तो हफ्ते में सिर्फ एक बार सीमित मात्रा में ही लें। संतुलित आहार से यूरिक एसिड पर नियंत्रण रखा जा सकता है और शरीर को आवश्यक पोषण भी मिलता है।

रोजाना करें हल्की फुल्की एक्सरसाइज

शारीरिक ऐक्टिविटी की कमी भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है। अगर आप रोज़ाना थोड़ी देर टहलते हैं या हल्की एक्सरसाइज करते हैं, तो शरीर का (मेटाबोलिज़्म) सुधरता है और टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकलते हैं। योग, प्राणायाम और स्ट्रेचिंग जैसी हल्की एक्सर्साइज़ भी बहुत फायदेमंद होती हैं। ध्यान रखें कि अत्यधिक या बहुत थकाऊ एक्सरसाइज न करें, क्योंकि इससे शरीर में लैक्टिक एसिड बढ़ सकता है जो यूरिक एसिड के स्तर को और बढ़ा सकता है। रोज़ सिर्फ 30 मिनट का समय देना भी काफी है।

मेरा नाम दिव्या गोयल है। मैंने अर्थशास्त्र (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हूं। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का एक ज़रिया है।मुझे महिला सशक्तिकरण, पारिवारिक...