ज्‍यादा नींद आना हो सकता है किसी बीमारी का संकेत, इन चीजों के सेवन से दूर होगी परेशानी: Deal with Excessive Sleep
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Deal with Excessive Sleep: अच्‍छी और पर्याप्‍त नींद एक हेल्‍दी बॉडी के लिए आवश्‍यक मानी जाती है। रात में ली जाने वाली 6-7 घंटे की नींद आपके पूरे दिन को तरोताजा करने के लिए काफी होती है। लेकिन जब आप दिन के समय अधिक नींद ले रहे हों तो समझिए ये किसी समस्‍या का संकेत हो सकता है। ये आपकी खराब नींद, नींद संबंधित विकार और किसी हेल्‍थ प्रॉब्‍लम की चेतावनी भी हो सकती है, जिसे दूर करने के लिए आप चाय और कॉफी का सहारा लेते हैं। हालांकि अधिक नींद आना कोई बीमारी नहीं है लेकिन दिन में अत्‍यधिक नींद आना एक ऐसी समस्‍या है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। कई बार अधिक नींद आना हमारी डाइट या पोषक तत्‍वों पर भी निर्भर करता है। कई बार ऑफिस में काम के वक्‍त और पढ़ाई के दौरान नींद अधिक महसूस होती है। आखिर इसके पीछे क्‍या वजह है और क्‍या नींद की समस्‍या से छुटकारा पाने में आपकी डाइट लाभदायक हो सकती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में।

क्‍या हैं अधिक नींद आने के कारण (Reasons for Excessive Sleep)

Deal with Excessive Sleep
What are the reasons for excessive sleep

जैसे नींद न आना एक समस्‍या है वैसे ही अधिक नींद आने के भी कई कारण जिम्‍मेदार हो सकते हैं। अधिक नींद आने की समस्‍या अधिकतर स्‍टूडेंट्स और बुजुर्गों में देखी जाती है। इसके लिए आपकी लाइफस्‍टाइल और डाइट दोनों जिम्‍मेदार हो सकती है। चलिए जानते हैं अधिक नींद के कारणों के बारे में।

नींद संबंधी विकार

अधिक नींद आना नार्कोलेप्‍सी या स्‍लीप एपनिया से पीडि़त होने की वजह से हो सकता है। स्‍लीप एपनिया काफी आम समस्‍या है जिसमें व्‍यक्ति की नींद बार-बार टूटती है। ऐसे में व्‍यक्ति अधिक थका हुआ और चिड़चिड़ा महसूस कर सकता है।

नशीली दवाओं का सेवन

शराब का अधिक सेवन आपकी नींद को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा दवाओं में होने वाला ड्रग भी अधिक नींद के लिए जिम्‍मेदार हो सकता है। खासकर कफ सीरप के सेवन से अधिक नींद का अहसास होता है।

परिवर्तन के कारण अपर्याप्‍त नींद

काम के शेड्यूल में बदलाव, पढ़ाई की जिम्‍मेदारी, रिश्‍तों में समस्‍या या ऑफिस का प्रेशर भी आपकी नींद को प्रभावित करता है। कई बार चिंता की वजह से लोगों को नींद आने का अहसास होता है।

फिजिकल इंज्‍यूरी

शारीरिक समस्‍याएं जैसे ट्यूमर, सिर में चोट या सेंट्रल नवर्स सिस्‍टम में चोट लगने से नींद अधिक आती है। दर्दनाक ब्रेन की चोटों वाले 30-70 प्रतिशत लोगों में नींद की गड़बड़ी होती है। सिर में चोट लगने के बाद आप अनिद्रा, थकान और नींद आना जैसी समस्‍याएं महसूस कर सकते हैं।

मेंटल वेलबींग

सामान्‍यतौर पर डिप्रेशन, एंग्‍जाइटी और मेंटल स्‍टेट व्‍यक्ति को रात में जगाए रख सकती है, जिससे उसे दिन के समय नींद आने की संभावना अधिक रहती है। कई बार लोग तनाव के कारण भी अधिक सोते हैं।

मेडिकल कंडीशन

अस्‍थमा, पुराना दर्द, मानसिक बीमारियां और अन्‍य दर्दनाक स्थितियां नींद के पैटर्न पर नकारात्‍मक प्रभाव डाल सकती हैं। बीमारी की वहज से जब रात के वक्‍त नींद न आए तो दिन के समय नींद आना सामान्‍य है।

समय में परिवर्तन

जेट लैग सर्केडियन रिदम स्‍लीप डिसऑर्डर का एक प्रकार है। कई बार शरीर को ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है जिससे शरीर की स्‍लीप क्‍लॉक में परिवर्तन आ जाता है। सर्केडियन रिदम में अंतर आने की वजह से भी अधिक नींद महसूस कर सकते हैं। इससे बार-बार नींद टूटने की समस्‍या भी हो सकती है।

नींद भगाने के लिए डाइट में करें इन चीजों को शामिल (Diet For Remove Excessive Sleep)

Diet For Remove Excessive Sleep
Deal with Excessive Sleep-Include these things in your diet to get rid of sleep

क्‍या आपको दिन में नींद भगाने के लिए कई कप कॉफी की आवश्‍यकता होती है। यदि हां तो ये समस्‍या आपकी अनहेल्दी डाइट की ओर इशारा करती है। कई बार पोषक तत्‍वों की कमी और क्रैश डाइट की वजह से हमें हर वक्‍त नींद का अहसास होता है। इसलिए नींद को भगाने के लिए अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल किया जा सकता है।

एवोकाडो

एवोकाडो विटामिन, मिनरल और हेल्‍दी फैट से भरपूर होता है जो हमारे शरीर को लंबे समय तक एनर्जी दे सकता है। इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होता है जो हमारे ब्‍लड शुगर लेवल को स्थित रखता है। ब्रेकफास्‍ट में एवोकाडो खाने से दिन के समय नींद कम आती है।

तरबूज

अपनी डाइट को हाई वॉटर कंटेनिंग फूड से भरना बेहद जरूरी है। जिसमें तरबूज सबसे अच्‍छा स्‍त्रोत हो सकता है। इस फल में 90 प्रतिशत पानी होता है और इसमें विभिन्‍न प्रकार के विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्‍सीडेंट होते हैं जो बॉडी को एनर्जेटिक बनाने में मदद करते हैं। बॉडी एनर्जेटिक रहेगी तो नींद का अहसास भी कम होगा।

पालक

पालक पोषक तत्‍वों से भरपूर होती है, इसमें अधिक मात्रा में फोलेट, विटामिन सी और आयरन होता है जो शरीर को एनर्जी देने में मदद करता है। इसलिए जिन लोगों को अधिक नींद आती है उन्‍हें अपनी डाइट में पालक को मुख्‍य रूप से शामिल करना चाहिए।

बादाम

बादाम हाई क्‍वालिटी प्रोटीन, फाइबर और मोनोअनसैचुरेटेड फैट का एक बड़ा स्‍त्रोत है। ये विटामिन बी से भरपूर होता है जो आपके खाने को एनर्जी में बदलने में मदद करता है। इसलिए बादाम का सेवन ब्रेकफास्‍ट के दौरान करना चाहिए ताकि दिनभर तरोतरा महसूस हो।

केला

पोटेशियम से भरपूर केला आपके शरीर के ब्‍लड फ्लो में शक्‍कर की मात्रा को स्‍लो कर देता है जिससे शरीर को अधिक थकान और आलस नहीं आता। कच्‍चे केले की तुलना में पका हुआ केला चीनी के रूप में अधिक ऊर्जा प्रदान कर सकता है। शरीर को अधिक ऊर्जा मिलने से नींद कम आती है।

डेट्स

डेट्स यानी खजूर कैल्शियम, फास्‍फोरस, पोटेशियम, मैग्‍नीशियम, जिंक और आयरन का बड़ा स्‍त्रोत है। अधिक नींद की समस्‍या होने पर सुबह के समय डेट्स का सेवन करने से शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी साथ ही आपकी स्‍वीट क्रेविंग को भी कंट्रोल किया जा सकता है।

चिया सीड्स

चिया सीड्स देखने में जरूर छोटी होती है लेकिन काफी शक्तिशाली होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्‍सीडेंट, विटामिन, मिनरल, प्रोटीन, फैट और फाइबर पेट को अधिक देर तक भरा रखते हैं और पूरे दिन एनर्जी देते हैं। अधिक नींद की समस्‍या होने पर इसका सेवन किया जा सकता है।

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पढ़ते वक्‍त नींद भगाने के तरीके (Fall Asleep While Studying)

Fall Asleep While Studying
Deal with Excessive Sleep-ways to fall asleep while studying

अक्‍सर देखा होगा कि पढ़ते वक्‍त बच्‍चे या बड़ों को अधिक नींद का अहसास होता है। पढ़ना हर किसी के लिए उत्‍सावर्धक नहीं होता। लंबे समय तक पढ़ने से हमारा मस्तिष्‍क बंद और उबाऊ महसूस करने लगता है। जिस वजह से नींद आने लगती है। पढ़ते वक्‍त यदि इन सावधानियों को बरता जाए तो नींद के अहसास को कम किया जा सकता है।

चलते रहें

पढ़ाई के बीच में थोड़ी देर का ब्रेक लेकर चलना फायदेमंद हो सकता है। इससे जागने में तो मदद मिलती ही है साथ ही तनाव को भी कम किया जा सकता है। 1-2 घंटे लगातार पढ़ने के बाद 10 मिनट की वॉक ली जा सकती है।

सही रोशनी में पढ़ें

हमारा शरीर रोशनी और अंधेरे जैसे पर्यावरणीय संकेतों के प्रति प्रतिक्रिया करने के लिए हमेशा तैयार रहता है। इसलिए पढ़ते समय ऐसी जगह का चुनाव करना चाहिए जहां अधिक रोशनी हो। अंधेरे या डल कमरे में पढ़ने से नींद अधिक आती है।

बैडरूम में न पढ़ें

बैडरूम या बिस्‍तर पर बैठकर पढ़ाई करने से नींद अधिक आती है। पढ़ने के लिए बैडरूम की जगह स्‍टडी रूम, लाइब्रेरी और टेबल चेयर का चुनाव करें।

अधिक पानी पिएं

थकान या नींद आना कभी-कभी डिहाइड्रेशन का भी संकेत होता है। डिहाइड्रेशन न केवल आपकी एनर्जी को खत्‍म कर देगा बल्कि आपके कार्यों को भी बाधित कर सकता है। नींद आने पर पानी का सेवन करें।

नींद भगाने के लिए क्‍या करें (what to do to get sleep)

क्‍यों आती है अधिक नींद
Deal with Excessive Sleep-what to do to get sleep

जब आप अधिक थका हुआ महसूस करते हैं तो आपको दिन के समय भी नींद आ सकती है। नींद से बचने के लिए आपको अपनी लाइफस्‍टाइल और आदतों में बदलाव करना होगा।

– रात में ले पर्याप्‍त नींद

– नींद आने पर काम से लें थोड़ी देर का ब्रेक

– नींद आने पर एक कम चाय या कॉफी ले सकते हैं

– नींद आने पर आप वॉक या एक्‍सरसाइज कर सकते हैं

– फ्रेश एयर के लिए कमरे से बाहर निकल जाएं

– 20 मिनट की पॉवर नेप ले सकते हैं

– काम के बीच में खाने के लिए वक्‍त निकालें

– जितना हो सके एक्टिव रहें

– कमरे का तापमान सामान्‍य रखें, अधिक ठंडे कमरे में नींद अधिक आती है

FAQ | क्या आप जानते हैं

नींद आने पर क्‍या करें ?

अधिक नींद आने पर वॉक करें, कॉफी पिएं या फिर म्‍यूजिक सुन सकते हैं।

अधिक नींद आना किसका लक्षण हो सकता है ?

अधिक नींद आना क्रोनिक स्‍लीप डिसऑर्डर है जो हार्मोन चेंजेज और लाइफस्‍टाइल में होने वाले बदलाव की वजह से हो सकते हैं।

दिनभर नींद आने का क्‍या कारण है ?

दिन के समय नींद आने का मुख्‍य कारण है लो एनर्जी। जब शरीर का ग्‍लूकोज लेवल कम हो जाता है शरीर थका हुआ महसूस करता है जिससे नींद महसूस हो सकती है।

क्‍या खाना खाने के बाद नींद नहीं आती है ?

खाना खाने के बाद नींद का अहसास अधिक होता है लेकिन ऐसे में यदि चाय या कॉफी का सेवन कर लिया जाए तो नींद नहीं आती।

नींद न आने के लिए किस विटामिन का करें सेवन ?

वैसे तो शरीर में किसी भी पोषक तत्‍व की कमी होने पर नींद प्रभावित हो सकती है लेकिन विटामिन डी की कमी से नींद आने में मुश्किल हो सकती है।

हर व‍क्‍त थकान महसूस होने पर क्‍या करें ?

यदि आप हर वक्‍त थकान का अनुभव करते हैं तो चिकित्‍सक से संपर्क करें। कई बार शरीर में किसी बीमारी के कारण ऐसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।