disadvantage of henna plant at home

Henna Plant at Home: सनातन धर्म में प्रकृति पर निर्भर पशु-पक्षी और पेड़-पौधों का मानव जीवन में विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, पेड़ पौधों में भी दैवीय और राक्षसी शक्तियां रहती हैं। ऐसे में कुछ पौधे बेहद शुभफलदायी और औषधीय गुण वाले होते हैं। ऐसे पौधों को घर में लगाने की सलाह दी जाती है, ताकि घर में सुंदरता के साथ साथ सुख शांति भी बनी रहे। लेकिन, वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे पौधों को घर में लगाने से मना किया गया है। जिनमें बुरी शक्तियों का वास होता है। ऐसे पौधे घर में नकारात्मकता फैलाते हैं। शुभ कार्यों पर इस्तेमाल की जाने वाली मेहंदी के पौधे को भी वास्तु की दृष्टि से घर में उगाना वर्जित माना गया है। लेकिन, आयुर्वेद के अनुसार मेहंदी का पौधा स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। आइए जानते हैं कि वास्तुशास्त्र में घर में मेहंदी के पौधे को उगाने की मनाही क्यों है और इसके स्वास्थ्य लाभ कौनसे हैं।

घर में मेहंदी का पौधा लगाने की मनाही

disadvantage of henna plant at home

मेहंदी, हर सुहागन स्त्री के श्रृंगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए धर्मग्रंथों में मेहंदी को स्त्रियों के सौभाग्य से जुड़ा हुआ माना गया है। स्त्रियों के हाथों की सुंदरता बढ़ाने के लिए मेहंदी के पौधे के पत्तों को पीसकर रचने वाली मेहंदी तैयार की जाती है। लेकिन वास्तुशास्त्र के अनुसार, हमेशा से हमारे पूर्वज घर में मेहंदी के पौधा लगाने से मना करते आए हैं। मेहंदी के पौधे को घर में न लगाने का कारण इस पौधे से आने वाली खुशबू है। मेहंदी के पौधे की खुशबू से बुरी शक्तियां और आत्माएं इस पौधे की ओर आकर्षित होती है।

यदि हम मेहंदी के पौधे को अपने घर में लगाते है तो बुरी शक्तियां हमारे घर में प्रवेश कर जाती है। जिससे परिवार के सभी सदस्यों का मानसिक तनाव बढ़ता है। साथ ही बुरी शक्तियों के प्रभाव से मेहंदी का पौधा घर में नकारात्मकता को बढ़ाता है और इस वजह से पारिवारिक झगड़े बढ़ने लगते हैं। साथ ही, परिवार की उन्नति और तरक्की में बाधा उत्पन्न होती है। घर में लगा मेहंदी का पौधा, घर की पूरी सकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है। इसलिए मेहंदी के पौधे को हमेशा घर से बाहर उगाना चाहिए।

आयुर्वेद के अनुसार मेहंदी का पौधा लाभदायी

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आयुर्वेद में मेहंदी के पत्तों के कई लाभ बताए गए हैं। आयुर्वेद के अनुसार, बुखार होने पर मेहंदी के ताजा पत्तों को हथेली और पैर के तलवों में बांधने से आराम मिलता है क्योंकि मेहंदी के पत्तों में पाए जाने वाला तत्व हमारे शरीर के लिए एंटीपायरेटिक का काम करता है। साथ ही शरीर पर लगे घावों को ठीक करने में भी मेहंदी के पत्ते असरदायी है। मेहंदी के बीजों के सेवन से बीपी के लक्षण कम होते है।

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