Summary: Il Cinema Ritrovato में 'शोले' की वापसी, 6 मिनट लंबे नए वर्जन ने दर्शकों को चौंकाया
50 साल बाद 'शोले' का नया और बिना काटा गया वर्जन इटली के 'Il Cinema Ritrovato' फेस्टिवल में दिखाया गया, जिसमें 6 मिनट का नया फुटेज जोड़ा गया है।
Sholay Italy Screening: फिल्म ‘शोले’ हिंदी सिनेमा की एक क्लासिक फिल्म है। आज भी इस फिल्म के गानों से लेकर इसके डायलॉग्स लोगों की जुबान पर रहते हैं। इस फिल्म ने अपने 50 साल पूरे कर लिए हैं। इस अवसर को सेलिब्रेट करने के लिए इटली के बोलोग्ना में ‘आईएल सिनेमा रिट्रोवाटो’ फेस्टिवल में ‘शोले’ फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इस स्क्रीनिंग की सबसे खास बात यह थी कि यहाँ इस शानदार फिल्म का नया वर्जन रिलीज किया गया है, जिसका क्लाइमेक्स दर्शकों को हैरान कर देने वाला है।
यह स्क्रीनिंग फिल्म का पुनर्स्थापित और बिना काटे गए संस्करण के साथ था, जो 27 जून, 2025 को दिखाया गया। इस फिल्म की स्क्रीनिंग बोलोग्ना के पियाजा मैगिओर में खुली हवा में की गई, जिससे दर्शकों को यहाँ एक शानदार सिनेमाई अनुभव मिला। इस फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी के भतीजे शहजाद सिप्पी ने बताया कि इस फिल्म के नए वर्जन में 6 मिनट के सीन और शामिल किए गए हैं, जो उस समय काट दिए गए थे। इसके नए वर्जन में फिल्म का रियल एंड भी शामिल है जब गब्बर सिंह की मौत हो जाती है।
क्या सिनेमाघर में रिलीज होगा शोले का नया वर्जन

शोले फिल्म का नया वर्जन आने के बाद सबके दिमाग में एक ही सवाल आ रहा है कि क्या फिल्म का नया वर्जन सिनेमाघर में रिलीज होगा? फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी के भतीजे शहजाद सिप्पी ने तीन साल तक इसके नए वर्जन पर काम किया है। शहजाद सिप्पी का कहना है कि इस नए वर्जन को सिनेमाघरों में रिलीज करने के बारे में अभी तक अधिकारिक रूप से कोई फैसला नहीं लिया गया है।
वास्तविक फिल्म से 6 मिनट ज्यादा लंबा है शोले का नया वर्जन

शोले फिल्म ने अपने 50 साल पूरे कर लिए हैं। यह फिल्म 15 अगस्त, 1975 को सिनेमाघर में रिलीज हुई थी। अब 50 साल के बाद फिल्म से हटाए गए अन्य अनदेखे सीन को फिर से इस फिल्म में शामिल किया गया है और अब इसका नया वर्जन आ गया है, जो वास्तविक फिल्म से 6 मिनट ज्यादा लंबा है।
सुपरहिट रही है फिल्म शोले

‘शोले’ फिल्म बॉलीवुड की एक सुपर हिट फिल्म है, जो 1975 में रिलीज़ हुई थी। ‘शोले’ को भारतीय सिनेमा की अब तक की सबसे ज्यादा पसंद की गई फिल्मों में गिना जाता है। इस फिल्म को फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और सिप्पी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा फिर से पुनर्स्थापित किया गया था, जिसमें तीन साल से अधिक समय लगा। पुनर्स्थापित संस्करण में छह मिनट का अतिरिक्त फुटेज जोड़ा गया है, जिसमें मूल अंत भी शामिल है। इस फिल्म का निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने जय का किरदार, धर्मेंद्र ने वीरू का, हेमा मालिनी ने बसंती, जया बहादुरी ने राधा, संजीव कुमार ने ठाकुर बलदेव सिंह और अमजद खान ने गब्बर का दमदार किरदार निभाया था। इसके अलावा इस फिल्म में मैक मोहन, लीला मिश्रा, विजू खोटे, ए.के.हंगल और असरानी जैसे दिग्गज कलाकारों से भी काम किया है।
