बच्चा होने के बाद यकीनन जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं पर सेक्स के प्रति कम होती रुचि को अलग-अलग तरह के एक्सपेरिमेंट और सेक्स की नई-नई पोजीशन ट्राई करके बरकरार रखा जा सकता है। अच्छी सेक्स लाइफ के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से आपका स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है। इसके जब भी मौका मिले अपने साथी के साथ उन खास पलों को इंजाय करें। यकीन मानिए सेक्स में संतुष्ट होकर आप अच्छे पैरेंट्स भी साबित होंगे क्योंकि तब किसी तरह का चिड़चिड़ापन या फ्रस्ट्रेशन आप पर हावी नहीं होगा।

ज्यादा इंजाय करें
अक्सर कहा जाता है कि शादी के कुछ सालों के बाद सेक्स लाइफ बोरिंग हो जाती है और बच्चों के जन्म के बाद तो स्त्री की सेक्स में रुचि नहीं के बराबर रह जाती है जो सरासर गलत है। रिसर्च  बताती हैं कि बच्चे के जन्म के बाद स्त्री के क्लाइमेक्स (चरमोत्कर्ष) की तीव्रता बढ़ जाती है क्योंकि मां बनने के बाद महिलाओं की नर्व एंडिग ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है।

ट्राय करें नया
शादी के कुछ सालों बाद सेक्स लाइफ बोरिंग हो जाती है। इसलिए जिस तरह रोजमर्रा में वैराइटी की जरूरत होती है वैसे ही सेक्स में भी वैराइटी बनाए रखें। एक जैसी एक्टविटीज अपनाने से आप लंबे समय तक सेक्स को एंजॉय नहीं कर सकते। इसलिए इसमें भी नए-नए रास्ते तलाशते रहें। अगर आपका पार्टनर कोई नई पोजीशन सजेस्ट करे, तो उनको गौर से सुनें, समझें और अपनाएं भी। नहीं, मुझे नहीं जानना व समझना जैसी आदतों को बदल डालें।

रिश्ता लेता है नया रूप
सेक्स पति पत्नी दोनों को शारीरिक ही नहीं मानसिक रूप से भी करीब लाता है। यही जुड़ाव दांपत्य जीवन की नींव है। माता-पिता की जिमेदारी निभाने और बढ़ती उम्र के कारण सेक्स लाइफ को जीवंत रखना एक चुनौती है। इसके लिए कुछ नया ट्राय करें जैसे फोरप्ले का समय बढ़ाएं, नए तरीके आजमाएं, अपने पुराने दिनों को याद करें, परंतु किसी भी हाल में सेक्स करना बंद ना करें।

प्यार ही प्यार हो
यदि बच्चा छोटा है तो सेक्स लाइफ में मुश्किलें भी आती है और महिलाएं इतनी खुली व रिलैक्स भी नहीं रह पाती कि हर समय सेक्स को इंजाय कर सकें। ऐसे में बच्चों के सोने का इंतजार करने से अच्छा है जब भी मौका लगे, एक-दूसरे के प्यार में खो जाएं। एक-दूसरे की कंपनी एन्जॉय करें, धीरे-धीरे प्यार की ओर बढें, सेक्स से पूर्व  किया गया फोरप्ले दोनों को चरम संतुष्टि देता है।

करीब आएं
भले आप माता पिता बन गए हैं और आप पर जिम्मेदारी आन पड़ी है पर इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक-दूसरे से सिर्फ काम के लिए ही बात करें। प्यार भरा कम्युनिकेशन बनाए रखें। यह आपसी प्यार और रिश्ते की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है। इससे सेक्स लाइफ में भी सुधार होता है क्योंकि बातचीत आपको करीब लाती है।

सुरक्षित हो सेक्स
बच्चा होने के बाद अक्सर पति पत्नी के सेक्स न इंजाय कर पाने का कारण दुबारा गर्भ ठहरने का डर होता है। अपनी सेक्स लाइफ को सरल बनाने के लिए पैकेट में खुशी को अपने बिस्तर के पास रखें। पैकेट में खुशी से मतलब आपके पसंदीदा कंडोम से है। आजकल अलग-अलग रंगों व खुशबुओं में कंडोम मिलते हैं।

जिम्मेदारी हो बराबर
बच्चे होने के बाद उनकी देखभाल व घर के कामकाज महिलाओं को बहुत थका देते है। उनमें सेक्स की इच्छा ही नहीं रह जाती है। वह अपने आराम के लिए भी समय नहीं निकाल पाती हैं। ऐसे में सेक्स उनके लिए दोयम दर्जे का काम बनकर रह जाता है। बच्चे को थोड़े समय पति संभाले ताकि पत्नी को आराम करने का मौका मिल सके। तभी आपका सेक्स जीवन संतुष्टि पूर्ण  होगा, चिड़चिड़ाहट नहीं होगी।