कुदरत ने ही की है इन पत्थरों पर कलाकारी, जानिए कहां मिलते हैं ऐसे शजर पत्थर: Shazar Stone
Shazar Stone

केन नदी में ही मिलते हैं ऐसे पत्थर

पत्थर पर उकेरी हुई पत्तियां, पेड़ और उनकी अनूठी आकृति देखते ही बनती है।

Shazar Stone: उत्तर प्रदेश के बांदा में सिर्फ केन नदी में ऐसे पत्थर देखने को मिलते हैं, जिसमें कुदरत ने खुद कलाकारी की है। ये खास किस्म के पत्थरों को शजर पत्थर कहा जाता है। शजर का पर्शियन में मतलब पेड़ होता है।

इन पत्थरों पर उकरी कलाकारी देखकर लगता है कि जैसे किसी चित्रकार या कलाकार ने किया है। पत्थर पर उकेरी हुई पत्तियां, पेड़ और उनकी अनूठी आकृति देखते ही बनती है।

इन पत्थरों की पहचान 400 साल पहले हुई थी। अरब से आए लोगों ने इन पत्थरों की खूबियां समझी और मुगलों के समय इनकी कीमत और ज्यादा बढ़ गई। इन पत्थरों को ज्वैलरी, डेकोरेटिव सामान पर खूब इस्तेमाल किए जाते हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो पत्थर पर ये कुदरती आकृति फंगल के विकास के कारण होती है।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...