गर्मियां आते ही मच्छरों का प्रभाव भी वातावरण में बढ़ जाता है
मच्छरों के काटने से बच्चों की स्किन को नुकसान होता है

गर्मियां आते ही मच्छरों का प्रभाव भी वातावरण में बढ़ जाता है I अगर घर में बच्चे है तो उन्हें सबसे जायदा नुकसान होता है इसके लिए हम कई तरह के उपाय करते है कभी मच्छर को भगाने के लिए कॉइल जलाते है या रिपेलेंट लगा लेते हैं फिर भी अक्सर ऐसा होता है , मच्छर कहीं न कहीं काट ही लेते हैं। जिससे बच्चों की स्किन को भारी नुकसान पहुँचता है I इस दुष्प्रभाव से बचने के लिए बच्चों की त्वचा पर कुछ ऐसी चीजें लगा सकते है जिससे उन्हें जल्दी आराम मिल सकता है I

विनेगर या सिरका

विनेगर या सिरका में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं


विनेगर या सिरका में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं जो बैक्टीरियल इंफेक्शन को त्वचा से दूर करने में मददगार होते हैंIयह काफी सॉफ्ट और स्किन के लिए कारगर मेडिसिन में एक होता है  इसलिए इसके कोई नुकसान भी नहीं होते हैं। इसे लगाने से बच्चो के दर्द भी नहीं होता है। इसे लगाने से दाने या रेशेज में तुरंत आराम मिलता हैi

नमक

जहाँ मच्छर ने काटा है वहां नमक लगा दें


बच्चे की त्वचा के जिस हिस्से में मच्‍छर ने काटा है और वहां पर अगर इंफेक्शन और सूजन होने लग गई है तो पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर पेस्ट तैयार करें और उस जगह पर अच्छी तरह से लगाएं और हल्की सी मालिश कर दें । इससे वहां मौजूद इंफेक्शन खत्म हो जाएगा और जलन शांत हो जाएगी और रेशेज भी खत्म हो जाएंगेI

बर्फ का प्रयोग


बर्फ सूजन और जलन को कम करने में हेल्पफुल होती है एक रिसर्च के अनुसार मच्छर के काटने से होने वाली खुजली से राहत पाने के लिए बर्फ लगाने से काफी आराम मिलता है। इसके लिए एक विशेष तरह की प्रक्रिया अपन सकते हैं एक कपड़े में बर्फ के टुकड़े लपेटें और उसे प्रभावित एरिया पर लगाएं। बर्फ को सीधे तौर पर त्वचा पर न लगाएं, इससे बच्चे को दर्द बढ़ सकता है जलन से राहत पाने के लिए हर 5-10 मिनट में इसे दिन में 4-5 बार लगा सकते हैं इससे जल्द ही बच्चे को आराम मिलेगाI

लेमन बाम

लेमन बाम पुदीना की तरह होता है


लेमन बाम पुदीना की तरह होता है। यह एक ऐसी जड़ीबूटी है जिसे स्किन संबंधी समस्याओं के लिए हमेशा से प्रयोग किया जा रहा है। लेबन बाम क्रीम या पुदीना की पत्तियों को काटकर उस जगह पर लगा दें जहां मच्छरों ने काटा है I यह जलन को कम करके घाव भरने का काम करती है। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ के नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की रिसर्च में भी लेमन बाम एक्सट्रैक्ट को प्रमुखता दी गयी है इसमें खुजली और रेशेज शांत करने की क्षमता होती है।

तुलसी के पत्ते

तुलसी के पत्ते में औषधीय गुण होते हैं I


तुलसी के पत्ते में औषधीय गुण होते हैं I यह बच्चे की त्वचा पर होने वाली जलन को कम करने में मदद करती है। इनके एंटीऑक्सीडेंट्स तत्व खुजली, जलन और लालिमा को कम करते हैं। इसके लिए 1 कप पानी में 1 कप तुलसी के पत्ते डालकर ठीक तरह से बॉयल्ड कर लें। जब यह आधा हो जाए तो गैस बंद करके इस पानी को ठंडा कर लें । कॉटन को इसमें डुबोकर जिस जगह पर बच्चे के दाने या रेशेज है वहां पर लगा लें । इससे खुजली तुरंत खत्म हो जाती है I

पिपरमिंट ऑयल

पिपरमिंट ऑयल भी इम्पोर्टेन्ट घरेलू उपचार में से एक हैI


पिपरमिंट ऑयल भी इम्पोर्टेन्ट घरेलू उपचार में से एक हैI  यह एक ऐसी रेमेडी है जिससे खुजली या रेशेज खत्म होता है। इसे त्वचा पर सीधे तौर पर नहीं लगाया जाता है। 2 बूंद पेपरमिंट ऑयल में 1 छोटा चम्मच गुनगुना नारियल का तेल या एलोवेरा जेल मिलकर लगाएं। इसे अच्छी तरह मिला लें और फिर एफ्फेक्टेड एरिया पर लगाएं। इससे जलन और खुजली में तुंरत मदद मिलती है ।