Vivek Agnihotri speaking
vivek agnihotri

Summary: पल्लवी जोशी का चौंकाने वाला खुलासा – महाराष्ट्रीयन खाने को ‘गरीबों का खाना’ बोलते थे विवेक अग्निहोत्री

फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री पर उनकी पत्नी पल्लवी जोशी ने खुलासा किया कि शादी के शुरुआती दिनों में वह महाराष्ट्रीयन खाने को "गरीबों का भोजन" कहते थे।

Vivek Agnihotri News: फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहते हैं। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया जिसने सोशल मीडिया पर लोगों को भड़का दिया। दरअसल, उनकी पत्नी और जानी-मानी अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि विवेक कभी महाराष्ट्रीयन खाने को “गरीबों का खाना” कहते थे। शुरुआत में शादी के बाद विवेक ने इस खाने को लेकर मज़ाक बनाया था, लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि अब वही विवेक इसके स्वाद की तारीफ़ करते नहीं थकते।

कर्ली टेल्स से बातचीत में पल्लवी जोशी ने बताया, “मैं जब भी महाराष्ट्रीयन डिश बनाती थी, विवेक को बिल्कुल पसंद नहीं आती थी। वो हमेशा कहते- ‘ये तो गरीबों का खाना है।’ कई सालों तक वो यही बोलते रहे। लेकिन आज हालत यह है कि विवेक उसी खाने का मज़ा ले रहे हैं और खुद इसकी तारीफ़ करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि विवेक के लिए यह एक बड़ा सांस्कृतिक झटका था।

विवेक अग्निहोत्री दिल्ली में पले-बढ़े हैं, जहां खाने की पहचान है। बटर चिकन, कबाब, तंदूरी और घी-तेल में डूबे मसालेदार व्यंजन। जब शादी के बाद पल्लवी ने उन्हें वरन-भात खिलाना चाहा, तो विवेक को यह बिल्कुल अजीब लगा।

उन्होंने इंटरव्यू में कहा, “दिल्ली में तो खाने का मतलब होता है मसाला और घी। अगर कोई चिकन खा रहा है और 2-3 टुकड़े बर्बाद नहीं करता, तो उसे अमीर नहीं माना जाता। लेकिन यहां (महाराष्ट्र में) मुझे वरन-भात दिया गया, जिसमें नमक तक नहीं होता। ऊपर से परोसा भी जाता है बहुत थोड़ा। तब मुझे समझ आया कि यहां की सोच है, बर्बादी मत करो।”

हालांकि शुरुआती दिनों में विवेक को महाराष्ट्रीयन खाना फीका और बेस्वाद लगता था, लेकिन वक्त के साथ उनकी सोच बदल गई। अब वे मानते हैं कि साधा और संतुलित भोजन ही सबसे बेहतर जीवनशैली है।

उनका कहना है, “आज मुझे लगता है कि महाराष्ट्रीयन थाली सबसे किफ़ायती, सबसे हेल्दी और सबसे अच्छी थाली है। ज्यादा मसाले और ज्यादा तेल की ज़रूरत ही नहीं होती।”

लेकिन पल्लवी के इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कई नेटिज़न्स ने विवेक की सोच पर सवाल उठाते हुए कहा कि महाराष्ट्रीयन खाना बेहद पौष्टिक और विविधतापूर्ण है। एक यूज़र ने लिखा, “महाराष्ट्रियन खाना गरीबों का? प्लीज़, यह सबसे पौष्टिक और हेल्दी फूड है।” दूसरे ने कमेंट किया, “अगर वो मराठी खाने को गरीबों का खाना समझते हैं, तो यह हमारी संस्कृति और परंपरा का अपमान है।” कुछ लोगों ने यहाँ तक कह दिया कि विवेक की आने वाली फिल्म को महाराष्ट्र में बैन कर देना चाहिए।

विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी नई फिल्म “द बंगाल फाइल्स” की रिलीज़ की तैयारी कर रहे हैं। यह फिल्म 16 अगस्त 1946 के बंगाल नरसंहार पर आधारित है। एक ऐसी ऐतिहासिक घटना जिसके बारे में उनका मानना है कि इसे जानबूझकर इतिहास से मिटा दिया गया।

फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और दर्शन कुमार जैसे सितारे नज़र आएंगे। यह फिल्म उनकी मशहूर “फाइल्स त्रयी” का हिस्सा है, जिसमें द कश्मीर फाइल्स और द ताशकंद फाइल्स पहले ही काफी चर्चा बटोर चुकी हैं। “द बंगाल फाइल्स” 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।

मैं एक बहुमुखी मीडिया पेशेवर हूं, जिसे कंटेंट लेखन में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव है। मेरा लक्ष्य ऐसी सामग्री पर ध्यान केंद्रित करना है जो सूचित, शिक्षित और प्रेरित करती है। चाहे लेख, ब्लॉग या मल्टीमीडिया सामग्री बनाना हो, मेरा लक्ष्य...