Hair Spa vs Hair Keratin: हर लड़की की चाहत होती है कि उसके बाल सुलझे, मुलायम, स्मूथ और शाइनी बने रहें। हालांकि गलत खानपान, लाइफस्टाइल और प्रदूषण के चलते हेल्थ के साथ-साथ बालों पर भी इसका काफी गहरा असर पड़ता है, जिसकी वजह से बाल बेजान और सूखे होकर गिरने लगते हैं। मानों बालों की चमक जैसे खो ही जाती है। ऐसे में हम बालों के मेकओवर और बालों की देखभाल के साथ ही इनको पोषण देने के लिए हेयर स्मूथनिंग, हेयर स्पा या हेयर केराटिन ट्रीटमेंट लेना शुरू कर देते हैं, जिसके बाद बाल सुंदर और शाइनी भी दिखने लगते हैं। लेकिन क्या इस बारे में जानना जरूरी नहीं है कि हमारे बालों के लिए कौन सा ट्रीटमेंट बेहतर है।
केराटिन हेयर ट्रीटमेंट

केराटिन हेयर ट्रीटमेंट आजकल काफी ट्रेंड में है। डल और बेजान बालों को पोषण देने के लिए महिलाएं ज्यादातर हेयर केराटिन ट्रीटमेंट ही लेती हैं। इस ट्रीटमेंट के तहत बालों को सिल्की और सीधा बनाया जाता है और बालों में प्रोटीन दिया जाता है। केराटिन ट्रीटमेंट में केमिकल का इस्तेमाल होता है।
केराटिन हेयर ट्रीटमेंट के फायदे
हेयर केराटिन ट्रीटमेंट के बाद बाल शाइनी और सिल्की हो जाते हैं। वेवी और कर्ली हेयर भी सिल्की और सीधे बन जाते हैं और बालों का टूटना भी काफी कम हो जाता है। हेयर केराटिन ट्रीटमेंट लेने के बाद यह बालों में 3 से 4 महीने तक असरदार होता है। इसके बाद धीरे-धीरे इसका असर खत्म होने लगता है।
क्या है हेयर स्पा ट्रीटमेंट

हेयर केराटिन ट्रीटमेंट अभी कुछ ही सालों से काफी चलन में लेकिन हेयर स्पा का इस्तेमाल लंबे समय से किया जाता रहा है। बालों को घना और स्वस्थ बनाए रखने के लिए एक्सपर्ट्स हेयर स्पा ट्रीटमेंट लेने की सलाह देते हैं। हेयर स्पा में बालों को मसाज दी जाती है और इसके बाद बालों में स्टीम भी दिया जाता है। वहीं बालों को सिरम की मदद से शाइनी बनाया जाता है। हेयर केयर के लिए महीने में दो बार हेयर स्पा लेना फायदेमंद माना जाता है।
हेयर स्पा के फायदे
हेयर स्पा लेने से बालों में शाइन आती है और इस ट्रीटमेंट के दौरान केमिकल का बहुत कम इस्तेमाल होता है। बालों में हेयर मसाज, शैंपू और मास्क का प्रयोग किया जाता है। हेयर स्पा के दौरान बालों को डीप कंडीशनिंग मिलती है, जिससे बालों की नमी बरकरार रहती है। जो लोग डैंड्रफ की समस्या से परेशान रहते हैं उनको भी इससे निजात मिलती है। बालों की गंदगी दूर होने के साथ ही बालों का झड़ना भी कम हो जाता है। हेयर स्पा लेने के बाद बालों में चमक वापस आ जाती है और हेयर स्कैल्प साफ हो जाता है, जिसके कारण बालों में किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं रहती है।
कौन सा हेयर ट्रीटमेंट है बेहतर?

हेयर केराटिन ट्रीटमेंट इसके इतने फायदे होने के बाद भी इसके कुछ नुकसान भी बताए जाते हैं। हेयर केराटिन ट्रीटमेंट के साइड इफेक्ट की बात करें तो इसे कराने के बाद बाल काफी ऑयली होने लगते हैं। ही नहीं इसके बाद आप किसी भी हेयर प्रोडक्ट का प्रयोग नहीं कर सकती हैं। वहीं बालों का वॉल्यूम भी कम होने लगता है। इस ट्रीटमेंट में प्रोटीन शामिल नहीं होता है। इसलिए बाल पूरी तरीके से सीधे और शाइनी नहीं दिखते हैं। इसका तुरंत असर नहीं दिखता लेकिन यह बालों के लिए अधिक सुरक्षित माना जाता है। हालांकि आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि खराब प्रोडक्ट का इस्तेमाल न किया जाए। नहीं तो यह आपके बालों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। खराब प्रोडक्ट से कई लोगों के बालों में एलर्जी भी देखी जा सकती है।