आइए जानते हैं धतूरे के तेल के लाभों के बारे में: Linseed Oil Benefits
Linseed Oil Benefits

Linseed Oil Benefits: धतूरे में बहुत सारे ऐसे गुण होते हैं जिनका प्रयोग आज से नहीं बल्कि कई सालों से होता आ रहा है। इसमें औषधीय गुण होते हैं जो आपको काफी सारे शारीरिक लाभ दे सकते है। धतूरे को हम भगवान शिव को अर्पित करते हैं इसलिए इसका धार्मिक महत्त्व भी है। लेकिन बहुत सारे लोग इसके अन्य प्रयोगों के बारे में नहीं जानते हैं। यह तेल आपको कई सारे इन्फेक्शन से बचाने में और ज्वाइंट में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसलिए आपको इसके प्रयोगों के बारे में जरूर जानना चाहिए। आइए जानते हैं धतूरे के तेल के फायदों के बारे में। 

घाव भरने में लाभदायक

Linseed Oil Benefits
Linseed Oil Benefits for wound

अगर आपको कहीं पर चोट लग गई है और आप चोट को जल्दी ठीक करने चाहते हैं तो धतूरे के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। इस तेल से आपके घाव को जल्द से जल्द भरने में मदद मिलेगी। इसके अलावा दर्द भी कम होगा। लेकिन अगर आपको चोट दिखाई नहीं दे रही है अर्थात आपकी चोट अंदरूनी है तो आपको इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए और डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस स्थिति में यह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।

जोड़ों के दर्द को कम करता है

joints pain
Linseed Oil Benefits for joints pain

अगर आपको अधिकतर बार जोड़ों के दर्द की समस्या रहती है तो आप इस तेल का प्रयोग कर सकते हैं। इसका प्रयोग आप मसल्स की मालिश करने के लिए भी कर सकते हैं। धतूरे के तेल से हड्डियों और मसल्स की अच्छी सिकाई भी हो जाती है। इसकी तासीर हल्की गर्म होती है इसलिए सिकाई होने में मदद मिलती है। आपको दर्द में भी काफी आराम मिल सकता है। अगर वर्क आउट या ज्यादा थकान की वजह से मसल्स में दर्द है तब भी इसका प्रयोग करना लाभदायक हो सकता है। 

कान के इन्फेक्शन को ठीक करने में सक्षम

Ear Infection
Linseed Oil Benefits for Ear Infection

 धतूरे का तेल इन्फेक्शन को ठीक करने में या इसका रिस्क कम करने में भी सहायक होता है। इसमें काफी सारे मेडिसिनल यानी औषधीय गुण होते हैं जो कान में हो गए संक्रमण का इलाज करने के काम आते हैं। धतूरे के तेल में एंटी सेप्टिक और एंटी बायोटिक गुण होते हैं जो बैक्टीरिया आदि को खत्म करने में सहायक होते हैं। इसका प्रयोग करने से इन्फेक्शन बार बार नहीं होता है। 

सायटिका के दर्द में भी है लाभदायक 

Back Pain
Linseed Oil Benefits for Back Pain

अगर आप सायटिका जैसे पीठ के दर्द जैसी स्थिति से जूझ रहे हैं तो आपको इस तेल का प्रयोग जरूर करना चाहिए। इससे दर्द में काफी राहत मिलती है। इसके लिए केवल आपको थोड़ी सी मात्रा में तेल को गर्म करना है और दर्द वाले भाग पर इसकी अच्छे से मालिश कर लेनी है ताकि दर्द में थोड़ी कमी हो सके। 

बालों के लिए सहायक

Hair Care
Linseed Oil Benefits for Hair Care

 अगर आपके बाल काफी ज्यादा झड़ रहे हैं और गंजेपन जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो भी धतूरे का तेल आपके काफी काम आ सकता है। चाहे तो आप केवल धतूरे के तेल का प्रयोग कर सकते हैं या फिर इसमें तिल का तेल भी मिला कर इसका प्रयोग किया जा सकता है। इसका प्रयोग करने से बाल मजबूत होते हैं और झड़ने भी कम होने लगते हैं। एक बार पूरी तरह से डायरेक्ट तेल का प्रयोग करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें। 

धतूरा के साइड-इफेक्ट

dhatura
side effects

एनसीबीआई डॉट कॉम के अनुसार धतूरा स्ट्रैमोनियम (डीएस) जाति का एक पौधा है, जिसमें एट्रोपिन, हायोसायमाइन और स्कोपोलामाइन केमिकल होता है। ये गंभीर एंटीकोलिनर्जिक सिंड्रोम के साथ विषाक्तता पैदा कर सकता है। जो किशोर नशे और उत्साहजनक प्रभाव प्राप्त करने के लिए इसका प्रयोग करते हैं उनके लिए काफी नुकसानदायक है।

  • शरीर में भारीपन महसूस होना
  • जोड़ों का दर्द
  • बहुत कम या बहुत अधिक पेशाब आना
  • आंखों की पुतली का फैलना
  • हृदय गति में परिवर्तन, विशेष रूप से अनियमित या तेज़ धड़कन
  • कब्ज़
  • डिहाइड्रेशन 
  • उच्च रक्तचाप
  • उच्च शरीर का तापमान
  • पसीना बढ़ जाना
  • मांसपेशियों में ऐंठन 
  • बेहोशी छाना

धतूरे का तेल लाभदायक तो कई स्थितियों में है लेकिन यह काफी ज्यादा स्ट्रॉन्ग भी होता है और यह सभी को सूट नहीं करता। इसलिए आपको इसका प्रयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से राय जरूर ले लेनी चाहिए।

FAQ | क्या आप जानते हैं

लिनसीड ऑयल(धतूरे का तेल) के क्या फायदे हैं?

– लिनसीड ऑयल में विटामिन ई और विटामिन सी के साथ बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर के रोगों से लड़ने में मदद करते हैं।
– इसमें प्राकृतिक और सुंदर त्वचा बनाने में मदद करने वाले और आगे बढ़ने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड्स पाए जाते हैं।
– लिनसीड ऑयल के सेवन से हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है।
– इसमें मौजूद फाइबर और आमिनो एसिड्स से पाचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलती है और कब्ज़ को दूर करती है।

 धतूरे का तेल (लिनसीड ऑयल) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

– लिनसीड ऑयल का सेवन करने से खुजली, चकत्ते, या एलर्जी जैसे त्वचा संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
– कुछ लोगों को यदि लिनसीड ऑयल खाने से पेट में गैस, उलटी, या दस्त जैसी समस्याएं होती हैं, तो वे इसे सेवन बंद कर दें।
– इसमें मौजूद बहुत सारे फाइबर की वजह से कुछ लोगों को पेट के रोगों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए यदि ऐसी समस्याएं हों तो वे विशेषज्ञ सलाह लें।

धतूरे का तेल का सेवन कैसे करें?

– लिनसीड ऑयल को अन्य तेलों में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है।
– आप इसे सलाद, ड्रेसिंग, या सब्जियों में ड्रिज़ल करके खा सकते हैं।
– लिनसीड ऑयल का सेवन रोजाना उचित मात्रा में करना चाहिए, और यदि आप पहले से किसी तरह की दवा
 ले रहे हैं तो इसे सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श ज़रूर लें।

मैं मधु गोयल हूं, मेरठ से हूं और बीते 30 वर्षों से लेखन के क्षेत्र में सक्रिय हूं। मैंने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है और हिंदी पत्रिकाओं व डिजिटल मीडिया में लंबे समय से स्वतंत्र लेखिका (Freelance Writer) के रूप में कार्य कर रही हूं। मेरा लेखन बच्चों,...