Saif Ali Khan and Taimur: सैफ अली खान और करीना कपूर खान पिछले महीने सबसे मुश्किल दौर से गुजरे हैं। हालांकि, सैफ के मजेदार स्वभाव और जल्दी ठीक होने की इच्छाशक्ति ने पूरे परिवार को अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस लाने में मदद की। हाल ही में सैफ ने उस डरावनी रात का मामला शेयर किया और लोगों के सवालों का भी जवाब दिया कि उनका आठ वर्षीय बेटा तैमूर उन्हें अस्पताल क्यों ले गया और उनकी पत्नी क्यों नहीं।
क्यों बेटा तैमूर अस्पताल ले गया, न कि पत्नी करीना?

सैफ अली खान और करीना कपूर खान के तैमूर को उसके घायल हुए पिता के साथ अस्पताल भेजने के फैसले ने सभी को चौंका दिया था। सैफ ने बताया कि तैमूर उनके साथ आना चाहता था और सैफ भी उसे अपने साथ देखकर वह सहज भी महसूस करता था।
सैफ ने आगे कहा कि तैमूर को उनके साथ भेजने का फैसला उनकी पत्नी करीना का था। उस रात के बारे में सोचते हुए सैफ ने कहा कि उन्होंने सही काम किया, क्योंकि उन्हें कुछ भी हुआ था और वह चाहते थे कि उनका बेटा उनके साथ रहे।
क्या हुआ था हमले की रात ?

सैफ ने आगे बताया कि जब तैमूर उनके साथ ऑटो में अस्पताल गए, तो करीना अपने छोटे बेटे जेह को अपनी बहन करिश्मा कपूर के घर ले गईं। यह घटना 16 जनवरी, 2025 को हुई, जब एक घुसपैठिया कपल के घर पर घुस आया और जेह के कमरे में घुस गया, उसने पैसे भी मांगे।
उस रात को याद करते हुए सैफ ने बताया कि वह करीना के साथ बेडरूम में थे, जब रात के करीब 2 बजे उनकी नींद उनके नौकर की चीखों से खुली। जैसे ही उन्होंने जेह के कमरे में घुसपैठिए को देखा, उनके अंदर कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने बिना अपनी चिंता किए उस पर हमला कर दिया। घुसपैठिया के पास धारदार चाकु था और सैफ के हमले से खुद को बचाने के लिए उसने सैफ पर चाकू से वार किया। सैफ़ अपने हाथों से नहीं लड़ पाए क्योंकि चोर के पास दो चाकू थे, और तभी उनके यहां काम करने वाली गीता ने बीच बचाव किया और हमलावर को खींचकर दूर ले गई। सैफ ने बताया कि वह अपने बेटे जेह के कमरे में घुसे हमलावर को बंद करने में कामयाब रहे, लेकिन वह अपने बच्चों के बाथरूम से ड्रेनपाइप के ज़रिए भागने में कामयाब रहा। जब सैफ अस्पताल पहुंचे, तो डॉक्टरों ने बताया कि अगर ब्लेड उनके शरीर के चार इंच अंदर तक घुस जाता, तो उन्हें लकवा मार सकता था।
