‘‘मैं कल रात एक मजाकिया फिल्म देख रही थी। बार-बार हंसने से मेरे ब्लैडर से लगातार मूत्र का रिसाव होता रहा। यह क्या है?”
बार-बार भागकर बाथरूम जाना ही काफी नहीं था कि तीसरी तिमाही में एक और परेशानी खड़ी कर दी है। जब भी आप खांसेंगी, छींकेंगी या भारी सामान उठाएंगी।तो मूत्राशय से मूत्र का रिसाव होगा।गर्भाशय के बढ़ते आकार की वजह से मूत्राशय पर दबाव बढ़ रहा है। कई महिलाओं को बार-बार मूत्र की इच्छा होती है। हमारे निम्नलिखित उपाय आपके काम आ सकते हैं‒
- जब भी मूत्र के लिए शौच जाएं तो आराम से पूरा मूत्राशय खाली करें।
- कीगल व्यायाम करती रहेंगी तो अभी आराम आएगा और आप आने वाले समय में भी अपना फिगर फिर से पा लेंगी।
- खांसते, छींकते या हंसते समय कीगल करें या टाँगें मोड़ लें।
- पैंटी में लाइनर का इस्तेमाल करें।
- यदि सही समय पर शौच के लिए न जाए तो उससे भी ब्लैडर पर दबाव पड़ता है।कब्ज से भी पेल्विक की मांसपेशियाँ कम हो जाती हैं। इससे बचाव करें।
- यदि बार-बार मूत्र की इच्छा हो तो ब्लैडर को नियंत्रित करना सीखें। घंटे की बजाए हर आधे घंटे बाद बाथरूम जाएँ। धीरे-धीरे इस समय सीमा को बढ़ाएँ ताकि आपको हड़बड़ाहट में भाग कर बाथरूम न जाना पड़े।
- चाहे जो भी हो, दिन में आठ गिलास पानी पीना न भूलें। यदि पानी की मात्रा घटाई तो योनि मार्ग में संक्रमण हो सकता है।
- यह भी पता कर लें उस समय सिर्फ मूत्र का ही रिसाव हो रहा है, एम्निओटिक द्रव्य का नहीं, इसके लिए उसे सूंघें। यदि यह गंध मूत्र जैसी नहीं है तो डॉक्टर से पूछें।
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