मानसून के मौसम के दौरान बालों में कुछ नई तरह की समस्या उत्पन्न हो जाती है, इसके लिये कुछ सरल और असरकारक उपायों का उपयोग करें जैसे-

सही शैम्पू का इस्तेमाल करें :-  मानसून के दौरान शैम्पू का इस्तेमाल अधिक होता है। यह एक पुरानी भ्रांति है कि शैम्पू के बार-बार इस्तेमाल से बालों का गिरना बढ़ जाता है बल्कि शैम्पू करने के बाद बालों को सुकून और आराम मिलता है और इनके बिगडऩे की संभावना कम हो जाती है। उमस भरा मौसम और पसीना बालों को नम कर देता है, जिसके कारण उसमें गंदगी जमा हो जाती है। इसकी सफाई शैम्पू से होती है और इससे बाल स्वच्छ और स्वस्थ दिखने लगते हैं। सूखे बालों वाले लोगों को मिल्क क्रीम से युक्त एवं हल्के कंडीशनर वाले शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिये, इससे सिर तथा बालों में नमी बरकरार रहती है और बाल नर्म एवं चमकदार बन जाते हैं। तैलीय बालों वाले लोगों को जैल आधारित शैम्पू तथा बीयर जैसे प्राकृतिक कंडीशनर्स का इस्तेमाल करना चाहिये। अनेक लोग बरसात के मौसम के दौरान बहुत अधिक बालों के गिरने की शिकायत करते हैं, इसके लिये त्वचा रोग विशेषज्ञ से पूछकर उचित शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिये, जिससे सिर में समुचित रक्त आपूर्ति हो सके और बालों का गिरना कम हो जाए।

कंडीशनर का इस्तेमाल करें :- इस मौसम में बाल नम रहते हैं, इसलिये इस मौसम में पर्याप्त जल ग्रहण करें हमारे शरीर को प्रति दिन सामान्यत: 2 लीटर जल की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन इस मौसम में जरूरत से अधिक पसीने के निकलने के कारण शरीर को निर्जलीकरण से बचाने के लिये अतिरिक्त जल की आवश्यकता पड़ती है। इसलिये शरीर में जल की समुचित मात्रा को बनाये रखने के लिये लगभग 2 लीटर तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है। इसकी भरपाई आप पूरे दिन जल एवं नारियल पानी के सेवन से कर सकते हैं। अपने आहार में रसीले फलों एवं सब्जियों को शामिल करने से त्वचा नम, जल युक्त एवं लचीली बनी रहती है, क्योंकि इन तत्वों में अपना स्वयं का प्राकृतिक जल विद्यमान होता है। पसीने से नमक का भी क्षय हो जाता है, जिसकी भरपाई नारियल पानी, फल एवं सब्जियों से की जा सकती है। आपको कंडीशनर का इस्तेमाल करना जरूरी है। अपने बालों में कंडीशनर करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि बालों के निचले हिस्से पर हल्के कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाए।

हेयर स्पा आवश्यक है :- कंडीशनिंग के लिये प्रत्येक 2 सप्ताह में एक बार हेयर स्पा का इस्तेमाल करें। घर पर कम से कम एक बार हेयर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिये।

तेल की मालिश करें :- सप्ताह में एक बार नारियल अथवा जैतून के तेल से सिर में हल्की मालिश करने से काफी राहत व सुकून का अनुभव होता है क्योंकि हल्की मालिश इस मौसम में कंडीशनिंग भी करती है। इन बालों को पूरी तरह से धोना भी जरूरी होता है, क्योंकि तेलयुक्त बालों में गंदगी तथा वातावरण में व्याप्त प्रदूषक बालों को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।

हल्के हाथों से सुखाएं बाल :- इस मौसम के दौरान बालों को धोने के बाद सूखे तौलिये से अच्छी तरह पोंछें। ध्यान रखें कि गीले बालों पर ब्रश न करें। इसकी बजाए यदि आवश्यकता हो तो गीले बालों में चौड़े दांतों वाले कंघे का इस्तेमाल करें या फिर बालों पर उंगलियों को हल्का-हल्का फेर कर उन्हें अलग करें, जिससे वे स्वाभाविक रूप से सूख जाएं। यदि आपको बालों को सुखाने की जल्दी हो, तो लोअर सेटिंग्स पर ड्रायर का इस्तेमाल करें। इसे बालों से 5-6 इंच की दूरी पर रखें और इसके साथ एक डिफ्यूजर को अटैच करें, ताकि बालों में ऊष्मा का कम समावेश हो। यदि आपके बालों में रूसी है या सिर की त्वचा में किसी प्रकार की समस्या है, तो इसके लिये त्वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

हेयर स्टाइलिंग उत्पादों से परहेज करें :- मूज़, जैल एवं स्प्रे का इस्तेमाल बालों की स्टाइलिंग के लिये बार-बार किया जाता है। इससे बालों को काफी क्षति पहुंच सकती है, इसलिये इन स्टाइलिंग उत्पादों का न्यूनतम इस्तेमाल करें।

स्वस्थ आहार ग्रहण करें :- आपके बाल आपके खानपान के स्तर को प्रतिबिंबित करते हैं और त्वचा के समान बाल भी आपके खानपान से प्रभावित होते हैं। प्रोटीन और आवश्यक फैटी एसिड्स (मछली, अंड़े, चना, समूचे अनाज इत्यादि) से युक्त उत्तम आहार न सिर्फ आपके बालों को समय से पहले सफेद होने से बचाते हैं, बल्कि बालों की लंबाई को बढ़ाने के साथ ही साथ बालों की जड़ों को भी स्वस्थ एवं सशक्त बनाते हैं।