Kangaroo Mother Care: मेडिकल जर्नल, ईक्लिनिकलमेडिसिन में प्रकाशित एक विश्लेषण के अनुसार, तत्काल कंगारू मदर केयर (KMC) समय से पहले पैदा होने वाले और छोटे बच्चों के सेप्सिस के जोखिम को कम करता है। इमीडिएट केएमसी बच्चों को स्किन टू स्किन ब्रेस्ट फिडिंग करवाता है, जिससे कि सेप्सिस जैसी समस्या से 18%, सेप्सिस से संबंधित मौतों में 36% और समग्र मौतों में 25% की कमी आई है।
इस रिसर्च से ये पता चलता है कि कंगारू मदर केयर कमजोर बच्चों को गंभीर संक्रमण से बचाने के लिए कई तरह से पहल कर रहा है। डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर ऑफ मेटरनल, न्यूबॉर्न, चाइल्ड एंड अडोलसेंट हेल्थ एंड एजिंग डॉ अंशु बनर्जी कहते हैं “केएमसी जल्दी या छोटे पैदा हुए बच्चों में संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति है।”
🆕 Analysis: Immediate kangaroo mother care reduces sepsis risks for babies born early or small.
— World Health Organization (WHO) (@WHO) June 5, 2023
For these vulnerable newborns, it reduced suspected sepsis by 18%, while related deaths fell by more than a third https://t.co/g0AlldaAP5 pic.twitter.com/MngoYVwc99
सेकेंडरी एनेलेसिस से इस बात का पता चलता है कि एक मां या सेरोगेट मां और नवजात शिशु को भी लंबे वक्त तक एक साथ रहने की जरूरत होती है। इसे मदर-नयूबॉर्न इंटेसिव केयर यूनिट कहा जाता है। अपरिपक्व बच्चों के लिए तत्काल केएमसी के लाभ कई हैं। इससे ना सिर्फ संक्रमण दर में कमी आई है, बल्कि हाइपोथर्मिया में भी कमी आई है। यहां इन्हें बेहतर भोजन भी दिया जाता है।

डब्ल्यूएचओ और कई बाहरी जांचकर्ताओं द्वारा आयोजित, माध्यमिक विश्लेषण ने 2017 और 2020 के बीच हुए तत्काल कंगारू मदर केयर अध्ययन से डेटा का आकलन किया। यह अध्ययन घाना, भारत, मलावी, नाइजीरिया में पांच नवजात गहन देखभाल इकाइयों (एनआईसीयू) में आयोजित किया गया था। इस विशलेषण में केएमसी के कामों के बारे में पता चलता है।