प्रियंका चोपड़ा की ये बातें बनाती हैं उन्हें सबसे अलग: Priyanka Chopra Thoughts
Priyanka Chopra Thoughts

Priyanka Chopra Thoughts: प्रियंका चोपड़ा देश और दुनिया के लिए आज वो नाम और चेहरा हैं जिसमें आत्‍मविश्‍वास की कमी कहीं नहीं झलकती। लेकिन प्रियंका ऐसी शुरू से नहीं थीं। कई बार उन्‍होंने अपने इंटरव्‍यू में बताया कि उन्‍हें स्‍कूल टाइम में उनके लुक्‍स के लिए और बॉलीवुड में कदम रखने के बाद उनके रंग के प्रति दोहरा व्‍यवहार झेलना पड़ा । उन्‍होंने अपनी किसी भी कमजोरी को अपने रास्‍ते में नहीं आने दिया। अपने आत्‍मविश्‍वास को बढ़ाने के लिए हर वो काम किया जो कभी उन्‍हें मुश्किल लगा। प्रियंका चोपड़ा हर उस आम लड़की को प्रेरित करने वाला वो चेहरा है जो अपनी शर्तों पर जीना चाहती है। जिसे दुनिया के नियमों को अपने हिसाब से बदलना आता है। वो भले ही मॉडर्न परिवेश में रहती हैं लेकिन अपनी जड़ों और कल्‍चर को भी साथ लेकर चलना आता है। प्रियंका के कई बातें हैं जो दूसरों को सीख देती हैं और खुद प्रियंका को भीड़ से अलग बनाती हैं। आज उनके जन्‍मदिन पर आपको रूबरू कराते हैं प्रियंका के उन मूल मंत्रों से जिसने उन्‍हें हर वो मुश्किल काम करने में मदद की जो उनके लिए आसान नहीं था।

अपनी शर्तों पर काम करना

प्रियंका चोपडा ने बॉलीवुड में कदम रखा तो उन्‍हें कई अच्‍छे ऑफर मिले। लेकिन उनके सामने कई ऐसे प्रोजेक्‍ट्स आए जो उन्‍हें बडे बैनर और अच्‍छी फीस तो दे रहे थे जिसके लिए कुछ ऐसा करना था जो उन्‍हें गंवारा नहीं था। उन्‍होंने उन कामों को मना किया। बॉलीवुड में स्‍टार पत्नियों से लेकर डायरेक्‍टर्स और बॉलीवुड में ग्र‍ुपिज्‍म सभी चीजों का सामना उन्‍हें करना पडा। अपने एक इंटव्‍यू में प्रियंका ने बताया कि उन्‍हें डायरेक्‍टर ने कहा कि अंडरगारमेंट दिखना चाहिए। उन्‍होंने ऐसी सोच वाले इंसान के साथ काम नहीं किया। यही नहीं करिअर के पीक पर जब उन्‍हें बॉलीवुड में साइडलाइन किया जाने लगा उन्‍होंने हॉलीवुड में न्‍यू कमर की तरह शुरूआत करने की हिम्‍मत दिखाई। प्रियंका की यह खूबी काबिले तारीफ है क्‍योंकि सेटल हो जाने के बाद फिर से एक बार कहीं जाकर नया ट्राई करने के लिए हिम्‍मत चाहिए होती है जो बहुत कम लोगों में होती है।

लाइफ को एंजॉय करें, सफलता हो या असफलता

जीवन में चाहे सफल हों या असफल हों, जीना नहीं भूलें ये प्रियंका के जीवन को देखने का एक नजरिया है। किसी भी क्षेत्र में हमेशा सफलता हाथ आए ये जरूरी नहीं है। आप असफल भी हो सकते हैं। असफलता के बाद दुखी होना लाजमी है लेकिन उस दुख में जीना छोड़ देना या हारकर बैठ जाना प्रियंका का तरीका नहीं है। उन्‍होंने अपनी एक स्‍पीच में कहा कि भले ही आप फेल हो रहे हों। एक बार नहीं कई बार फेल हो सकते हैं लेकिन हर असफलता के बाद खुछ को संभाले और उसकी बाद सफलता की तरफ कदम फिर से बढाएं। फेल, फेल फेल एंड राइज लाइक अ फीनिक्‍स।

अपनों का साथ जरूरी है

आप कहीं भी रहें, कितने भी सफल हो जाएं लेकिन अपनों के बिना आपकी सफलता अधूरी है। प्रियंका कहीं भी हों अपनी मां और परिवार के लोगों का साथ उनकी सबसे बडी ताकत है। उनका मानना है कि अपने आस पास ऐसे लोगों का साथ रखें जो आपको समझें न कि आपको नीचे या पीछे की तरफ खींचें। प्रियंका का परिवार हमेशा उनके निर्णयों में उनके साथ रहा है फिर चाहे वो प्रोफेशलन हों या पर्सनल। अपने से कम उम्र के निक जोनस के साथ शादी का निर्णय हो या बेटी के जन्‍म से जुड़ा निर्णय , उनके परिवार ने हमेशा उनका साथ दिया।

समाज के लिए जिम्‍मेदारी

आप कहां से आते हैं और आपकी जडें कहां हैं हमेशा इस बात का ध्‍यान रखना चाहिए। ऐसा मानने वाली प्रियंका ने यूनिसेफ जॉइन किया। वे भारत में गर्ल चाइल्‍उ एजूकेशन के लिए भी काम करती हैं। उनका मानना है कि आप अगर ऐसे मुकाम पर हैं जहां आप समाज के लिए कुछ कर सकते हैं तो जरूर करना चाहिए। हमारी सोसाइटी के प्रति भी जिम्‍मेदारी है।