Ayurvedic Tips For Fever: बदलते मौसम के साथ बुखार होना एक आम समस्या है। अगर बुखार की शुरुआती तौर पर ही घर पर रोकथाम की जाए, तो इसे घर पर ही ठी किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी नहीं कि हर बार आपको डॉक्टर के पास ही जाना पड़े और महंगी दवाएं खानी पड़े। बुखार आम समस्या है कुछ ही मामलों में ये गंभीर होता है।
ठंड, बदलते मौसम या किसी तरह के इंफेक्शन के चलते बुखार आ सकता है। वहीं जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उन्हें भी बहुत जल्दी बुखार आ जाता है। बुखार के चलते शरीर का तापमान सामान्य से काफी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से कई और भी दिक्कते होने लगती हैं। इसे समय रहते कंट्रोल कर लेना ही सही होता है।
बुखार आने पर आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों को भी आजमा सकते हैं। आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बुखार को कम करने के कुछ कारगर उपायों के बारे में बताएंगे। बुखार को कम करने के आयुर्वेदिक उपायों के बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर नितिका गोयल ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जानकारी शेयर की है।
मील्स स्किप करें

आयुर्वेद कहता है कि जब भी आपको बुखार आए, उस दौरान आपको मील्स स्किन करनी चाहिए। इसका अर्थ है कि आपको फास्टिंग करनी चाहिए। इस प्रोसेस को आयुर्वेद में ‘लंघन’ कहा गया है। ध्यान रहे इस दौरान आपको कुछ भी नहीं खाना है।
बिल्कुल ना दें फल
अक्सर हम जब किसी बुखार से जूझ रहे शख्स से मिलते हैं, तो उसके लिए फल ले जाते हैं, जिससे उसे एनर्जी मिले। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार बुखार में किसी भी तरह के फल का सेवन नहीं करना चाहिए। फल ठंडे होते हैं। इसके साथ ही बुखार में इन्हें डाइजेस्ट करना भी काफी मुश्किल होता है।
हल्का भोजन ही करें

आपको फास्टिंग के लिए कहा जाता है, लेकिन इसका ये अर्थ नहीं है कि आपको पूरी तरह से भूखा रहना है। बुखार में आपको बहुत ही हल्का भोजन करना चाहिए। जिसे आप डाइजेस्ट कर सकें। दिन में केवल एक बार ही खाएं, लेकिन हल्का ही खाएं।
नहाने की ना करें गलती
बहुत से लोग बुखार में इसलिए नहाते हैं, क्योंकि उनका मानना है इसे तापमान कम हो जाएगा। लेकिन ये एक मिथ है। आयुर्वेद के अनुसार जब तक आपको बुखार में पसीना ना आ जाए, तब तक आपको नहाना नहीं चाहिए। पसीना आने के बाद आप नहा सकते हैं।
गुनगुने पानी का करें सेवन

बुखार में आपको आराम से सिप-सिप करते हुए हल्का गुनगुना पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही आप इसमें सूखा हुआ अदरक का एक टुकड़ा भी मिला सकते हैं। ये गुनगुना पानी आपके शरीर को अंदर से साफ करने का काम करता है। इसके सेवन से आपको पसीना आता है और पसीने के साथ बुखार उतरने लगता है।
दिन में सोने की ना करें गलती
आयुर्वेद की मानें तो अगर आपको बुखार है, तो आपको इस दौरान दिन के वक्त सोना नहीं चाहिए। बुखार में दिन के वक्त आयुर्वेद में सोने की मनाही है।
कब करें नॉर्मल एक्टिविटीज

बुखार होने पर जब भी आपको पसीना आ जाए या मोशन पास हो जाए, तब आप अपनी सभी नॉर्मल एक्टिविटीज को दोबारा से कर सकते हैं। वहीं अगर बुखार उतरने के बाद भी आपको कमजोरी महसूस हो रही है, तो आपको आराम करना चाहिए।
