Heart Attack in Winter: बदलता मौसम हमारे स्वास्थ्य पर अच्छा और बुरा दोनों तरह का प्रभाव डालता है। लगातार गिरते टेम्परेचर और बर्फीली हवाओं के कारण हार्ट के मरीजों की समस्या बढ़ जाती है। दरअसल, ठंड का मौसम हार्ट को काफी प्रभावित करता है, जिसके चलते इस मौसम में हार्ट अटैक का खतरा अन्य किसी मौसम के मुकाबले सबसे ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है जिन लोगों को हार्ट की समस्या है वो अपना ठंड से बचाव रखें।
Heart Attack in Winter: सर्दियों में हार्ट अटैक का क्या है कारण?

सर्दियों में बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों पर डॉक्टरों का कहना है कि ठंड की वजह से रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) सिकुड़ जाती हैं, जिसे वाहिका संकुचन (vasoconstriction) कहा जाता है। उनकी दीवारों में छोटी मांसपेशियों द्वारा रक्त वाहिकाओं का संकुचन, और हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है। हार्ट अटैक कोरोनरी धमनियों (Coronary Artery) में ब्लड के क्लॉट्स बनने के कारण होता है। इसके साथ ही सर्दियों में हमारे शरीर में फाइब्रिनोजेन का स्तर 23 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। इसके अलावा प्लेटलेट काउंट भी बढ़ जाता है और ब्लड क्लॉट्स बनने का भी खतरा रहता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देता है।
सर्दियों के मौसम में या फिर जब हम सो कर उठते हैं तो शारीरिक गतिविधि भी काफी कम हो जाती है जिससे बीपी और शुगर लेवल काफी प्रभावित होता है। लेकिन जैसे ही हम शारीरिक गतिविधि शुरू करते हैं तो शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम बीपी और शुगर लेवल को सामान्य स्तर पर लाने का काम करता है। यह सिस्टम वैसे तो हर मौसम में काम करता है। लेकिन ठंड के दिनों में इसके लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा देता है।
कैसे करें बचाव?
सर्दियों में हार्ट अटैक के खतरे से बचने के लिए जरूरी है हार्ट मरीज खुद के शरीर को गर्म रखें। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में धूप भी लें, क्योंकि शरीर में विटामिन-D की कमी भी हार्ट अटैक के लिए कुछ हद तक जिम्मेदार है। तो चलिए जानते हैं कैसे कर सकते हैं हार्ट मरीज अपना बचाव:-
1) सुबह की सैर और व्यायाम से बचें।
2) संतुलित आहार का करें सेवन।
3) लेयर्स में पहने कपड़े।
4) मादक पदार्थों के सेवन से करें परहेज।
5) बहुत ज्यादा ठंड वाले स्थान पर न जाएं।