Frequent Urination: अकसर घर से बाहर जाते समय आप भी टाॅयलेट जरूर जाकर आती हैं, फिर चाहे आपको जरूरत हो या नहीं। यह महिलाओं की एक काॅमन आदत होती है, ‘एक बार जाकर देख लेते हैें’। हाल ही में हुई एक स्टडी के अनुसार चार में से तीन महिलाओं में यह आदत पाई गई है। अधिकांश महिलाएं ऐसा इसलिए करती हैं, जिससे उन्हें बाजार, पार्क, माॅल आदि में परेशान न होने पड़े। लेकिन अब विशेषज्ञों ने महिलाओं की इस आदत को बड़ा खतरा बताया है। विशेषज्ञों के अनुसार जरूरत न होने पर टाॅयलेट जाना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा करने से आप खुद को इनकांटनंस यानी बिना कारण परहेज की स्थिति में डालती हैं। भारत ही नहीं विदेशों में भी यही हाल है। ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार अकेले ब्रिटेन की सात मिलियन से ज्यादा महिलाएं ऐसा ही करती हैं। ऐसे में उन्हें कई तरह की हेल्थ प्राॅब्लम्स का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर प्रेंग्नेंसी के दौरान। इस दौरान उसका ब्लैडर दबाव सहन नहीं कर पाता और यूरिन लीक होने लगता है। या फिर ज्यादा हंसने के दौरान भी ऐसा होता है। इन हेल्थ प्राॅब्लम्स से बचने के कुछ तरीके हैं, आइए जानते हैं इन्हीं के बारे में-
जबरदस्ती यूरिन के लिए नहीं जाएं

एक्सपर्ट का कहना है जब तक आपको महसूस न हो कि आपको यूरिन जाना है, नहीं जाएं। पेल्विक हेल्थ फिजियोथेरेपिस्ट एस्थर स्टब्स के अनुसार ब्लैडर के पेल्विक फ्लोर का मजबूत रहना जरूरी है। हमारे ब्लैडर में एक होल्डिंग टैंक मौजूद होता है। इसे तब ही खाली करना चाहिए जब ये फुल हो। फुल होने पर यह अपने आप ब्रेन को मैसेज करता है कि आपको यूरिन जाना चाहिए। अगर हम जरूरत नहीं होने पर भी बार-बार यूरिन जाएंगे तो हमारे ब्लैडर को भी यही ट्रेनिंग मिलेगी, इससे ब्लैडर बहुत सेंसिटिव और कमजोर हो जाएगा। एप्सोम और सेंट हेलियर यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स के यूरोगिनेकोलॉजी हैड प्रोफेसर स्टरगियोस डौमोचटिसिस के अनुसार अगर एक बार ब्लैडर को बिना फुल हुए यूरिन का संकेत देने की आदत हो जाएगी तो ब्लैडर अपना पूरा काम करना ही बंद कर देगा। और हमारा ब्लैडर अपने आप छोटा हो जाएगा। जिससे ब्लैडर से जुड़ी अन्य सभी क्रियाएं भी प्रभावित होंगी।
इन चीजों को करें अवॉइड

विशेषज्ञों के अनुसार कई ऐसी चीजें हैं जिनका नियमित सेवन करना भी हमारे ब्लैडर को कंफ्यूज कर देता है। इनका उपयोग करने से भी बचना चाहिए। जैसे अल्कोहल, कैफीन, जूस व फल, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स। इन सभी के नियमित सेवन से ब्लैडर को महसूस होता है कि वह फुल हो गया है और आपको बार-बार वह यूरिन के लिए जाने का संकेत देता है। डाइट में फाइबर रिच फूड खाएं। क्योंकि कब्ज होने से भी ब्लैडर का पेल्विक फ्लोर कमजोर हो जाता है। अपने ब्लैडर को मजबूत करने के लिए एक्सरसाइज करें।