बलगम खांसी के लिए असरदार है ये घरेलू उपचार
अगर किसी व्यक्ति को काफी लंबे समय से खांसी के साथ बलगम आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे में उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
Phlegm Cough Home Remedies: आजकल बदलते मौसम के साथ सर्दी बुखार होना आम बात है। हमारे यहां खासतौर पर खांसी के साथ बलगम आने को मामूली बात मानी जाती है। लेकिन, कई बार यह कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत होता है, जिससे हम नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को काफी लंबे समय से खांसी के साथ बलगम आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे में उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हालांकि, लोगों को सर्दी-जुकाम के बाद बलगम वाली खांसी से जूझना पड़ता है।
कभी-कभी ये यह समस्या इतनी गंभीर हो जाती है, कि डॉक्टर से दवा लेने के बाद भी इससे आसानी से छुटकारा नहीं मिलता है। लेकिन, आप चाहे तो डॉक्टर के उपचार के साथ ही कुछ घरेलू नुस्खों को आजमा कर भी इस समस्या से निजात पा सकती है, जिसके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।
सूखी और बलगम खांसी में अंतर?
![Phlegm Cough Home Remedies](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_091052_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
सूखी खांसी में बलगम नहीं होता है। इसे हम ड्राई कफ भी कहते हैं। लोगों को सूखी खांसी अक्सर ऊपरी श्वसन संक्रमण के कारण होती है। बदलते मौसम के कारण हमें सर्दी और फ्लू होता है, उसकी वजह से सूखी खांसी की समस्या शुरू हो जाती है और यह कई हफ़्तों के बाद भी होती रहती है। जबकि, गले में बलगम या कफ श्वन प्रणाली में म्यूकस मेंमब्रेन की रक्षा करने और उसे साफ रखने के लिए बनता है। सर्दी और फ्लू के बाद बलगम की समस्या तब बढ़ जाती है, जब बाहरी पदार्थ हमारे श्वास नली में फंस जाते हैं और वह फिर कई हफ्तों तक बलगम के जरिए बाहर निकलते हैं।
बलगम खांसी के कारण
![Phlegm Cough Home Remedies](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090659_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
लोगों में बलगम वाली खांसी आमतौर पर इंफेक्शन के कारण होती है। यह संक्रमण आमतौर पर श्वास नली के निचले हिस्से में बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण होता हैं। अगर आपके शरीर में सामान्य से अधिक बलगम उत्पन्न हो गया है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए। नहीं तो इसके कुछ गंभीर परिणाम भी निकल सकते हैं।
ब्रोंकाइटिस
![Bronchitis](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090816_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
बलगम वाली खांसी ब्रोंकाइटिस के कारण भी होती हैं।ब्रोंकाइटिस में ब्रोन्कियल नलियों में सूजन है, जो फेफड़ों में हवा ले जाती हैं। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस एक आम स्थिति है, जो अक्सर धूम्रपान के कारण होती है। इन सभी में कफ वाली खांसी रहती है। ऐसे मरीजों को थोड़े थोड़े दिन पर बलगम वाली खांसी होती रहती है। लेकिन, कुछ मेडिसिंस के सेवन पर यह फिर ठीक हो जाती है।
न्यूमोनिया
![Pneumonia](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090742_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
निमोनिया एक आम फेफड़ों का संक्रमण हो गया है, जो बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होता है। इसमें आपको अपनी दवाइयों से लेकर खाने-पीने में परहेज करना होता है। नहीं तो यह आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।
सर्दी-जुकाम
बलगम वाली खांसी सर्दी जुकाम के कारण भी होती है। इसमें हमें लगातार खांसी होती रहती है और कई बार कफ का रंग पीला भी हो जाता है। अगर आपको कई हफ्तों तक सर्दी और जुकाम है। साथ ही बलगम वाली खांसी हो रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए।
खाने की चीजों के कारण
एक शोध में पाया गया है कि कई बार कुछ चीजों को लगातार खाने की वजह से भी हमारे शरीर में कफ बनते रहता है। जैसे दूध, पनीर, दही और मक्खन गले में ज्यादा बलगम बनाने का कारण बनते हैं। दरअसल, इनके प्रोटीन तत्व बलगम को गाढ़ा बना देते हैं और कब्ज में बदबू आने का कारण भी बनते हैं। इसलिए अगर आपको भी सर्दी जुकाम है तो आपको दूध दही पनीर खाने से परहेज करना चाहिए।
सूखी खांसी के कारण क्या हैं?
![Cough Causes](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090721_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
दमा
अक्सर यह देखा गया है कि जो दमा के रोगी होते हैं, उन्हें सूखी खांसी की समस्या एक सामान्य व्यक्ति के मुकाबले अधिक होती हैं।
सर्दी
जब भी कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है, तो शुरुआत उसके गले में खराश से होती है। अगर इसका सही समय पर उपचार न किया जाए, तो यह सूखी खांसी में बदल जाती है और कई हफ्तों तक बनी रहती है।
जीईआरडी
पेट से एसिड एसोफैगस (फूड पाइप) में आता है, तो एसिड रिफ्लक्स का कारण बनता है, जिसकी वजह से मनुष्य सूखी खांसी की समस्या से परेशान होने लगता है। हालांकि, अगर आपको यह समस्या काफी पहले से है, तो इसकी कुछ दवाइयां भी होती है, जो डॉक्टरों द्वारा लिखी जाती हैं।
स्लीप एपनिया
स्लीप एपनिया एक ऐसी दुर्लभ बीमारियों में से एक है, जिसमें व्यक्ति की सांस अचानक रुकने लगती है और फिर शुरू हो जाती है। जिस वजह से मनुष्य का गला बुरी तरह से प्रभावित होता है और सूखी खांसी का प्रमुख कारण भी बन जाता है।
वोकल कॉर्ड डिसफंक्शन
वोकल कॉर्ड पतली मासंपेशियो का छोटा बैंड होता है, जो सांस की मदद से आवाज पैदा करता है। लेकिन, इसकी वजह से गले पर काफी दबाव डलता है और हमें सूखी खांसी की समस्या होने लगती है। हालांकि, इसके लिए काफी तरह के सिरप होते हैं, जो गले को आराम पहुंचाते हैं और सूखी खांसी की समस्या भी कम होने लगती है।
बलगम का घरेलू उपचार
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गुड़ और सौंठ का करें सेवन
![Jaggery](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090616_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
अगर आपको बलगम वाली खांसी काफी समय से हो रही है, तो आप गुड़ और सोठ का सेवन कर सकती हैं। इसमें कई एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो खांसी से निजात दिलाने में मदद करते हैं। आप एक छोटा टुकड़ा गुड़ और छोटा टुकड़ा सोठ ले सकते है और इन्हें एक साथ चबाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
हल्दी और दूध
![Milk](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090556_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
अगर आपको बलगम वाली खांसी है, तो आप रात में सोने से पहले हल्दी वाला दूध पी सकती है। यह फ्लेम से निजात दिलाने में मदद करता है। दूध में लक्टोफेरिन नामक एक प्रोटीन होता है जो फ्लेम के विरोधी गुणों से भरपूर होता है।
लौंग और शहद
लौंग और शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फ्लेम से हमें निजात दिलाते हैं और यह हमारे श्वास नली को भी काफी राहत देते हैं। सुबह के समय आप एक छोटा टुकड़ा लौंग ले सकते हैं, उसे चबा सकते हैं। या फिर गर्म पानी में शहद और लौंग डालकर पी सकती हैं।
पानी में कपूर डालकर भाप लें
![Camphor](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090424_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
यह दादी और नानी जमाने का बेहद कारगर नुस्खा है। जिसमें अगर आपको बलगम वाली खांसी परेशान कर रही है, तो आप एक पतीले में गर्म पानी में कपूर डालकर भाप ले सकती हैं। इससे आपकी श्वास नली साफ होगी और आपको बलगम वाली खांसी से भी राहत मिलेगा।
सूखी खांसी के उपचार
शहद, नींबू गरम पानी का सेवन करें
![Honey](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090407_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो हमारे गले को आराम दिलाने में मदद करते हैं। प्रतिदिन एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पी सकती हैं। इससे आपकी सूखी खांसी कम हो जाएगी।
तुलसी की चाय पीएं
![Holy Basil Tea](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090339_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
सूखी खांसी के लिए तुलसी का चाय रामबाण इलाज माना गया है। क्योंकि, इसमें कई एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो सॉर थ्रोट को ठीक करने में मदद करते हैं। आप तुलसी के पत्तों से चाय बनाकर प्रतिदिन पिएंगी तो आपको खांसी से राहत ही मिलेगी।
गर्म पानी के गरारे करें
गले में खराश और खांसी से निजात पाने के लिए हमेशा गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें। यह बेहद कारगर उपाय है।
तुलसी का काढ़ा पिएं
तुलसी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो हमें कई रोगों से बचाते हैं। आप प्रतिदिन तुलसी के पत्तों को पानी में उबालें और इसे पीना शुरू कर दे। इससे आपको गले में खराश की शिकायत नहीं होगी।
गुड़ और घी का सेवन करें
गुड़ और घी में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो सूखी खराश से निजात पाने में मदद करते हैं। आप अपने भोजन में इन दो तत्वों को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप घी को गर्म करके अपने गले पर भी लगा सकती हैं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान
![Pregnancy](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090314_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
आजकल बदलते मौसम के कारण सूखी खांसी या बलगम वाली खांसी होना एक आम समस्या हो गई है। लेकिन अगर यही समस्या प्रेग्नेंट महिलाओं को हो जाए तो समस्या ज्यादा है, क्योंकि गर्भवती महिलाओं की इम्युनिटी पहले से कमजोर होती है, प्रेगनेंसी में जैसे-जैसे वक्त बढ़ता है उठने बैठने में परेशानी हो जाती है। ऐसे में खांसी की समस्या उत्पन्न हो जाए, तो सांस लेने में दिक्कत, पेट और पसलियों में तेज दर्द, इसके साथ में बुखार की समस्या भी शुरू होने लगती है। जिस जिस वजह से पेट पर दबाव पड़ता है और पेट में पल रहे बच्चे पर भी असर हो सकता है। ऐसे समय में आपको डॉक्टर से सलाह लेकर कोई दवाई खानी चाहिए या फिर आप घरेलू उपचार भी कर सकती हैं।
अगर आप गर्भवती हैं और आपको बलगम वाली खांसी ने परेशान कर दिया है, तो ऐसे समय में आप घरेलू उपचार करते हुए लहसुन का अत्यधिक सेवन कर सकती है। क्योंकि, इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो गले में दर्द से जल्दी राहत दिलाते हैं। वहीं, दूसरी ओर प्रेगनेंसी के दौरान लहसुन खाने से हमें कई तरह के अन्य फायदे भी मिलते हैं। आप प्रतिदिन लहसुन की दो कलियों को कूट लें। फिर शहद में मिलाकर खाएं। इससे आपको जरूर राहत मिलेगी।
बलगम वाली खांसी में क्या खाना चाहिए
![Food](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090250_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
अगर आप बलगम वाली खांसी से परेशान है, तो ऐसे समय में खाद्य-पदार्थों का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है, जो आपके गले को शांत करने में मदद करें।
गर्म तरल पदार्थ
अगर आप बलगम वाली खांसी से काफी परेशान हो चुकी है, तो प्रतिदिन चाय या पानी जैसे गर्म तरल पदार्थ पीना शुरु कर दें। इससे गले की खराश से राहत पाने में मदद मिल सकती है। वैसे बहुत गर्म पदार्थ भी खाने से बचें, नहीं तो यह फिर आपके पेट की समस्या को भी शुरू कर सकता है।
मसालेदार खाना
बलगम वाली खांसी होने के कारण लोगों को अक्सर मिर्च मसालेदार भोजन करना काफी पसंद होता है। क्योंकि, यह साइनस को खोलने और जमाव को साफ करने में मदद करते हैं। इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो आपके गले में खराश और सूजन को कम करते हैं।
सिट्रस फल
अंगूर, नींबू, संतरा और नाशपाती जैसे सिट्रस फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं और संक्रमण से भी लड़ने में भी सहायता करते हैं। यह बलगम को तोड़ने और श्वास नली को साफ करने में भी काफी कारगर हैं। इसलिए हमें प्रतिदिन सिट्रस फल खाना चाहिए।
चिकन सूप
सर्दी या फिर किसी भी संक्रमण के दौरान आप चिकन का सूप पी सकती हैं। यह एक बेहतरीन उपाय है। ये कंजेशन को दूर करने और गले में खराश को शांत करने में मदद करता है। चिकन सूप में शोरबा में सिस्टीन नामक एक एमिनो एसिड भी होता है जो बलगम को तोड़ने में मदद कर सकता है।
हल्दी
बलगम वाली खांसी के दौरान हल्दी का सेवन करना सबसे बड़ा उपाय है। इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें करक्यूमिन होता है जो सूजन को कम करने में मदद करने के लिए जाना जाता है और ये बलगम से जुड़ी खांसी को कम भी करता हैं।
बलगम वाली खांसी के लिए आयुर्वेदिक इलाज
![Ayurveda](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/06/png_20230621_090219_0000.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
बलगम वाली खांसी के लिए आप डॉक्टर के पास जाने से पहले खुद भी आयुर्वेदिक इलाज कर सकते हैं, क्योंकि इसके कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होते है। खांसी के दौरान शहद बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसमें एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल तत्व मौजूद है। बलगम खांसी की परेशानी के लक्षण होने पर तीन से चार घंटे में शहद खाया जा सकता है। इसके अलावा, गर्म पानी में शहद को मिक्स करके भी पिया जा सकता है। इसके साथ ही आप पुदीने की चाय पीकर या स्टीम लेकर भी बलगम वाली खांसी से मुक्ति पा सकती हैं।
बलगम वाली खांसी होने पर डॉक्टर को कब दिखाएं
अगर आपको बलगम वाली खांसी 2 से 3 दिन से हो रही है, तो आप कुछ घरेलू उपचार कर सकती है। लेकिन, अगर आपको एक हफ्ते से अधिक समय से खांसी की समस्या है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए। नहीं, तो इसके कुछ दुष्परिणाम भी निकल सकते हैं।
डॉक्टर भी देते हैं इन बातों का ध्यान रखने की सलाह
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- इलाज के दौरान डॉक्टर मरीजों को अत्यधिक पानी पीने की सलाह देते हैं, ताकि उनके शरीर में पानी की कमी ना हो।
- सोते समय सिर के नीचे अधिक तकिया लगाने की सलाह भी दी जाती है, ताकि रात के समय मरीजों को खांसी की समस्या परेशान ना करें।
- डॉक्टर्स हमेशा मरीजों को सोने के समय अपने कमरे का तापमान सामान्य रखने की सलाह देते हैं। यानी उन्हें एसी चलाने के लिए मना किया जाता है। इससे खांसी की समस्या अधिक बढ़ सकती है।
- बलगम वाली खांसी होने के दौरान डॉक्टर द्वारा मरीजों को सिगरेट एवं अन्य प्रकार के धूम्रपान न करने की सलाह दी जाती है।
- अगर आपको लगातार बलगम वाली खांसी हो रही है, तो तब तक बाहर ना जाए, जब तक आपकी खांसी बिल्कुल ठीक ना हो जाए। क्योंकि, आपकी वजह से किसी अन्य व्यक्ति में भी संक्रमण फैल सकता है।
- बलगम वाली खांसी होने के दौरान आप नियमित रूप से भाप लें और एयर वैपोराइजर का इस्तेमाल करें। साथ ही गर्म पानी में भी नहाया करें।
बलगम वाली खांसी की जटिलताएं
लोगों में बलगम वाली खांसी किसी अंदरूनी समस्या के कारण विकसित होती है। अगर इसका सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह कई गंभीर स्थिति या पैदा कर सकती है। अगर फेफड़ों में संक्रमण के कारण बलगम वाली खांसी विकसित हुई है और उसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह अन्य अंगों में भी फैल जाता है। इससे अस्थमा से लेकर टीवी जैसी बीमारी भी हो सकती है। इसके अलावा पेट में दर्द और बेहोशी जैसी समस्याएं भी पैदा होती है। इसलिए ऐसे समय में बिना लापरवाही के डॉक्टर से दिखाना ही समझदारी है।
FAQ | क्या आप जानते हैं
छाती में कफ जमा हो तो कैसे निकाले ?
बलगम निकालने के लिए क्या खाना चाहिए?
बलगम वाली खांसी में क्या नहीं खाना चाहिए?
खांसी में तुरंत आराम के लिए क्या करें?
फेफड़ों से खांसी और बलगम का इलाज कैसे करें?
बलगम राहत के लिए क्या अच्छा है?