Summary : डाइट सही हो तो उम्र मायने नहीं रखती
70 साल की वेटलिफ्टर रोशनी देवी सांगवान का डाइट प्लान सरल है और इसे आप भी अपना सकते हैं...
Weightlifter Dadi Diet: 70 वर्षीय वेटलिफ्टर रोशनी देवी सांगवान अपने वजन उठाने वाले वीडियो के कारण इंस्टाग्राम पर वायरल हो गई हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी बेहद साधारण और शाकाहारी डाइट का खुलासा किया। ना कोई दिखावा, ना कोई ट्रेंड वाला फूड… रोशनी देवी ने रणवीर इलाहाबादिया से बातचीत में बताया, “थोड़ा-सा ओट्स। 10 बादाम, किशमिश। उसका जूस बनाकर पी जाती हूं। घर पर थोड़ा-सा चावल, दाल, सलाद, दही खाती हूं। शाम को एक ही मूंग का चीला बनाती हूं, उसमें पनीर डालती हूं और 1-2 हरी मिर्च। उसके बाद एक ग्लास दूध। बस… यही खाती हूं। और कुछ नहीं।”
तो रोशनी की डाइट असरदार क्यों है?

हालांकि यह डाइट बेहद साधारण है, लेकिन कई मामलों में यह काम करती है। यह घरेलू है, प्रोटीन से भरपूर है और सबसे अहम बात यह कि नियमित रूप से अपनाई जाती है।
कई पोषक तत्वों से भरपूर
रोशनी की डाइट में पर्याप्त मात्रा में दाल और पनीर शामिल है। भारतीय शाकाहारी “घर का खाना” खास होता है। इसमें चना, मटर, सोयाबीन, पनीर, बादाम, दालें आदि होते हैं ये सभी पौधे आधारित प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। मूंग दाल और मसूर दाल जैसी दालों में मौजूद प्रोटीन पचाने में आसान होता है और पोषण से भरपूर भी होता है। दाल और चावल का मेल एक सम्पूर्ण प्रोटीन बनाता है, जिसमें वे सभी जरूरी अमीनो एसिड होते हैं, जिनकी शरीर को जरूरत होती है। इस तरह का विविध आहार, पोषण संतुलन बनाए रखता है और मांसाहारी चीजों की आवश्यकता भी नहीं रहती।
साधारण और घरेलू सामग्री
ज्यादातर लोग इसलिए फैड डाइट (ट्रेंडिंग डाइट) से दूर रहते हैं क्योंकि इसे आम जिंदगी में अपनाना मुश्किल होता है। लेकिन रोशनी की डाइट इसका बिल्कुल उल्टा उदाहरण है। दाल या चने की सब्जी बनाना बेहद आसान होता है और इसमें अधिक समय भी नहीं लगता। जब आप खुद खाना बनाते हैं, तो आप ये तय कर सकते हैं कि किन चीजों का इस्तेमाल हो, जैसे प्रिजर्वेटिव्स से बचना, तेल और नमक की मात्रा कम रखना। घर पर पकाया गया खाना आमतौर पर प्रोसेस्ड फूड की तुलना में अधिक पोषण बनाए रखता है।
मांसपेशियों की वृद्धि और रिपेयर में मददगार
मसल्स बनाने और शरीर की टिशू रिपेयर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है। रोशनी जैसी वजन उठाने वाली महिलाएं शाकाहारी प्रोटीन स्रोतों से काफी लाभ पा सकती हैं। पनीर, टोफू, सोया प्रोडक्ट्स, दालें और बीन्स, ये सभी मांसपेशियों की जरूरतें पूरी करते हैं। दालों और बीन्स से धीरे-धीरे एनर्जी रिलीज होती है, जिससे दिनभर आप एक्टिव रहते हैं और हेल्दी लाइफस्टाइल बनाए रखना आसान होता है।
दिल की सेहत और वजन काबू में
ऐसा आहार जिसमें दालें, सब्जियां और साबुत अनाज हों, उनमें खराब फैट और कोलेस्ट्रॉल बहुत कम होता है। यह डाइट शरीर में खतरनाक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करती है। इससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। बीन्स और साबुत अनाज में फाइबर होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता। इससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। घरों में खाना बनाते वक्त आप खुद तय करते हैं कि कितना तेल, नमक और मसाले इस्तेमाल हों, जिससे खाना हल्का और सेहतमंद बनता है।
नोट: ये सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं और हर व्यक्ति के शरीर और स्वास्थ्य की जरूरतें अलग होती हैं। इस लेख में दी गई बातें किसी पेशेवर सलाह का विकल्प कतई नहीं हैं।
