पीरियडस की डेट बढ़ जाती है आगे, पर बना रहता है दर्द और चिड़चिड़ापन, जानें इसके पीछे छुपी वजह: Periods Pain Facts
Periods Pain Facts

ये गंभीर बीमारियां बड़ाहटी हैं पीरियड्स में चिड़चिड़ापन, लाइफस्टाइल में करें बदलाव

कई बार महिलाओं को ये दर्द बढ़ जानें पर उल्टियां भी होने लगती हैं। पेट दर्द के साथ ब्रेस्ट, कमर, पैर आदि में दर्द होने की वजह से इस समय अक्सर महिलाएं स्वभाव से चिड़चिड़ी हो जाती हैं।

Periods Pain Facts: पीरियड्स में दर्द होना महिलाओं की सबसे आम परेशानी है। इस दर्द से आराम मिले इसके लिए ना जानें क्या क्या तरीके आजमाए जाते हैं। हालांकि ये दर्द हर महिला को अलग अलग लेवल पर होता है। पीरियड्स से पहले होने वाले दर्द को डिसमेनोरिया कहते हैं। कई बार महिलाओं को ये दर्द बढ़ जानें पर उल्टियां भी होने लगती हैं। पेट दर्द के साथ ब्रेस्ट, कमर, पैर आदि में दर्द होने की वजह से इस समय अक्सर महिलाएं स्वभाव से चिड़चिड़ी हो जाती हैं। स्वभाव से शांत महिलाएं भी इस समय बहुत चिड़चिड़ी रहने लगती हैं। बहुत ही नार्मल सी बात हैं अगर आपके पूरे शरीर में दर्द लगातार बना हुआ हैं तो आप असहज महसूस तो करेंगे ही साथ ही कसी काम में मन भी नहीं लगेगा। दरअसल पीरियड्स के समय दर्द होने की वजह हैं गर्भाशय का सिकुड़ना, इसकी ही वजह से पेट में ऐंठन बनी रहती हैं, जो दर्द का रूप ले लेती हैं।

आइये जानते हैं क्या हैं इसके पीछे छुपी वजह के बारे में कुछ ख़ास बातें।

Periods Pain Facts
fibroids

गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने पर छोटे छोटे मटर के दाने जैसे गोले बनने लगते हैं। ये पूरी तरह से कैंसर फ्री होते हैं और ना ही किसी तरह के कैंसर को बढ़ावा देते हैं। हालांकि ये महिलाओं की परेशानी काफी बड़ा देते हैं। ये या तो बहुत धीरे धीरे सालों में बढ़ते हैं या फिर अचानक से गुच्छों में पनपने लगते हैं। बस कुछ तरह की परेशानियां बढ़ने लगती हैं। पीठ दर्द का ज्यादा बढ़ जाना, रक्तस्राव का कम हो जान या बहुत ज्यादा बढ़ जाना, बाँझपन, अचानक गर्भपात हो जाना, पेल्विक एरिया में दर्द बढ़ने लगना। गर्भाशय में फाइब्रॉएड होने की कई वजह हैं जैसे मोटापा बढ़ना, गलत जीवनशैली अपनाना, वंशानुगत परेशानी, विटामिन डी भरपूर मात्रा में ना मिल पाना आदि। वैसे तो आपको हर साल अपना मेडिकल चेकउप जरूर करवाना चाहिए लेकिन अगर फिर भी आप इन लक्षणों को महसूस कर रहीं हैं तो समझ लें ये लक्षण फाइब्रॉएड होने के हैं।

दर्द भरी ऐंठन

पीरियड्स लम्बे समय तक रहना

एनीमिया

Take care of yourself
Take care of yourself

सेक्स के समय अधिक दर्द होना

शौच के समय दर्द

कब्ज बने रहना

पेट के निचले हिस्से में भारीपन महसूस होना

यूरिन पास करते समय पेल्विक एरिया में तेज दर्द होना

prostaglandins
prostaglandins

यूट्रस लाइनिंग यानी गर्भाशय की दीवार पर मौजूद एक परत। ये परत धीरे धीरे एक केमिकल को गर्भाशय में छोड़ती रहती हैं। ये गर्भाशय के लिए अच्छा होता हैं। इस केमिकल का सामान्य से अधिक स्राव का होना ठीक नहीं हैं। इसके सामान्य से ज्यादा निकलने पर पीरियड्स के दौरान काफी तेज़ दर्द होने लगता हैं। गर्भाशय में संकुचन ज्यादा बढ़ जाता हैं जिसकी वजह से कई परेशानिया होने लगती हैं। इसी वजह से कई महिलाओं को काफी ज्यादा और असहनीय दर्द होने लगता हैं।

Yoga
Yoga will help

इन सबसे राहत पाने के लिए पीरियड्स के दौरान योग करें, हलकी फुलकी एक्सरसाइज करें, तेज़ क़दमों से टहलने की जगह धीमे धीमे टहलें, इस तरह पेट दर्द ऐंठन और पेट की अंदरूनी सूजन से जल्द ही आराम आएगा।