चित्तौड़ की रानी पद्मावती की कहानी पर बन रही संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ पर ये आरोप लग रहे हैं कि फिल्म में पद्मावती के साहसिक और सम्मानीय छवि के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस वजह से जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट भी की थी। हालांकि इस हादसे के बाद एक तरफ जहां भंसाली ने जयपुर में फिल्म की शूटिंग बंद कर दी, जूसरी तरफ पूरी फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ दीपिका पादुकोण को भी इस हादसे से बहुत झटका लगा है। 
फिल्म में पद्मावती का किरदार निभा रही दीपिका ने भी ट्विटर पर भंसाली का साथ देते हुए कहा है कि हमारी बस यही कोशिश है कि दुनिया के सामने पद्मावती के साहसिक और शक्तिशाली व्यक्तित्व को उनके पूरे पवित्र रूप में पर्दे पर उतारे और खुद पद्मावती का किरदार निभाने की हैसियत से मैं सबको ये बताना चाहती हूं कि हमने हमने इतिहास से कोई छेड़छाड़ नहीं की है। 



 
 





बता दें संजय लीला भंसाली ने भी साफ शब्दों में कहा कि फिल्म में रानी पद्मावती और उलाउद्दीन खिलजी के बीच किसी भी तरह का कोई रोमांटिक सीन नहीं दिखाया गया है, लेकिन उन्होंने ये भी साथ में कहा है कि वो अब जयपुर में कभी भी शूटिंग नहीं करेंगे। 

 
क्या है रानी पद्मावती की कहानी?
 
रानी पद्मावती का जन्म राजा गंधर्व सेन और रानी चंपावती के यहां हुआ था और उनकी खूबसूरती की चर्चा बचपन से ही जगह-जगह जानी जाती थी। 
रानी के किशोर होने पर राजा गंधर्व सेन ने उनके लिए योग्य वर ढुंढने के लिए स्वयंवर का आयोजन किया था। इस स्वंयवर में चित्तौड़ के राजा रतनसिंह ने स्वंयवर जीता और रानी पद्मावती का व्याह हुआ। 
रानी पद्मावती की खूबसूरती पर दिल्ली सल्तनत के खिलजी वंश के दूसरे शासक अलाउद्दीन खिलजी की बुरी नज़र थी। उसने रानी को पाने के लिए राजा रतनसिंह से युद्ध किया जिसमें राजा रतनसिंह की हार हुई। 
रानी ने अपनी और किले में मौजूद सभी महिलाओं के सम्मान को बचाने के लिए 16 हजार अन्य स्त्रियों के साथ जौहर को चुना। 
 
 
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