क्या होती है प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी और कैसे करें इसे मैनेज
डायबिटीज न्यूरोपैथी उस नर्व डैमेज को कहा जाता है, जो डायबिटीज के कारण होता है। समय के साथ ब्लड में हाई ब्लड शुगर लेवल के कारण नर्व डैमेज हो सकती हैं। जानिए इस समस्या से कैसे राहत पाई जा सकती है।
Prediabetic Neuropathy: प्रीडायबिटीज एक गंभीर हेल्थ कंडिशन है, जिसमें रोगी का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक होता है लेकिन यह इतना अधिक नहीं होता कि इसे टाइप 2 डायबिटीज कहा जाए। प्रीडायबिटीज, डायबिटीज की एक वार्निंग हो सकती है। अगर आप प्रीडायबिटिक है, तो इसका मतलब है कि आपका शरीर उस इंसुलिन का उत्पादन सही से नहीं कर पा रहा है, जो हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल को सही बनाए रखने में मददगार है। ऐसे में स्ट्रोक या हार्ट डिजीज की संभावना बढ़ जाती है। न्यूरोपैथी को नर्व डैमेज भी कहा जाता है। डायबिटीज के कारण यह समस्या होने का अधिक रिस्क रहता है। लेकिन, प्रीडायबिटीज में यह समस्या भी हो सकती है। आइए जानें प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी के बारे में।
क्या है प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी?
डायबिटीज न्यूरोपैथी उस नर्व डैमेज को कहा जाता है, जो डायबिटीज के कारण होता है। समय के साथ ब्लड में हाई ब्लड शुगर लेवल के कारण नर्व डैमेज हो सकती हैं। हाई ब्लड शुगर से पूरे शरीर में नर्वज डैमेज हो सकती हैं। हालांकि, डायबिटीज न्यूरोपैथी से अधिकतर टांगों और पैरों की नर्वज डैमेज होती हैं। प्रीडायबिटीज रेंज में भी अधिक समय तक हाई ब्लड शुगर लेवल होने से नर्वज में समस्या हो सकती है। यानी, प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी भी वो स्थिति है जिसमें नर्वज डैमेज होती हैं। इसके कारण पैरों, पैरों की उंगलियों और हाथों में सुन्नता, झुनझुनी, जलन या दर्द जैसी समस्याएं हो सकती है।
प्रीडायबिटीज से पीड़ित लोगों में भी छोटी सी चोट, कट आदि इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। अगर शुरुआत में इसे न पहचाना या उपचार न किया जाए, तो यह एक खतरनाक अल्सर बन सकता है जिसमें एम्प्यूटेशन यानी प्रभावित अंग को रिमूव करने की नौबत भी आ सकती है।
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किन लोगों को प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी का जोखिम रहता है अधिक?
प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी के होने की संभावना कई चीजों पर निर्भर करती हैं। आप अपनी डायबिटीज को मैनेज कर के इस समस्या से राहत पा सकते हैं। लेकिन, आपमें प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी का जोखिम अधिक हो सकता है, अगर आप प्रीडायबिटीज हैं और इसके साथ ही आपको निम्नलिखित समस्याएं भी हैं, जैसे:
- मोटापा
- हाई ब्लड प्रेशर
- हाई हाई कोलेस्ट्रॉल
- एडवांस किडनी डिजीज
- एल्कोहॉल की आदत
- स्मोकिंग की आदत
प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी को कैसे मैनेज करें?
प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी से बचने के लिए आपके लिए डायबिटीज को सही रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए अपने ब्लड ग्लूकोज लेवल, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को सामान्य रखें। इसके अलावा इसे मैनेज करने के अन्य तरीके इस प्रकार हैं

- अपने वजन को सही बनाए रखें। अगर आपका वजन अधिक है, तो आपके लिए वजन कम करना बहुत जरूरी है। इसके लिए सही आहार का सेवन करें और व्यायाम करें।
- प्रीडायबिटिक न्यूरोपैथी को मैनेज करने के लिए आप रोजाना तीस मिनट्स तक व्यायाम करें। कोई भी एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, वॉक और साइकिलिंग आदि करें। इसके बारे में आपके डॉक्टर भी आपकी मदद कर सकते हैं।
- प्रीडायबिटीज को मैनेज करने के लिए आपके लिए अपने खानपान को सही रखना भी आवश्यक है। अपने आहार में अधिक सब्जियों, फल, साबुत अनाज आदि को शामिल करें। अधिक फैट, शुगर युक्त चीजों को खाने से बचें। इन तरीकों को अपना कर आप न केवल प्रीडायबिटीज बल्कि अन्य समस्याओं जैसे हार्ट डिजीज, नर्व और ब्लड वेसल डैमेज आदि से बच सकते हैं।