कई समस्याओं को दूर करने में मददगार है एक्यूप्रेशर थेरेपी: Acupressure Therapy
Acupressure Therapy

Acupressure Therapy: एक्यूप्रेशर शरीर को रोगमुक्त और स्वस्थ रखने के लिए सदियों से चली आ रही एक चाइनीज थेरेपी या पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति है। इसके हिसाब से शरीर के नेचुरल हीलिंग सिस्टम को वाइटल एनर्जी-फ्लो कहा जाता है। यह एनर्जी-फ्लो हमारे पूरे शरीर में होता है। जब हमारा शरीर नॉर्मल या स्वस्थ होता है, तो यह एनर्जी-फ्लो नॉर्मल रहता है। लेकिन जब शरीर में कोई बीमारी या इंफेक्शन से किसी तरह की परेशानी होती है, तब यह एनर्जी-फ्लो शरीर के बीमार अंगों और उसके रास्ते को ब्लॉक कर देता है और एनर्जी-फ्लो बाधित हो जाता है।

एक्यूप्रेशर में सबसे पहले ब्लॉक हुए रास्ते कोे डायगनोज किया जाता है। फिर उस अंग से जुडे़ रिफ्लेक्स पाइंट्स पर प्रेशर डालकर उपचार किया जाता है और एनर्जी-फ्लो की ब्लॉकेज को दूर किया जाता है। एक्यूप्रेशर करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है जिससे शरीर के सभी अंग के सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती है।

कितने हैं एक्यूप्रेशर पॉइंट्स

Acupressure Therapy
Acupressure Point

हमारे शरीर में एक्यूप्रेशर के 200 से अधिक पाइंट्स हैं। मरीज की स्थिति के आधार पर एनर्जी-फ्लो के ब्लॉक-एरिया के रिफ्लेक्स पाइंट्स में एक्यूप्रेशर थेेरेपी की जाती है। यह प्रेशर तर्जनी उंगली या इंडेक्स फिंगर, अंगूठे, हथेली या जरूरत पड़ने पर कोहनी से गोल-गोल घुमाते हुए भी दिया जाता है। हेल्दी और फिट रहने के लिए आम व्यक्ति रोजाना कुछ समय के लिए अपने-आप भी एक्यूप्रेशर थेरेपी कर सकता है। लेकिन इसके लिए उसे पहले नेचुरोपैथी चिकित्सक से एक्यूप्रेशर करना सीख लेना चाहिए।

इलाज की अवधि

मरीज की स्थिति के हिसाब से एक्यूप्रेशर का इलाज 10-30 दिन तक चल सकता है। आमतौर पर दिन में एक या दो बार भी किया जा सकता है। इसका एक सेशन 30-40 मिनट तक चलता है।

क्या हैं फायदे

सही तरह से डायगनोज करके संबंधित एक्यूप्रेशर पाइंट पर दवाब डालने से प्रभावित अंग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है जिससे कई समस्याओं में आराम मिलता है। एक्यूप्रेशर शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाले दर्द में राहत पहुंचाता है। तनाव को कम कर शारीरिक-मानसिक रूप से रिलेक्स करता है। साइनस, नाक बहना, लगातार खांसी-जुकाम, एलर्जी , टान्सेलाइटिस, अस्थमा की वजह से सांस लेने में होने वाली दिक्कत को कम करता है।

एक्यूप्रेशर थॉयरायड, अनियमित मासिक धर्म, बांझपन जैसी महिलाओं को होने वाली समस्याओं में असरदार है। इसे कॉस्मेटिक एक्यूप्रेशर के रूप में भी जाना जाता है और सौंदर्य कायम रखने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। चेहरे की मांसपेशियांे को टोन करने , ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने और त्वचा में कोलेजन के उत्पादन में मदद मिलती है। झुर्रियां, आंखों में सूजन, बाल झड़ने की समस्या को भी दूर किया जाता है।

कुछ महत्वपूर्ण एक्यूप्रेशर थेरेपी

  • सिरदर्द, आंखों मंे दर्द, अनिद्रा, थकावट को कम करने में थर्ड आई एक्यूप्रेशर पाइंट सहायक है। इसे रिलेक्सेशन पाइंट भी कहा जाता है। दोनों आईब्रो के बीच और नाक की सीध में होता है। यह तनाव दूर कर दिलोदिमाग को शांत और शरीर को रिलेक्स करता है।
  • हाइपरटेंशन, अनिद्रा, डायबिटीज, प्रीमंेस्ट्रुअल सिंड्रोम, ब्रेस्ट पेन के लिए पैरों के ऊपर अंगूठे के पास पहली और दूसरी टेंडन हड्डियों के बीच मौजूद पाइंट पर प्रेशर दिया जाता है।
  • हाथ के अंगूठे और इंडेक्स फिंगर के बीच के मांसल भाग में वैली पाइंट होता है। यह पाइंट सिरदर्द, दांत दर्द, गर्दन या कंधें के दर्द, आर्थराइटिस, कब्ज जैसी तकलीफों के दूर करने में मदद करता है।
  • मतलीए उल्टी, जी मिचलाना, पेट में गड़बड़ी, सिरदर्द, सीने में दर्द जैसी समस्याओं में पेरिकार्डियम एक्यूप्रेशर पाइंट मददगार है। यह पाइंट हथेली के अंदर की ओर कलाई से तीन उंगुली नीचे होता है।
    ऽ पाचन तंत्र, अनिद्रा और स्त्री रोग संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए अंदरूनी टांग के निचले हिस्से में और टखने से अपनी 4 उंगलियां ऊपर पाइंट को दबाया जाता है।
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Therapy
  • कब्ज के उपचार के लिए नाभि से 2 इंच नीचे और नाभि की मध्य-रेखा के दोनों तरफ 2 इंच पर एक्यूप्रेशर पाइंट पर एक्यूप्रेशर किया जाता है।
  • नाभि से 1 इंच ऊपर मध्य-रेखा पर मौजूद एक्यूप्रेशर पाइंट शरीर की सूजन को कम करने और शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है।
  • सर्दी-जुकाम, सिरदर्द होने पर अपने दोनों हाथों की उंगलियों के टिप्स को दबाया जाता है।
  • साइटिका, पीठ दर्द, या माहवारी में होने वाली दर्द को दूर करने के लिए पीठ पर रीढ़ की हड्डी के आखिर में और टेलबोन के ऊपर तीन सेक्रल पाइंट्स को दबाया जाता है।
  • तनाव, एंग्जाइटी, आंखों में भारीपन, सिरदर्द, गर्दन दर्द को कम करने के लिए गर्दन के पिछली तरफ खोपड़ी के नीचे एक उंगली की दूरी पर दो पाइंट दबाए जाते हैं।
  • घुटने के पिछली तरफ मिडल पाइंट को दबाने से आर्थराइटिस यानी घुटने के दर्द, पीठ दर्द, साइटिका दर्द में आराम मिलता है।
  • बालों की समस्या में दोनो हाथों की उंगलियों को सिर के आगे की तरफ रखें । धीरे-धीरे घुमाते हुए एक लाइन में सिर के पीछे तक लेकर जाते हैं।

एक्यूप्रेशर में रखें ध्यान

  • एक्यूप्रेशर थेरेपी के लिए एक प्रशिक्षित एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट के पास ही जाएं।
  • कोई भी इंफेक्शन जैसे- खांसी-जुकाम, बुखार जैसे इंफेक्शन और फ्रैक्चर्स होने पर एक्यूप्रेशर नही देना चाहिए।
  • शरीर में किसी भी तरह का आंतरिक रक्तस्राव की आशंका हो या मरीज ऐसी स्थिति में हो जिसमें सर्जरी होनी जरूरी है- ऐसी स्थिति में भी एक्यूप्रेशर नही किया जाना चाहिए।
  • पीरियड्स के दोैरान खासकर पेट के निचले हिस्से और जांघो के क्षेत्र मे एक्यूप्रेशर नहीं दिया जाना चाहिए।
  • खाना खाने के दो घंटे बाद ही एक्यूप्रेशर देना चाहिए।
  • मरीज को थकावट न हो, वह रिलेक्स हो, ह्यदय-गति, ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ न हो।
  • मरीज ने एल्कोहल या नशीले पदार्थो का सेवन न किया हो।

(डॉ अंजलि शर्मा , नेचुरोपैथी फिजिशियन , दिल्ली)