पैरों में होती है या सुई चुभने जैसा एहसास तो इन उपायों से मिलेगा आराम: Remedies for Burning Feet
Remedies for Burning Feet


Remedies for Burning Feet: गर्मियों में होने वाली समस्याओं में एक है-पैरों के तलवों में जलन होना या बर्निंग सेंसेशन होना। इसमें तलवों में झुनझुनाहट होती है, सुई चुभने का आभास रहता है और कई बार हल्का सा दर्द भी रहता है, सुन्नपन रहता है।

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इसके कई हैं कारण

शरीर की गर्मी होना, नर्वस सिस्टम के नर्वस सिस्टम की नर्व की क्षति होना, डायबिटीज होना, चर्मरोग होना, किडनी खराब होना, वेरिकोज़, थायराॅयड होना, शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ जाना, पोषक तत्वों की कमी खासकर विटामिन बी12 की कमी होना, कब्ज़, गैस, एसिडिटी होना, पानी कम पीना, पेट में गर्मी होना, मसालेदार भोजन का अत्यधिक सेवन करना, फास्ट या जंक फूड का अधिक सेवन करना, तंबाकू-एल्कोहल का सेवन ज्यादा करना। खड़े रहकर काम ज्यादा करना।

क्या हैं उपाय

Remedies for Burning Feet
Remedies for Burning Feet
  • सबसे जरूरी है अपने खानपान का ध्यान रखें। यथासंभव घर का बना ताजा और सात्विक भोजन करें। दिन में एक बार दही का सेवन जरूर करें। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
  • दिन में एक-दो बार टब में पानी लें। इसमें एक चम्मच एप्सम साॅल्ट या सेंधा नमक मिला लें। पैर 15-20 मिनट तक डुबो कर रखें।
  • टब में 10 मिली एप्पल साइडर वेनेगर भी मिलाकर पैर डुबो कर बैठें। यह सप्ताह में एक बार ही करें।
  • नीम के पत्तों को मिक्सी में बारीक पीस कर पेस्ट बनाएं। उसका लेप पैरों के तलवे पर लगाएं। एक-डेढ घंटा लगे रहने दें। गर्म पानी में थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर धो लें। उसके बाद प्राकृतिक तेलों के मिश्रण (200 मिली ऑलिव ऑयल और 50 मिली रोजमेरी ऑयल) से पैरों की हल्की मालिश करें।
  • एक चम्मच नारियल के तेल में एक चम्मच हल्दी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को तलवों और आसपास लगाने से आराम मिलता है।
  • देसी मेंहदी को रात को पानी में भिगो कर लेप बनाएं। सुबह इस मेंहदी का लेप लगाएं।
  • रात को सोने से पहले पैर ठंडे पानी से धोएं। नारियल तेल से तलवों की अच्छी तरह मालिश करें।
  • सीताफल के डंठल वाले हिस्से को गोलाई में काट लें। इससे पैरों के तलवों की मालिश करें। इसकी ठंडी तासीर फायदेमंद होगी।
  • 25-25 ग्राम साबुत धनिया और सौंफ रात को 2 गिलास पानी में भिगो दें। सुबह इन्हें मसलकर और छानकर दिन में 2-3 बार पिएं।
  • दिन में एक बार नारियल पानी का सेवन करें।
  • देसी गाय का घी को कांसे की कटोरी के बाहरी आधार पर लगाकर पैरों की मालिश करें। इससे पैरों मं ब्लड सर्कुलेशन इंप्रूव होता है और पैरों की जलन कम होती है।
  • पालक, टमाटर, कद्दू , लौकी, कड़ी पत्ते, पुदीना का पत्ते मिलाकर सूप पिएं।
  • करेला के पत्तों को पीसकर पेस्ट बना लें। इसे पैरों पर 15-20 मिनट के लिए लगाएं। आराम मिलेगा।
  • राइस/आरआईसीई थेरेपी अपना सकते हैं। आर यानी रेस्ट-पैरों को आराम दें। आई यानी बर्फ, बर्फ का ठंडा सेंक करने से आराम मिलता है। सी यानी कंप्रेशन-पैरों में दवाब देते हुए मालिश करें। ई यानी एलिवेशन- सोते समय पैरों को थोड़ा सा ऊपर उठाकर रखें। इसके लिए पैरों के नीचे तकिया लगा सकते हैं।
  • लंबे समय तक एक ही जगह बैठना या खड़ा होना अवायड करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन रूकता है और पैरों में जलन की समस्या होने लगती है। पैरों की एक्सरसाइज करें ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छा हो। इससे पैरों में जलन कम होती है।
    ऽ दिन में कम से कम 15 मिनट अनुलोम विलोम प्राणायाम करें।

(डाॅ संजीव कुमार, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट, दिल्ली)