Kapil Sharma Transformation
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Overview:कॉमेडी के बादशाह कपिल शर्मा ने कैसे पाया ये जबरदस्त ट्रांसफॉर्मेशन

कपिल शर्मा की यह फिटनेस जर्नी हमें सिखाती है कि उम्र कोई बाधा नहीं है और न ही वजन घटाने के लिए कोई महंगी ट्रेनिंग या डाइट जरूरी है। अगर आप नियमित दिनचर्या, संतुलित खानपान और मानसिक शांति पर ध्यान दें, तो बिना जिम जाए भी फिट हुआ जा सकता है।

Kapil Sharma Transformation: कॉमेडी किंग कपिल शर्मा न सिर्फ अपने मजाकिया अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं, बल्कि अब उन्होंने अपनी फिटनेस जर्नी से भी सभी को चौंका दिया है। 44 साल की उम्र में उन्होंने महज 63 दिनों में 11 किलो वजन कम किया — वो भी बिना किसी जिम वर्कआउट या क्रैश डाइट के सहारे। उनका ट्रांसफॉर्मेशन ना सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि इस बात का भी सबूत है कि फिटनेस पाने के लिए कठोर उपाय जरूरी नहीं होते। चलिए जानते हैं, आखिर कपिल ने कैसे किया ये कमाल।

सुबह की दिनचर्या में किया बदलाव

Kapil Sharma Transformation
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कपिल शर्मा ने अपने दिन की शुरुआत जल्दी उठने से की। उन्होंने सुबह के समय को मेडिटेशन, हल्की स्ट्रेचिंग और योग को समर्पित किया। इससे उनका मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहने लगा और दिनभर की ऊर्जा बनी रही।

वॉक और स्टेप काउंट पर रखा फोकस

कपिल ने बताया कि उन्होंने हर दिन कम से कम 10,000 कदम चलने का लक्ष्य रखा। वे शूटिंग ब्रेक में भी टहलने का मौका नहीं छोड़ते थे। इससे कार्डियोवस्कुलर हेल्थ सुधरी और कैलोरी बर्न भी होती रही।

घर का सादा खाना बना सबसे बड़ा हथियार

उन्होंने कोई क्रैश डाइट नहीं अपनाई, बल्कि घर का बना साधारण और पोषण से भरपूर खाना खाया। फ्राई और प्रोसेस्ड फूड्स से दूरी बनाई और दाल, सब्ज़ी, रोटी, सलाद को प्राथमिकता दी।

इंटरमिटेंट फास्टिंग ने दिया साथ

कपिल ने इंटरमिटेंट फास्टिंग के नियम अपनाए – 16 घंटे उपवास और 8 घंटे खाने का समय। इससे शरीर को डिटॉक्स करने और फैट बर्न करने में मदद मिली।

मीठे और जंक फूड से ब्रेक लिया

अपने पसंदीदा मीठे और स्नैक्स को कपिल ने पूरी तरह से बंद नहीं किया, लेकिन उन्होंने इसकी मात्रा और फ्रीक्वेंसी पर कंट्रोल रखा। उन्होंने “चीट डे” की जगह “चीट मील” को चुना।

नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर दिया ध्यान

कपिल का मानना है कि अच्छी नींद और कम स्ट्रेस वजन घटाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने 7-8 घंटे की नींद ली और सोशल मीडिया से थोड़ी दूरी बनाकर माइंड को शांत रखा।

कंसिस्टेंसी बनी असली कुंजी

उनका सबसे बड़ा मंत्र था – “छोटे-छोटे बदलाव रोज़ करो, पर रुकना मत।” उन्होंने हर दिन खुद से वादा किया कि चाहे कितना भी बिजी शेड्यूल हो, हेल्थ के लिए थोड़ा समय जरूर निकालेंगे।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...